अमन अटकान, मीडिया हाउस/बी.के.टाइम्स 2 ता.
सोनीपत- राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि मौजूदा परिपेक्ष्य में खान-पान और दिनचर्या का जो तरीका बदला है वही शारीरिक व मानसिक रोगों का कारण बन गया है। उन्होंने बच्चों का आह्वान किया कि वे जंकफूड और कोल्ड ड्रिक्स से बचें और स्वस्थ समाज की रचना में अपना योगदान दें। राज्यपाल आज सोनीपत जिले के हिन्दू कन्या महाविद्यालय, काठ मण्डी में ‘आजादी बचाओ आन्दोलन’ द्वारा आयोजित युवा स्वास्थ्य सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। युवा पीढी पर बढ़ते मानसिक व शारीरिक दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि मानव शरीर के रक्त में 80 प्रतिशत क्षारीय और 20 प्रतिशत अमलीय तत्व होते हैं और यह अनुपात कभी शरीर को रोगी नहीं होने देता है। लेकिन, जंकफूड में करीब 80 प्रतिशत अमलीय तत्व होते हैं, जिसके उपयोग से व्यक्ति स्वस्थ कैसे रह सकता है। उन्होंने कहा कि 30 वर्ष पूर्व हम कैंसर, डायबटीज और हार्ट अटैक जैसे असाध्य रोगों को नहीं जानते थे। लेकिन, अब ये सारे रोग सामान्य हो गई हैं, जिसका हमें मिलकर कारण ढूंढना चाहिए। नए-नए अस्पताल खोले जा रहे हैं, लेकिन रोगियों की संख्या भी तेजी से बड़ रही हैं। इसके कारण पर चिंता करने की आवश्यकता है। इसके लिए समाज के जिम्मेदार व्यक्तियों को सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों के सामने खोले गए जंकफूड सेंटर बंद किए जाने चाहिए क्योंकि इसके उपयोग से उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पडता है। खाद्य पदार्थ में डाले जाने वाला प्रीजरवेटरी स्वास्थ्य के लिए हानीकारक है। राज्यपाल ने किसानों से शून्य लागत प्राकृतिक कृषि को अपनाने का आह्वान किया तथा कहा कि पूरे उत्तर भारत में प्राकृतिक कृषि को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। आचार्य देवव्रत ने कहा कि आजादी बचाओ आंदोलन के सभी सदस्यों को इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित करने के लिए संस्था को 51 हजार रुपये देने की घोषणा की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित हरियाणा सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और उनके भविष्य को संवारना हम सबका सामुहिक दायित्व है, जिसके लिए हमें अधिक संजीदा होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश को विश्व गुरू का दर्जा प्राप्त था, क्योंकि हम आर्थिक रूप से संपन्न थे और सभ्यता व सांस्कृतिक रूप से भी हम विश्व का प्रतिनिधित्व करते थे। उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने हमारी परम्परा, संस्कृति व सभ्यता को कमजोर करने का प्रयास किया। उन्होंने पहले हमारे मंदिरों को निशाना बनाया और फिर समुदाय को। और आज भी हमारी सभ्यता, संस्कृति व संस्कारों पर प्रहार हो रहा है। श्रीमती कविता जैन ने कहा कि देश का भविष्य किस ओर जा रहा है। इस पर विचार करने की आवश्यकता है। हमारी भावी पीढ़ी जंक फूड और ब्लू व्हेल की ओर क्यों जा रही है। उन्होंने कहा कि हमें तकनीक को अपनना चाहिए लेकिन इसके गलत उपयोग से भी बचना है। उन्होंने सोनीपत के व्यवसायी श्री हंसराज की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने कोल्ड ड्रिक्स की एजेंसी से इंकार किया है, जो बच्चों के भविष्य को बचाने के लिए उनका सार्थक प्रयास है। उन्होंने कहा कि आज गांव का वातावरण बदल गया है। दूध व लस्सी की जगह कोल्ड ड्रिक्स ने ले ली है। इसलिए, देश बचाना है तो हमें अपनी संस्कृति व सभ्यता की ओर मूडना होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया कि उनके प्रयासों से आज योग को विश्व स्तर पर पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने योग, खेल और नैतिक शिक्षा को स्कूल स्तर पर अनिवार्य किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों के बदलते स्वभाव के लिए हम भी उतने ही जिम्मेवार हैं। प्रतियोगिता की अंधी दौड़ में बच्चों में तनाव की स्थिति पैदा होने लगी है और यह अपराध का कारण भी बन रहे हैं। इस सामाजिक समस्या से निपटने के लिए हर वर्ग और संगठन को सरकार का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने स्कूली बच्चों से जंक फूड से दूर रहने का आग्रह किया तथा कहा कि जंक का अर्थ ही है ‘‘मीनिंग लैस’’।
