बी.के.गुप्ता, मीडिया हाउस/बी.के.टाइम्स 18 ता. सोनभद्र। लोकप्रिय सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप कर्मकारों यानी श्रम विभाग में रजिस्टर्ड मजदूरों के भलाई के लिए चलायी जा रही योजनाओं से पात्र श्रमिकों को लाभान्वित किया जाय। बाल श्रम पर पूरी तरीेके से अंकुश लगाने के साथ ही पंजीकृत मजदूरों को उनके श्रेणी के मुताबिक कार्य भी मुहैया कराने के लिए औद्योगिक इकाईयों से समन्वय स्थापित किया जाय।उक्त निर्देश जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने श्रम विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए दियें। जिलाधिकारी ने कहा कि श्रम विभाग में पंजीकृत मजदूरों को स्वच्छ शौचालय बनवाने के लिए नये शासनासदेश के मुताबिक स्वच्छ शौचालय के प्रोत्साहन धनराशि के रूप में प्रति शौचालय 12-12 हजार रूपये अब श्रम विभाग को देना होगा। उन्होंने मौके पर मौजूद जिला पंचायत राज अधिकारी व सहायक श्रमायुक्त को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए शौचालय बनाये जाने के सम्बन्ध में बेहतर समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिया।जिलाधिकारी ने श्रम विभाग द्वारा संचालित भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पंजीकृत मजदूरों के भलाई के लिए शिशु हित लाभ योजना, मातृत्व हित लाभ योजना, बालिका मदद योजना, अक्षमता पेंशन योजना, दुर्घटना सहायता योजना, पुत्री विवाह अनुदान योजना, मृत्यु एवं अन्त्योष्टि सहायता, कौशल विकास तकनीकी उन्नयन एवं प्रमाणन योजना, आवास सहायता योजना, पेंशन योजना, सौर्य ऊर्जा सहायता योजना, गंभीर बीमार सहायता योजना, मेधावी छात्र योजना, मध्यान्ह भोजन योजना आदि संचालित हैं, जो भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार अधिनियम के अधीन 40 श्रेणी के पंजीकृत मजदूरों को लाभान्वित किया जाता है, की बिन्दुवार समीक्षा की।समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी श्री उपाध्याय के अलावा मुख्य विकास अधिकारी रामाश्रय, जिला पंचायत राज अधिकारी आर0के0 भारती, सहायक श्रमायुक्त पाठक सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।
