गोविन्द मीडिया हाउस.27 ता. रांची- राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में मंगलवार की सुबह से यहां के पीजी डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी है। इसका असर मंगलवार को रिम्स के विभिन्न ऑपरेशन थिएटर में देखने को मिला। सुबह से भूखे प्यासे मरीज ऑपरेशन के लिए ओटी कक्ष तो पहुंचे। लेकिन इमरजेंसी ऑपरेशन छोड़कर कोई ऑपरेशन नहीं हो सका। विभिन्न विभागों के ऑपरेशन थिएटर में लगभग 50 से अधिक ऑपरेशन पीजी डॉक्टरों की हड़ताल के कारण टालने के लिए विभागाध्यक्ष और संबंधित डॉक्टर विवश हो गए।
निदेशक कार्यालय के बाहर हड़ताली डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन – रिम्स के पीजी डॉक्टरों की हड़ताल का समर्थन एचएस और रेजिडेंट डॉक्टरों ने भी किया है। हड़ताल कर रहे डॉक्टरों ने रिम्स के प्रभारी निदेशक डॉक्टर आर के श्रीवास्तव से मुलाकात कर अपनी मांग से संबंधित पत्र दिया। हड़ताली डॉक्टर निदेशक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के डॉक्टर अजीत ने बताया कि उनकी प्रथम मांग यह है कि डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान की जाए। वही सोमवार को मरीज को देखने गए डॉक्टरों के साथ मारपीट करने वाले दोषी व्यक्ति को पुलिस अविलंब गिरफ्तार करे। खबर लिखे जाने तक डॉक्टरों ने अपनी मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने की बात कही। डॉक्टरों की हड़ताल तोड़वाने के लिए स्वास्थ्य सचिव और पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारी के साथ हड़ताली डॉक्टरों की बैठक शाम 4 बजे होना सुनिश्चित किया गया है।
इमरजेंसी सेवा को हड़ताल से रखा गया है मुक्त – रिम्स में डॉक्टरों की हड़ताल का असर इमरजेंसी में देखने को नहीं मिला। इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों का हड़ताल के बावजूद डॉक्टरों ने इलाज किया। वही हड़ताल कर रहे हैं डॉक्टरों ने ओपीडी सेवा मैं मरीजों का इलाज कर रहे हैं डॉक्टरों से हड़ताल में समर्थन देने का आग्रह किया जिसके बाद ओपीडी में कार्यरत डॉक्टर वहां से उठकर चले गए इससे कुछ मरीज बगैर जांच कराए वहां से लौटने को विवश हुए।