मीडिया हाउस/बी.के.टाइम्स 5 ता. सोनभद्र – शासन की मंशा के अनुरूप विकास परक कार्यक्रमों, जन कल्याणकारी योजनाओं व लाभार्थीपरक कार्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से पूरी पारदर्शिता व गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाय। कार्यदायी संस्थाओं पर शिथिल नियंत्रण रखने वाले वरिष्ठ अधिकारियो पर भी कार्यवाही की जाय।उक्त निर्देश जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने विकास कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान सम्बन्धितों को दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को समयबद्ध तरीके से मूर्त रूप दिया जाय। जिलाधिकारी ने जिले के खण्ड विकास अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जिले के जो गांव ओडीएफ हो चुके हैं, उस गांव के रहन-सहन, साफ-सफाई व सकारात्मक सोच का परीक्षण करें और आगामी बैठक में ओडीएफ से होने वाले फायदे की रिपोर्ट मुहैया करायें ।उन्होंने अधिशासी अभियन्ता जल निगम को आदेशित किया कि वे जिले के जनप्रतिनिधियों से सूची प्राप्त करते हुए हैण्डपम्पों की स्थापना की कार्यवाही अमल में लायी और ग्राम पंचायतों में सर्वेक्षण के आधार पर रिबोर भी करायी जाय।उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर जिले के ग्राम पंचायतों को ‘‘खुले में शौचमुक्त/ओडीएफ‘‘ कराने के लिए कार्य में तेजी लायी जाय। उन्होंने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे परिषदीय स्कूलों में प्रार्थना सभा के बाद 5 से 10 मिनट का ज्ञानवर्द्धक जानकारी दी जाय। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय अधिकारियों के निरीक्षण आख्या का अनुपालन समय से किया जाय। उन्होंने पशु टीकाकरण व पशु नशल सुधार के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये। उन्होंने एम्बुलेंस सेवा-102 व 108 को जनता के हितों के लिए क्रियाशील रखने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी कार्यालयाध्यक्ष अपने-अपने विभागों से जुड़े कार्यों का अभिनव प्रयोग करने की कोशिशि करें, ताकि शासन की मंशा के अनुरूप बेहतर कार्य जो अभिनव प्रयोग के रूप में मिलें, उन्हें योजनाओं में शामिल किया जाय।बैठक में जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय के अलावा मुख्य विकास अधिकारी रामाश्रय, प्रभागीय वनाधिकारी श्रद्धा यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0पी0 सिंह, जिला स्तरीय अधिकारीगण, सूचना विभाग के नेसार अहमद सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।
