जन में स्वास्थ्य के क्षेत्र मे अच्छा कार्य करने वाले कार्मिको को प्रोत्साहित किया जाय-जिलाधिकारी
मीडिया हाउस/बी.के.टाइम्स 10 ता. सोनभद्र- पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय, स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह इस अभियान को अपने जिम्मेदारी में सफल कराते रहें।यह बातें जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्ट्रेट मीटिंग हाल में दियें। जिलाधिकारी ने जिला टास्क फोर्स की समीक्षा मुख्य चिकित्सा अधिकारी की मौजूदगी में बारी-बारी से तहसील स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारियों, शिक्षा विभाग व बाल विकास के कार्मिकों के साथ ही ब्लाक स्तरीय प्रभारी चिकित्साधिकारियों, बाल विकास परियोजना अधिकारियों, खण्ड शिक्षा अधिकारियों आदि से की। आम जन मानस में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर किसी तरह की दिक्कत महसूस न होने दें। आम जन में स्वास्थ्य के क्षेत्र मे अच्छा कार्य करने वाले कार्मिको को प्रोत्साहित किया जाय, जिससे कार्यों को बखूबी अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकें।इसी तरह से जिला टी0बी0 टास्क फोर्स की बैठक की समीक्षा की गयी। जिसमें टी0बी0 से पीड़ित मरीजों के बारे में गहनता पूर्वक जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने क्षय रोग अधिकारी से जानकारी की। जानकारी के दौरान बताया गया कि जिले के कई गांवों में टी0बी0 से ग्रसित मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। जिसकी तहकीकात जिलाधिकारी ने स्वयं सीएमओ की मौजूदगी में टी0बी0 से पीड़ित मरीज जितेन्द्र पुत्र दीनानाथ शर्मा, निवासी बसुआ का पोखरा से व निशा पत्नी आनन्द मौर्य निवासी घुआस मोड़ रेलवे फाटक राबर्ट्सगंज से बात करते हुए, उनके टी0बी0 रोग की चल रही ईलाज का हाल मौके पर दवाओं को मंगाकर किया।जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य से जुड़े समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग को यह भी निर्देश दिये कि घट रहे जल स्तर से दूषित हो रहे पीने के पानी की शुद्धता को बरकार रखते हुए उनमें ब्लीचिंग पाउडर व अन्य दवाओं का इस्तेमाल करने हेतु नागरिकों को जागरूक किया जाय। जिला स्वास्थ्य समिति के तहत स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व सम्बन्धित रोग के डाक्टरों को दायित्वबोध कराते हुए कहा कि जो, जहां अपने क्षेत्र में तैनात है, वह अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाते रहें। जिससे किसी तरह के रोग से पीड़ितों को कठिनाईयां महसूस न हो सके। उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान 27 मार्च, 2018 को 60 गांवों में स्वास्थ्य सम्बन्धी कैम्प आयोजित किया जायेगा। कैम्प में पूर्वान्ह 10 बजे से ही मौजूद रहकर नामित किये सम्बन्धित अधिकारी, आशा बहुएं, सफाई कर्मचारी, सेक्रेटरी, लेखपाल, प्रधानाध्यापक, कोटेदार आदि अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित स्टाल लगाकर लोगों को जानकारी देने के साथ ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी करेंगें।जिला स्वास्थ्य समीक्षा बैठक में प्रधान मंत्री मातृत्व वन्दना योजना, जननी सुरक्षा योजना, परिवार नियोजन, टीकाकरण, एच0एम0आई0एस0 एवं यू0पी0एच0एम0 आई0एस0 सपोर्टिव सुपर विजन, आशा भुगतान, स्वास्थ्य से जुड़े वित्तीय प्रगति आदि की समीक्षा बारी-बारी से की। 600 संख्या वाले ग्रामीण वाले आबादियों में एक आशा बहु का चयन किया जाय और जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जरूरी साधनों को उपलब्ध कराया जाय। जिन क्षेत्र में कुपोषित बच्चों को किसी तरह की दिक्कत होने पर 108 नम्बर एम्बुलेंस का इस्तेमाल किया जा सकता है।समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय के अलावा मुख्य विकास अधिकारी रामाश्रय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0पी0 सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 पी0बी0 गौतम, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा0 बी0के0 अग्रवाल, जिला कार्यक्रत अधिकारी अजीत कुमार सिंह, एस0एम0ओ0 मंजीत कुमार चैधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी आर0के0 भारती, बीएसए डा0 गोरखनाथ पटेल, जिला पूर्ति अधिकारी, डीएमओएसडी अमरपाल गिरि सहित स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सम्बन्धित अधिकारी व डाक्टरगण मौजूद रहें।