अजय कुमार मीडिया हाउस 31ता.मुम्बई- कई महीने से वन विभाग के अंतर्गत काम करने वाले कर्मचारियों को कई प्रकार की समस्याओं से झूझना पड़ रहा था । इनमे प्रमुख रूप से इनके मासिक वेतन में हो रही देरी, सुरक्षा, सरकारी निवास इत्यादि अहम मुद्दों पर इन्हें दुर्लक्षय किया जा रहा था । करीब डेढ़ साल पहले वन विभाग के खाते में धड़क कामगार यूनियन की स्थापना की गई । जब इस समस्या की जानकारी वन कर्मचारियों द्वारा यूनियन के संज्ञान में लाया गया तब कानूनी प्रकिया को मद्देनजर रखते हुए यूनियन ने वन विभाग के मुख्य अधिकारियो से चर्चा शुरू की। मांगो को अनदेखा किये जाने पर धड़क कामगार यूनियन के महासचिव अभिजीत राणे ने ठोस कार्यवाही करते हूए इनकी मांगे पूरी करने के लिए कानूनी प्रकिया का सहारा लेते हुए सफलता हासिल की।वन कर्मचारियों द्वारा एक दिन के अनसन पर बैठे कर्मचारियों को धड़क कामगार यूनियन के महासचिव ने खुद पहुँच कर इनका हौसला बढ़ाया । मुख्य वन संरक्षक अनवर अहमद ने यूनियन के विविध मांगो को पूरा करने के अस्वासन देते हुए कहा कि भविष्य में इन कर्मचारियों के साथ भेदभाव व वन अधिकारी द्वारा दुर्व्यवहार नही किया जाएगा। कर्मचारियों की मुख्य मांगो में इनके वेतन जो देरी से किये जा रहे थे वह अब समय पर समय पर दिए जाएंगे। इनकी सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए ड्यूटी के वक़्त सुरक्षा सामग्री उपलब्ध होंगी.. जो कर्मचारि अब तक कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे है उन्हें परमानेंट करने की भी प्रकिया जल्द पूरी की जाएंगी। कर्मचारियों को सरकारी आवास और जिन्हें आवास उपलब्ध है उनके जर्जर मकानों की मरम्मत ऐसे अहम मुद्दों को जल्द से जल्द पूरा करने अस्वासन वन विभाग के मुख्य संरक्षक द्वारा दिया गया।तेज तर्रार मजदूरों के नेता अभिजीत राणे ने कहा कि धड़क कामगार यूनियन के माध्यम से कामगारों को उनके हक्क के लिए हम सदैव तत्पर रहेंगे । यदि एक महीने के भीतर वन विभाग के कर्मचारियों की मांगे पूरी नही की गई तो आमरण उपोषण पर भी बैठने का इशारा उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा। इस मौके पर धड़क कामगार यूनियन के वन विभाग यूनिट के सभी पदाधिकारि वन विभाग के सभी कर्मचारी मौजूद रहे।
