गोविन्द कुमार/ए.के.गुप्ता मीडिया हाउस 2 ता. रांची- राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में दूसरे दिन रविवार को भी नर्सों और जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी रही। समुचित इलाज के अभाव में अब तक रिम्स में करीब दो दर्जन मरीजों की मौत हो चुकी है। फिर भी धरती का भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों और उन्हें हर चिकित्सा कार्य में सहयोग करने वाली नर्सों का दिल अब तक नहीं पसीजा है। जिसका खामियाजा दर्द से कराहते उन मरीजों को भुगतना पड़ रहा है जिनकी कोई गलती नहीं है और वह रिम्स में एक दिन पूर्व हुए घटना से अनजान हैं। रिम्स में डॉक्टरों को उनका कर्तव्य बोध कराने के लिए दिन में कुछ राजनीतिक संगठन के कार्यकर्ता भी रिम्स पहुंचे। रिम्स के प्रभारी निदेशक डॉ आर के श्रीवास्तव से वार्ता करने के बाद भी अस्पताल में चिकित्सा सेवा सुचारू रूप से बहाल नहीं हो सकी है। रिम्स प्रबंधन अस्पताल में मरीजों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रहा है। फलस्वरूप इसका खामियाजा मरीजों को अपनी जान गवा कर भुगतना पड़ रहा है।
खुद से स्लाइन चढ़ा रहें डॉक्टर !
रिम्स के शिशु शल्य रोग विभाग में शिशु शल्य चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉण् एच के बिरुवा खुद से अपने विभाग में मरीजों को स्लाइन चढ़ाते नजर आए। रिम्स में मरीजों को थोड़ी राहत यहां के वरीय चिकित्सकों के कारण उपलब्ध हो रही है। क्योंकि वरीय चिकित्सक अपने अपने वार्डों में राउंड कर मरीजों को देख उचित परामर्श दे रहे थे।
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ रिम्स !
रिम्स में डॉक्टर और नर्सों के साथ मारपीट के बाद सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव और बरियातू थाना प्रभारी के नेतृत्व में रिम्स परिसर में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। महिला और पुरुष पुलिस फोर्स को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि रिम्स परिसर पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है।
नर्सों और डॉक्टरों के अड़ियल रवैया को देख धरना पर बैठे परिजन !
रिम्स में दूसरे दिन चिकित्सा सेवा बहाल नहीं होने के कारण मरीजों को हो रही असुविधा को देखते हुए कुछ परिजन रिम्स इमरजेंसी गेट के सामने धरना पर बैठ गए। परिजनों की मांग है कि रिम्स प्रशासन और प्रबंधन जल्द से जल्द रिम्स में चिकित्सा सेवा बहाल कर आए और मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराए।
मरीजों को वापस ले जा रहे परिजन !
रिम्स में डॉक्टरों और नर्सों की हड़ताल के कारण मरीजों का इलाज 2 दिनों से प्रभावित है। मरीजों का उचित ढंग से इलाज नहीं होने के कारण कई परिजन अपने मरीजों को रिम्स से दूसरे निजी अस्पताल या सदर अस्पताल की ओर रुख करने को विवश है।
दलालों की कट रही चांदी !
जिन मरीजों का इलाज रिम्स में नहीं हो पा रहा है और जिनकी स्थिति गंभीर बनी हुई हैए वैसे मरीजों को अपने जाल में फंसाने के लिए दलाल सक्रिय हो गए हैं। अस्पताल परिसर में कई दलाल मरीज के परिजनों को समझा.बुझाकर और अपने जाल में फंसाकर रिम्स से बाहर दूसरे अस्पतालों में मरीजों को पहुंचाने में मदद कर रहे है। इससे दलालों की रिम्स में चांदी कट रही है यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी।
नर्सो ने किया प्रदर्शन करते रहे गिरफ्तारी की मांग !
रिम्स यराजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेसद्ध में नर्सोंए जूनियर डॉक्टर्सए पारामेडिकल स्टॉफ और इंटर्न की हड़ताल रविवार यानी दूसरे दिन भी जारी है। फिलहाल हालत ये है कि अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन सड़कों पर हैं। परिजनों का कहना है कि पुलिस अस्पताल प्रशासन को दो टूक में कहें कि तुरन्त इलाज शुरू कराएंए वर्ना भर्ती मरीज को भी सड़क पर ले आएंगे। इधर हड़ताल पर गयीं नर्सो ने भी रिम्स अधीक्षक कक्ष के बाहर हंगामा किया और जमकर भाषणबाजी की। उनका कहना था कि मारपीट करने वाले मृतक के परिजनों के विरूद्ध आपराधीक मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए।
विद्यार्थी परिषद नर्सों के हड़ताल को नाजायज बताया !
भारतीय विद्यार्थी परिषद, रांची महानगर ने रिम्स में नर्सो के हड़ताल को नाजायज बताते गरीबों के हित में हड़ताल को तत्काल वापस लेने की मांग की है। परिषद के सदस्यों ने प्रर्दषन किया और स्वास्थ मंत्री और रिम्स प्रषासन कि खिलाफ नारेबाजी की। परिषद का कहना है कि किसी को किसी के जीवन से खेलने का कोई हक नहीं है। एक की गलती के लिए सभी को सजा देना ठीक नहीं है। परिषद ने इस मामले में तत्काल मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करने की मांग की है जिससे गरीबों की जान बच सके।
रिम्स के हड़ताल को देखते हुए जिंदगी मिलेगी दोबारा फाउंडेशन 24 घंटे मुफ्त सेवा देगी !
रिम्स की हड़ताल को देखते हुए जिंदगी मिलेगी दोबारा फाउंडेशन रिम्स परिसर में 24 घंटा एंबुलेंस सेवा देगी। हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है उन्हें किसी दूसरे हॉस्पिटल घर दूसरी जगह ले जाने में जिंदगी मिलेगी दोबारा 24 घंटे सेवा देगी। टोल फ्री नंबर 9709500007 में संपर्क किया जा सकता है।