जनपद में कार्यरत कम्पनियाँ यहा के युवाओं को रोजगार नही देना चाहती है।
दूसान पावर कम्पनी ने प्रथम चरण में 32 स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए कहा।
मीडिया हाउस/बीकेटाइम्ट 9ता. सोनभद्र- ओबरा तापीय परियोजना की निर्माणाधीन ओबरा “सी” परियोजना में रोजगार की मांग को लेकर के स्थानीय बेरोजगार युवाओं ने दूसान पावर सिस्टम कम्पनी के मुख्य गेट पर भारतीय संविदा श्रमिक संगठन के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया।
धरना प्रदर्शन का संचालन कर रहे भारतीय संविदा श्रमिक संगठन के महामंत्री नागेन्द्र प्रताप चौहान ने दूसान पावर सिस्टम कम्पनी पर भ्रष्टाचार और शोषण का आरोप लगाते हुए कहा कि,कम्पनी अपने यहाँ कार्यरत श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी दर से भुगतान नही करती है,दूसान कम्पनी के ठेकेदार श्रमिकों के न्यूनतम मजदूरी की चोरी कर रहें है,जो भी श्रमिक न्यूनतम मजदूरी दर से भुगतान की मांग करता है उसे कार्य से बिना वेतन के बारह निकाल दिया जाता है, प्रदेश में यदि कही बंधुआ मजदूरी की प्रथा चल रही है तो वह ओबरा सी परियोजना है,दूसान कम्पनी में कार्यरत एक-एक श्रमिक कही ना कही किसी ना किसी तरह से शोषित हो रहा है,दूसान पावर कम्पनी सिर्फ श्रमिकों के न्यूनतम मजदूरी को ही नही लूट रही है,उनके ईपीएफ और ईएसआई पर भी डाका डाल रही है,दूसान कम्पनी ओबरा में प्रदेश का विकास करने नही श्रमिकों का विनाश करने आयी है,स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार नही देना इनके मुख्य एजेंडे में है,स्थानीय युवाओं से इन्हें डर है कि, उन्हें न्यूनतम मजदूरी देना पड़ेगा सारे अधिकार देने पड़ेगे,जब तक सोनभद्र के एक एक बेरोजगार युवा को रोजगार नही मिल जाता हमारा संघर्ष ऐसे ही चलता रहेगा सोनभद्र में रोजगार पाना हमारा अधिकार है!
इसी क्रम में धरना-प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे भारतीय संविदा श्रमिक संगठन के अध्यक्ष मणि शंकर पाठक ने कहा कि,प्रदेश के सभी जिलों से ज्यादा हमारे सोनभद्र में औद्योगिक ईकाई है फिर भी सोनभद्र का युवा बेरोजगार है तो वह किसी श्राप से कम नही है,यहाँ के उद्योगों में कार्यरत कम्पनियाँ यहा के युवाओं को रोजगार नही देना चाहती है,शासन द्वारा जारी आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए दूसान पावर कम्पनी द्वारा ओबरा सी का निर्माण काराया जा रहा है, ओबरा सी परियोजना में जो भी रोजगार उत्पन्न होता है उसे स्थानीय बेरोजगार युवाओं को सूचित ना कर के कम्पनी के बिचौलियों द्वारा कम वेतन पर कमीशन लेकर भर दिया जाता है,दूसान कम्पनी द्वारा यदि अपने इस एजेंडे को नही बदला गया तो हमारे संगठन द्वारा स्थानीय बेरोजगार युवा को रोजगार दिलाने के लिए दूसान पावर कम्पनी व अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जायेगा।बेरोजगार युवा और ओबारा सी परियोजना के श्रमिकों को सम्बोधित करते हुए संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष फुलेन्द्र झा ने कहा कि,रोजगार पाना हमारा अधिकार है,सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम दर से कम वेतन पर भुगतान कोई भी श्रमिक ना ले,यदि न्यूनतम मजदूरी मांगने पर कोई कम्पनी या ठेकेदार उन्हें कार्य से निकालता है तो इसकी सुचना वह अपने लेबर यूनियन और उपश्रमायुक्त महोदय से करें, दूसान पावर कम्पनी द्वारा हो रहे मजदूरों के शोषण के खिलाफ हल्ला बोलना होगा,जो श्रमिक के अधिकार है उन्हें हम लड़ कर लेंगे।
धरना प्रदर्शन लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्वक सुबह आठ बजे से प्रारम्भ हुआ दो घन्टों के पश्चात ओबरा पुलिस-प्रशासन के मध्यस्थता में दूसान पावर कम्पनी से वार्ता हुई जिसमें निर्माणाधीन तापीय परियोजना ओबरा “सी” के अधिक्षण अभियन्ता के० एल० पाण्डेय, यु० सी० मिश्रा। ओबरा पुलिस प्रशासन के तरफ से थाना प्रभारी निरीक्षक अभय कुमार सिंह , प्रमोद मिश्रा। दूसान पावर कम्पनी के ओर से दूसान पावर कम्पनी के मैनेजर जेरी किम, दिलीप ठाकूर,कुलकर्णी,लाल बाबू झा ।भारतीय संविदा श्रमिक संगठन के तरफ से संगठन के अध्यक्ष मणि शंकर पाठक ,नागेन्द्र प्रताप चौहान,गुड्डू तिवारी,फुलेन्द्र झा,जितेन्द्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे, वार्ता में दूसान पावर कम्पनी ने प्रथम चरण में 32 स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए कहा, अधीक्षक अभियन्ता यु०सी० मिश्रा ने कहा कि, कैपासाइट कम्पनी के श्रमिकों के बकाया वेतन का भुगतान भी दूसान पावर कम्पनी द्वारा करा दिया जायेगा और उन्होंने यह भी कहा कि ओबरा सी परियोजना में कार्यरत श्रमिकों को कोई भी समस्या हो तो वह दूसान पावर कम्पनी के एच आर हेड दिलिप ठाकुर से इसकी शिकायत कर सकते है।