मीडिया हाउस 15 ता.लखनऊ- नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार उत्तर प्रदेश के एक दिनी दौरे पर लखनऊ पहुंच कर सीएम योगी आदित्यनाथ से भेंट की। भेंट के दौरान उनके समक्ष उत्तर प्रदेश में चल रहे विकास कार्य का ब्यौरा पेश किया, मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि राज्य सरकार बौद्ध धर्म के केंद्र के रूप में विख्यात सारनाथ में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है। बुंदेलखंड में घरों में पाइप पेयजल पहुंचाने के लिए भी काम शुरू हो गया है। राज्य सरकार सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए भी प्रयासरत है। सरकार की कोशिश है कि हर दो जिलों के बीच एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो। इस दौरान सीएम ने बताया कि सरकार और जनता के सहयोग से मनरेगा के तहत की दस नदियों को फिर से जीवन दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नीति आयोग उपाध्यक्ष को बताया कि राज्य सरकार ने अभी 14 मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में निवेश और उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भी कोशिशें जारी हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्षा जल संचयन योजना को अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत प्रदेश में तालाब के साथ कुंआ का कायाकल्प और पुनरोद्धार किया जा रहा है। प्रदेश में 10 नदियों के पुनरोद्धार का काम भी तेजी से चल रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश में 1.180 करोड़ लाभार्थियों को इसका लाभ दिया गया है। योजना से वंचित 10.56 लाख लोगों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत इलाज की सुविधा दी जा रही है। विकास के मुद्दों के साथ ही प्रदेश के आठ ऐसे जिलों पर भी विचार किया गया, जहां विकास की संभावनाएं हैं। इसके अलावा सारनाथ में पर्यटन के बढ़ावे, प्रदेश में औद्योगिक निवेश और बुंदेलखंड में पानी की सप्लाई स्कीम प्रमुख मुद्दे रहे। बुंदेलखंड में पानी की सप्लाई स्कीम के तहत पुराने कुएं और तालाबों को भरने का काम किया गया है। यही नहीं वर्षा जल संचयन को अनिवार्य किया गया है। परिवार, समाज और राष्ट्र की महत्ता को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम कर रही है।