मीडिया हाउस 26 अप्रैल बोकारो : कोरोना केस से स्वस्थ होने के बाद कल बोकारो जेनरल अस्पताल से चार लोगों को छुट्टी दी गई थी। उपायुक्त मुकेश कुमार समेत जिला के अधिकारियों तथा अस्पताल के निदेशक तथा उनकी टीम ने ताली बजाकर ठीक हुए मरीजों का स्वागत किया गया था। जो बोकारो के लिए एक सुखद समाचार रहा। उसी क्रम में आज 15 संभावित का जांच रिपोर्ट प्राप्त हुआ जो सुखद अनुभूति दी।
●चास के 15 लोगों का कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव
आया- उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि हाल के दिनों में धनबाद जिला के एक कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। उस व्यक्ति का ट्रैवलिंग हिस्ट्री बोकारो जिला से जुड़ा था। उसी आधार पर बोकारो जिला के 15 लोगों को क्वॉरेंटाइन करते हुए उनका कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसका रिपोर्ट निगेटिव आया है। उन्होंने जिला वासियों से अपील की है कि सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन अनिवार्य रूप से करना होगा। सभी को लॉक डाउन में ही रहना होगा।
●किसी विशेष दुकान से किताब खरीदने के लिए बाध्य नहीं होंगे अभिभावक, सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए विद्यालय प्रांगण में मिलेगा पाठ्यक्रम की किताबें – लॉक डाउन के दौरान बच्चों का भविष्य पर निश्चित तौर पर जिला प्रशासन चिंतित है। एक ओर जहां जिला प्रशासन द्वारा ऑनलाइन क्लासेज प्रारंभ किया गया है वहीं अब बाजारों में किताब की दुकाने खोल दी गई है। विद्यालय कैम्पस में भी बुक स्टॉल लगाए जा रहे हैं जहां से बच्चे किताब खरीद सकेंगे। बच्चों को उनके पाठ्यक्रम की किताबें प्रदान करने हेतु विशेष सुविधा स्कूल प्रबंधन तथा किताब दुकानों के द्वारा की जा रही है। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी चास श्री शशिरंजन सिंह के साथ विद्यालय प्रबंधन एवं किताब दुकानदारों के साथ बैठक भी की गई है। उपायुक्त ने बताया कि पाठ्यक्रम की किताब छात्रों तथा अभिभावकों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खरीद सकेंगे। अभिभावकों तथा छात्रों को ऐसी कोई बाध्यता नहीं रहेगी कि अपने पाठ्यक्रम की किताब वह किसी विशेष चिन्हित दुकानों पर ही लें, वे अपने पाठ्यक्रम की किताब किसी भी दुकान से लेने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन उन किताब दुकानदारों द्वारा किताब बिक्री के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सही तरीके से किया जाना चाहिए। इसी बीच उपायुक्त ने यह भी कहा कि यदि विद्यालय प्रबंधन द्वारा किताब क्रय करने हेतु दवाब दिया जाता है या निर्धारित दुकान से ही किताब क्रय करने को कहा जाता है तो मामले संज्ञान में आते हैं तो विद्यालय प्रबंधन के ऊपर कार्रवाई की जा सकती है।