मीडिया हाउस 13ता.सोनभद्र-व्यक्ति खाना-पानी के बिना तो कुछ रोज जिन्दा रह सकता है, किन्तु आक्सीजन के बिना इन्सान तो जिन्दा नही रह सकता हैं और ये आक्सीजन तो पेड़/वृक्ष/वनों से ही मिलता है ,हकीकत है कि इन्सान की जिन्दगी ही वृक्ष हैं,जहां पर्याप्त मात्रा में पेड़/पौधे होते हैं,वहां के लोंगों की तन्दरूस्ती अच्छी होती है और जहां पेड़/पौधों/वनों की कमी होती है,वहा का पर्यावरण सन्तुलन बिगड़ जाता है और लोगों का जीना दूभर हो जाता है । इसलिए सरकारी की महत्वांकाक्षी योजना ‘‘ वर्षाकाल,2020 ‘‘ को जन आन्दोलन का रूप दिया जाय। एक गांव एक उत्पाद के आधार पर गांव के भौगोलिक परिस्थितियों व मिट्टी के अनुरूप फलदार पौध रोपित किये जाय।
उक्त बातें जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने कलेक्ट्रेट में ‘‘ वर्षाकाल,2020 ‘‘ के वृक्षारोपण अभियान की तैयारियों की जिला वृक्षा रोपण समिति की समीक्षा करते हुए सोमवार को कही। जिलाधिकारी श्री अग्रवाल ने ‘‘ वर्षाकाल,2020 ‘‘ के पौध रोपण अभियान के नोडल प्रभागीय वनाधिकारी सोनभद्र संजीव कुमार सिंह को निर्देषित किया कि भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप उपयुक्त पौधों का चयन कर एक गांव एक उत्पाद के आधार पर स्थानीय मिट्टी के अनुरूप फलदार पौधों को रोपित करायें और कोशिश किया जाये कि ऊंचे कद के पौध रोपित किये जाये, जो आसानी से कम दिनों में बच सके। उन्होंने कहा कि जंगलों के जमीनों पर पौध रोपण करते हुए निजी काश्तकारों के जमीन पर भी पौधो को रोपित कराने के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम चलायें। जिलाधिकारी ने अधिकारियों/कर्मचारियों,जन प्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संगठनों के पदाधिकारियों,सम्भ्रान्त नागरिकों,मीडिया के पदाधिकााियों के साथ ही आम नगारिकों से ‘‘ वर्षाकाल,2020 ‘‘ के पौध रोपण सफल बनाने की अपील करते हुए कहाकि सेवाओं/जिन्दगी में ऐसे कार्य करने का मौका कम मिलते हैं,अन्य जिलों में वनों भूमि आदि की काफी कमी है,इस मामले में सोनभद्र जिला में पर्याप्त वन भूमि आदि जिसमें पौध रोपण का पूरा मौका है । जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने बताया कि शासन द्वारा सोनभद्र जिले के लिए 78 लाख 80 हजार 30 पौधो को रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित है । जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को आदेषित किया कि वे ऊंचे कद के 8 से 12 फिट के पौधों को ही ज्यादा से ज्यादा रोपित करें, जिससे वह पौधे कम दिनों में ही वृक्ष का रूप लेकर छाया व फल दे सकें । जिलाधिकारी ने अपील की कि ऊंचे कद के ही पौधे लगाये जायं,जो अधिकाधिक जानवरों आदि के चराई के पहुंच से बाहर होते है और आसानी से वृक्ष को रूप ले लेते हैं। उन्होंन कहा कि शासन द्वारा निर्धारित वन विभाग के साथ ही अन्य विभाग के पौध रोपण अभियान के लक्ष्य को पूरा किया जाय। जिले में जो पौधशालाएं हैं, उनमें पौधों की उपलब्धता का सत्यापन किया जाय और जरूरत के मुताबिक पौधों की व्यवस्था सुनिष्चित कराया जाय। उन्होंने कहा कि जिले के औद्योगिक क्षेत्रों, क्रषर क्षेत्रों में भी पौध रोपित किये जाय। उप निदेषक कृषि व उद्यान अधिकारी किसानों से समन्वय स्थाापित करके फलदार पौधो को रोपित करायें। उद्यान विभाग एवं उपायुक्त एनआरएलएम समन्वय स्थापित कर स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से फलदार पौधों को रोपित करायें। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि सुकृत से हाथीनाला से जाने वाले 5ए राज्य मार्ग के दोनों पटरियों की तरफ पौध रोपित करने के लिए जिलाधिकारी स्तर से उपसा को पत्र भेजवायें और जिले में सड़कों के किनारे जहां पौध रोपित किये जाने के लिए जगह है, पौध रोपित करने की कार्ययोजना बना लें। बैठक में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, डीएफओ सोनभद्र संजीव कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी रामबाबू त्रिपठी, डीसी मनरेगा टी0बी0 सिंह, डीपीआरओ आर0के0 भारती, बीएसए डाॅ0 गोरखनाथ पटेल, जिला स्तरीय अधिकारीगण, सूचना विभाग के नेसार अहमद सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद रहें।
