मीडिया हाउस न्यूज ऐजेन्सी 24ता.नई दिल्ली- बिना सोचे समझे बाबा रामदेव कोरोना वायरस की दवा कोरोलिन लांच करने की घोषणा करके गच्चा खा गए। दरअसल हमारे सूत्र बता रहे हैं, भारत ने कोरोनावायरस पर विजय प्राप्त करने वाली वैक्सीन खोज ली है उसका परीक्षण चूहों एवं खरगोश पर कर लिया गया है।
हमारे सूत्र के अनुसार, 27 सौ मरीजों पर इसका परीक्षण किया जा चुका है। परिणाम भारत को उत्साहित करने वाला हैं, सारा विश्व कोरोनावायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है। कई देश इसे चीन द्वारा मानव जनित केमिकल वार जैसा मानकर चल रहे हैं। भारत सरकार के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी स्पष्ट कर चुके हैं, यह कोई बीमारी नहीं है यह मानव द्वारा रचित खेल है। जिसके कारण सारा विश्व संकट में हैं। लाखों लोग इसकी चपेट में आए हैं कई देशों में यह वहां की वित्तीय व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए मौत का तांडव कर रही है। भारत मे भी कोरोनावायरस के कारण उथल-पुथल मचा हुआ है। लाखों मरीज अभी तक सामने आ चुके हैं। हजारों मौत के मुंह में समा चुके हैं। चारों ओर गांव हो, कस्बा या महानगर मौत तांडव करती हुई दिखाई दे रही है। हर घर की वित्तीय व्यवस्था चकनाचूर हो गई है, लोगों की नौकरी चली गई, कारोबार बंद है, बड़े पैमाने पर पलायन हुआ। ऐसा कोई राज्य नहीं जहां कोरोनावायरस की पहुंच ना हो। सारे धार्मिक स्थल बंद है, इबादत गृह एवं मस्जिद भी वीरान है। वहीं अस्पतालों में बढ़ती मरीजों की संख्या के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। बड़े-बड़े डॉक्टर त्राहिमाम बोल रहे हैं। किसी को कुछ नहीं सूझ रहा, अपनी-अपनी ढपली अपना अपना राग अलाप रहे हैं। इसी बीच हमारे विश्वस्त सूत्रों से हमें अति महत्वपूर्ण जानकारी मिली है ,कि भारत सरकार ने कोरोनावायरस पर विजय प्राप्त करने वाली वैक्सीन खोज निकाली है। सरकारी प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण बहुत तेजी से किया जा रहा है, पूना की एक सरकारी लैब मे इस पर बहुत तेजी से काम चल रहा है।चूहों और खरगोशों पर इसका परीक्षण किया भी जा चुका है। इसके परिणामों को देखते हुए भारत सरकार का स्वास्थ्य मंत्रालय उत्साहित है।
हमारे सूत्र बताते हैं लगभग 27 सौ कोरोनावायरस के मरीजों पर इस दवा का प्रयोग किया जा चुका है, परिणाम चौंकाने वाले हैं। अगर सब कुछ ठीक चलता रहा, तो अंतिम परीक्षण भी चमत्कारी रहेगा। भारत कोरोना वायरस से मुक्ति की वैक्सीन लॉन्च करके दुनिया को चौका सकता है। सरकार भी किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं है। वैज्ञानिक अंतिम परीक्षण पर पूरी निगरानी रखे हुए हैं। इस वैक्सीन के लिए काम कर रहे वैज्ञानिकों के सरकार सीधे संपर्क में है। दिन प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट ले रही है। वैक्सीन परीक्षण को अंतिम रूप देने में अभी महीने दो महीने लग सकते हैं। संभवत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को इस वैक्सीन की घोषणा करके दुनिया को चौंका दें। लेकिन यह सब होने से पहले ही बाबा रामदेव ने अपनी कोरोलिन दवा के लॉन्चिंग का एलान करके सरकार का सारा खेल बिगाड़ दिया, सरकार को यह लगने लगा कि बाबा रामदेव भारत के सबसे बड़े चमत्कारी प्रोजेक्ट मे बाधक बन के सामने आ गए हैं। इसलिए आनन-फानन में सरकार ने कदम उठाते हुए तुरंत नोटिफिकेशन जारी करते हुए, बाबा रामदेव की दवा को मार्केट में ना लाने के लिए और उस पर जारी विज्ञापनों पर रोक लगाते हुए दवा का सैंपल परीक्षण के लिए आयुष मंत्रालय मे जमा कराने का फरमान जारी कर दिया। अब बाबा रामदेव बगले झांक रहे हैं, उन्हें यह नहीं सूझ रहा अब वे क्या करें।
बाबा रामदेव जो सरकारी भोंपू बनकर सरकार के गुणगान कर रहे थे,सरकार ने ऐसा आईना दिखाया कि अब वे आईने से अपना चेहरा छुपाते घूम रहे हैं। बाबा रामदेव का विज्ञापन जाल, मीडिया तंत्र एक ही झटके में धराशाई हो गया। बाबा ने कभी सोचा ही नहीं होगा कि जिस सरकार का गुणगान वह नींद में भी करते हैं, वहीं सरकार 440 वोल्ट का झटका देकर चारों खाने चित्त कर देगी।
सत्यम श्रीवास्तव प्रधान संपादक,
टी एन आई न्यूज़ एजेंसी
tni.editor@gmail.com
