मीडिया हाउस न्यूज ऐजेन्सी 24ता.रांची- झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय रांची में होने वाले अंतिम वर्ष की परीक्षा को लेकर छात्रों में असमंजस की स्थिति बन गई है। एक तरफ कोविड-19 को लेकर के सरकार सख्त है वहीं दूसरी तरफ परीक्षा को लेकर विद्यालय के छात्र-छात्राओं अभिभावकों में कोविड-19 को लेकर भय व्याप्त है।
झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय रांची के बीएससी फॉरेंसिक साइंस, बीएससी कंप्यूटर एप्लीकेशन एंड साइबर सिक्योरिटी, पीजी क्रिमिनोलॉजी के अंतिम वर्ष के छात्र के छात्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में 4 अगस्त 2020 से सभी पाठ्यक्रमों का एक ही बार में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित करने का विद्यालय प्रबंधक ने निर्णय लिया है। और बैकलॉग परीक्षाएं 27 जुलाई से आयोजित होनी है। जो छात्रों के सुरक्षा व हित में नहीं है। क्योंकि देश भर में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और झारखंड में भी काफी स्थिति खराब है। झारखंड के कई क्षेत्रों गांव जिले को कंटेनमेट जोन में घोषित कर दिया गया है।और आवाजाही प्रतिबंधित भी कर दिया गया है। कंटेनमेट जोन में रह रहे और परीक्षा देने वाले के लिए बाहर से रांची आना आसान नहीं है। 60% से अधिक छात्र झारखंड के दूरदराज से आते हैं। कई विद्यार्थी झारखंड के बाहर के हैं।इसलिए कोविड-19 कि इस स्थिति में रांची की यात्रा करना लोगों के लिए संभव नहीं है। जिससे छात्र काफी परेशान हैं। विद्यार्थियों की मानें तो भीड़ से संक्रमण का खतरा बढ़ेगा क्योंकि विद्यार्थी अलग-अलग स्थानों से आएंगे। सार्वजनिक परिवहन बंद है जिसके कारण समय से रांची आना मुश्किल है। विद्यार्थी को कारों को बुक कराने और आने जाने के लिए आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है क्योंकि इसमें काफी खर्च लगेगा। इस महामारी के दौरान छात्रावास बंद है हमें प्रवेश भी नहीं दिया जाएगा। इसलिए विद्यार्थियों को बाहर रहने और खाने-पीने में भी काफी दिक्कत व कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इस समस्या को लेकर कुलपति और सचिव से आग्रह किया गया किंतु छात्रों की कोई सुनवाई नहीं होने के साथ ही छात्र परीक्षा को लेकर के काफी परेशान हैं। छात्रों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राज्यपाल द्रौपदी मुरमू से मांग व अपील किया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए परीक्षा को तिथि स्थगित कर आगे बढा दिया जाए या फिर ऑनलाइन व्यवस्था करा दी जाए जिससे छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे।