मीडिया हाउस न्यूज ऐजेन्सी 13 ता.वाराणसी-पंचायत चुनाव के मद्देनजर अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए थानों व पुलिस चौकी में लागू बीट प्रणाली को सख्ती से लागू करने का निर्देश एडीजी बृजभूषण शर्मा ने दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की मुख्य कार्य ही बीट पर निर्भर है। थाना क्षेत्र में बीट प्रणाली मजबूत होने से वहां सभी प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगेगा। समय रहते सूचना मिल जाने पर अपराध को रोका जा सकता है। इसके लिए बीट प्रणाली को मजबूत करना होगा। जनपद में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई बीट प्रणाली को लेकर बीट प्रभारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। बीते एक वर्ष में लापरवाही बरतने वाले 17 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई हो चुकी है। अब लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मी के साथ थानेदार पर भी कार्रवाई की जाएगी। बीट प्रणाली को इसलिए शुरू किया गया था कि सिपाही अपने क्षेत्र में रहने वाले जन मानस के अंदर सुरक्षा का विश्वास उत्पन्न कर सकें। इसके साथ ही आपराधिक गतिविधि, अपराधी, अवैध धंधे, गुंडागर्दी, वसूली व अन्य जानकारी अपने स्तर पर जुटा सकें और उस पर अंकुश लगा सकें। लेकिन, अब तक थानों पर पहुंची सूचनाओं के आधार पर ही मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। बीट प्रणाली को लागू करने का मकसद था कि बीट प्रभारी अपने क्षेत्र में खोजी सूचनाएं लाएं और उस पर कार्रवाई करें। अभी तक इसको लेकर ढिलाई बरती गई है। बीट के सिपाही क्षेत्र के लोगों से बातचीत करके अपराधी व संदिग्ध लोगों की जानकारी जुटाएं और उन पर कार्रवाई कर कानून व्यवस्था को मजबूत करें।थाना क्षेत्रों में हो रहे अपराध को नियंत्रण करने व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उस क्षेत्र को छोटे – छोटे इलाकों में बांट देते है। जिसे बीट कहा जाता है। इन बीट पर एक हेड कांस्टेबल के अंतर्गत दो कांस्टेबल ड्यूटी में तैनात रहते है। हर बीट में एक बीट रजिस्टर होता है जिसमें एरिया का मानचित्र , महत्वपूर्ण भवन , सड़क मार्ग , गली , बैंक , अस्पताल , होटल के साथ अपराधियों का व्योरा के साथ असहाय लोगों के बारें में जानकारी दर्ज होती है।
