मीडिया हाउस न्यूज ऐजेन्सी 22 ता.प्योंगयांग– उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन अपने अजीब फैसलों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। कोरोना वायरस देश में ना फैले, इसके लिए जो भी कोरोना मरीज मिला, नॉर्थ कोरिया के तानाशाह ने उसे मरवा दिया, ऐसी रिपोर्ट आई थी। लेकिन, ताजा रिपोर्ट एक बच्चे के पॉर्न फिल्म देखने को लेकर है। एक बच्चे ने अपने घर में पॉर्न फिल्म देखने की गुस्ताखी क्या कर दी, किम जोंग उन गुस्से में आग बबूला हो गए।
किम जोंग उन ने नॉर्थ कोरिया में पॉर्न फिल्मों के खिलाफ अभियान चला रखा है। खासकर बच्चों के पॉर्न फिल्म देखने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है और अगर कोई बच्चा पॉर्न फिल्म देखने की जहमत करता है तो फिर उसे ऐसी सजा दी जाती है, कि कोई दूसरा शख्स पॉर्न फिल्म देखने की हिम्मत नहीं कर सकता है। डेलीएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया में एक बच्चा अपने घर में पॉर्न फिल्म देख रहा था और किम जोंग उन को इसकी खबर लग गई, बस फिर क्या था, उस बच्चे के साथ साथ उसके परिवार को सनकी तानाशाह ने घर जिले से दरबदर कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक घर में पैरेट्स के नहीं होने की वजह से लड़के ने घर के अंदर चोरी से पॉर्न फिल्म देखना शुरू कर दिया। लेकिन पुलिस को सर्वलांस के जरिए पता चल गया कि घर में बच्चा पॉर्न फिल्म देख रहा है। बस फिर क्या था बच्चे की तलाश करते करते पुलिस उसके घर तक पहुंच गई और बच्चे को पॉर्न फिल्म देखते हुए पकड़ लिया। जिसके बाद बच्चे के साथ उसके पूरे परिवार को नॉर्थ कोरिया के सबसे आखिरी हिस्से में छोड़ दिया गया है। यानि,
रिपोर्ट के मुताबिक पॉर्न फिल्मों के खिलाफ किम जोंग उन ने बेहद कड़ा अभियान चला रखा है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल से ही किम जोंग उन का ये अभियान बेहद कड़ाई के साथ चलरहा है। हाईस्कूलों के अंदर भी लड़के और लड़कियों के पॉर्न फिल्म देखने पर सख्त मनाही है और अगर कोई पॉर्न फिल्म देखते हुए पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ बेहद सख्त सजा का प्रावधान है। किम जोंग उन का मानना है कि अगर किशोर पॉर्न फिल्मों से दूर रहे तो उसके जीवन का निर्माण हो सकता है और पॉर्न फिल्म देखने वालों की मानसिकता खराब हो जाती है और वो गलत काम में संलिप्त हो सकते हैं। नॉर्थ कोरिया में पॉर्न फिल्म और पॉर्न फिल्मों से जुड़ी सामग्रियों की आयात और निर्यात करने वालों के लिए तो मौत की सजा का ही प्रावधान किया किया गया है। ऐसे दोषियों को लेबर कैंप भेज दिया जाता है या फिर मौत की सजा दे दी जाती है।रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ पॉर्न फिल्म देखने के आरोप में सिर्फ लड़का और उसके परिवार को ही सख्त सजा नहीं सुनाई गई है बल्कि उस लड़के के टीचर को भी सख्त सजा सुनाई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक लड़का जिस स्कूल में पढ़ता था उस स्कूल के प्रिंसिपल को लेबर कैंप भेज दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक किम जोंग उन पॉर्न फिल्म देखने वालों को इसलिए इतनी सख्त सजा दे रहा है क्योंकि वो मानता है कि पॉर्न फिल्म देखने से लोगों की मानसिकता खराब होती है। रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया में पॉर्न फिल्म देखने के खिलाफ सख्त सजा का प्रावधान भी किया गया है। पॉर्न फिल्म देखने वालों के लिए 5 साल से 15 साल तक सजा का प्रावधान है। By Abhijat Shekhar
मीडिया हाउस न्यूज ऐजेन्सी 13 ता.जेनेवा-विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अमेरिकी दवा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडेहनम ग्रेब्रेयेसस ने कहा, जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन के मंजूरी मिलने से हम महामारी को नियंत्रित करने के एक कदम और करीब हो गए हैं। उन्होंने कहा, कोरोना के खिलाफ हर नया, सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन हमें इस वायरल को कंट्रोल करने के करीब ला रहा है। जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद इस वैक्सीन को अब अंतरराष्ट्रीय कोवैक्स मुहिम के तहत गरीब देशों को भेजा जाएगा। इस वैक्सीन को कोवैक्स अभियान के तहत उन देशों को सबसे पहले दिया जाएगा, जहां अभी कोरोना वैक्सीन नहीं पहुंच पाया है। विश्व स्वास्थ्य संगठनने कहा, जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग मंजरी दे दी गई है। उन्होंने कहा, ये कोरोना वैसक्सी बाकियों तुलना में ज्यादा तेज असर दिखाता है। जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की खास बात ये है की इसमें दो डोज की एक ही खुराक दी जाती है। बाकी अन्य कोरोना वैक्सीन की डोज मुख्य रूप से दो बार दी जाती है। लेकिन जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 वैक्सीन की सिंगल डोज दी जाएगी।gns
मीडिया हाउस 9ता.वाशिंगटन-अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए आरोपों का विश्व स्वास्थ्य संगठन ने करारा जवाब दिया है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रॉस गेब्रेयेसस ने इस महामारी का राजनीतिकरण नही करने की सलाह देते हुए कहा कि कोविड-19 का राजनीतिकरण कर हमें एक दूसरे की कमी निकालने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह आग से खेलने जैसा है…हमें सावधानी रखने की जरुरत है। जेनेवा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान टेडरोस ने कहा कि कोरोना वायरस का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। अभी जरूरत है कि हम सब साथ मिलकर काम करें। अगर हम नहीं सुधरे, तो हमारे सामने और ज्यादा ताबूत रखे होंगे। इस वक्त कोरोना वायरस की लड़ाई में चीन और अमेरिका को साथ मिलकर काम करना चाहिए। डायरेक्टर ने कहा कि राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर दरारें ही वायरस और संक्रमण को सफल बनाती हैं। उन्होंने कहा कि भगवान के लिए, हम दुनिया के 60 हज़ार लोगों को खो चुके हैं, हम क्या कर रहे हैं? अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं के लिए कोविड 19 का इस्तेमाल करने की कोई आवश्यकता नहीं। बता दें कि ट्रंप ने व्हाइट हाउस के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में WHO की फंडिंग रोकने की धमकी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए WHO ने कोई कारगर कदम नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि हम डब्ल्यूएचओ पर खर्च की जाने वाली राशि पर रोक लगाने जा रहे हैं। जब हमने ट्रैवल पर बैन लगाया था, तो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसकी आलोचना की थी। उन्होंने कोरोना संक्रमण को लेकर बहुत सारी ग़लतियां की हैं. उन्हें और पहले इस बीमारी के बारे में चेतावनी जारी करनी चाहिए थी।gns
मीडिया हाउस 9ता.वाशिंगटन-कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया बेहाल है। ताजा आंकड़ों के अनुसार विश्व में अब तक वायरस से 88,338 लोग जान गंवा चुके हैं और 15,11,104 संक्रमण का शिकार हैं। उधर अमेरिका में और विकराल ले चुकी महामारी से हो रही मौतों ने स्पेन को पीछे छोड़ दिया है। जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय ने कहा है कि बुधवार को अमेरिका में लगातार दूसरे दिन करीब 2000 कोरोना संक्रमित रोगियों की मौत दर्ज हुई है। यानि दो दिन में यह करीब 4 हजार लोगों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हो चुकी है। अमेरिका में मौत की कुल संख्या 14695 के पार पहुंच गई है। मौत का यह आंकड़ा ने स्पेन को पीछे छोड़ दिया है। स्पेन में कोरोना महामारी से अब तक 14,555 लोगों की मौत दर्ज हुई है।
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से बुधवार शाम 8:30 बजे जारी लिस्ट के मुताबिक 24 घंटे में यहां रेकॉर्ड 1973 लोगों की मौत हुई है, जो पिछले दिन के 1939 मौतों से अधिक है। अमेरिका में 14695 लोग कोरोना की वजह से दम तोड़ चुके हैं। मौतों की संख्या के मामले में अमेरिका स्पेन (14555) से आगे निकल गया है। कोरोना की वजह से सबसे अधिक 17,669 लोग इटली में मारे गए हैं। इटली में 1 लाख 39 हजार लोग इस वायरस से संक्रमित हुए हैं। अमेरिका में सबसे अधिक 4 लाख 30 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
इसके बाद सबसे अधिक 1 लाख 48 हजार कोरोना मरीज स्पेन में हैं। जर्मनी में 1 लाख 13 हजार लोग संक्रमित हुए हैं जिनमें से 2,349 लोगों की जान गई है। 1 लाख से अधिक मरीजों वाले देशों में सबसे कम मृत्यु दर जर्मनी में ही है। फ्रांस में भी 1 लाख 12 हजार लोग संक्रमित हुए हैं। यहां 10,800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि नए आंकड़ों से पता चलता है कि जितनी आशंका थी, उससे कम मौतें हुई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय इस विषाणु के लिहाज से अधिक संवेदनशील है। उन्होंने कोरोना वायरस पर व्हाइट हाउस कार्य बल के संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमें इस बात के सबूत मिल रहे हैं कि अफ्रीकी अमेरिकी हमारे देश के अन्य नागरिकों के मुकाबले अधिक संख्या में इससे प्रभावित हैं।’ जॉन होपकिंस यूनिवर्सिटी के डाटा के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के बाद से अमेरिका में पुष्टि किए गए मामलों की कुल संख्या 383,256 है, जो कि बाकी अन्य देशों के मुकाबले सबसे अधिक है। कोरोना वायरस से हुई मौत के मामले में अमेरिका दुनिया भर में तीसरे स्थान पर है। व्हाइट हाउस कार्य बल के सदस्यों ने कहा कि नए आंकड़ों के आधार पर गणना में बताया गया है कि इस वायरस से अब 1,00,000 से कम मौत की आशंका है। इससे पहले की गणना में कहा गया था कि इस वायरस से देश में 1,00,000 और 2,00,000 लोगों की मौत हो सकती है।gns
मीडिया हाउस 7ता.वाशिंगटन-अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने मोनिका लेविंस्की के साथ अपने संबंधों को लेकर कई खुलासे किए हैं। डेली मेल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मैंने लेविंस्की के साथ अफेयर तनाव को कम करने के लिए किया था। आपको बता दें कि व्हाइट हाऊस की इंटर्न मोनिका लेविंस्की के साथ स्कैंडल की खबरों की वजह से बिल क्लिंटन की काफी बदनामी हुई थी। बिल क्लिंटन ने खुलासा किया है कि वह अपने काम की वजह से काफी तनाव में रहते थे। उन्होंने बताया कि उस वक्त उन्हें बॉक्सर की तरह लगता था जो 30 राऊंड की बॉक्सिंग के बाद पस्त हो गया है।
इस दौरान जब मैं लेविंस्की को देखता था तो वह उनके दिलो-दिमाग को शांत कर देता था। पूर्व राष्ट्रपति ने बताया कि मोनिका लेविंस्की के साथ अफेयर की खबरें जब पब्लिक में आई थीं तो उनकी शादीशुदा जिंदगी में तूफान आ गया था। इसके बाद हिलेरी क्लिंटन के साथ शादी बचाने के लिए काऊंसलिंग करवानी पड़ी थी। बिल क्लिंटन ने कहा कि उन्होंने लेविंस्की से माफी मांगी और कहा है कि उनकी पूरी जिंदगी की तुलना इसी अफेयर से की जाती है। इतना ही नहीं, इस स्कैंडल के चलते बिल क्लिंटन को वर्ष 1998 में महाभियोग का भी सामना करना पड़ा था। गौरतलब है कि मोनिका लेविंस्की वर्ष 1995 के दौरान व्हाइट हाऊस में इंटर्न के तौर पर काम करती थीं। उसी वक्त बिल क्लिंटन देश के राष्ट्रपति थे। मोनिका उस समय महज 22 साल की थीं जब उनके और बिल क्लिंटन के बीच यौन संबंध बने थे। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान मोनिका ने बताया था कि 1995 से लेकर 1997 तक उनके और बिल के बीच करीब 9 बार यौन संबंध बने थे और यह उन दोनों की सहमति के साथ हुआ था।gns
मीडिया हाउस 5ता.तेहरान-कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान-अमेरिका के बीच तना चरम पर पहुंच गया है। इस घटना क्रम ने दोनों देशों को युद्ध की कगार पर ला खड़ा किया है। ईरान ने अमेरिका के खिलाफ के आक्रामक रुख अपना रखा है और युद्ध के लिए तैयार है। इतिहास में पहली बार ईरान के क़ौम स्थित प्रमुख मस्जिद पर लाल रंग का झंडा फहराया गया है।
शिया समुदाय में लाल झंडे का मतलब होता है बदले की कार्रवाई या फिर युद्ध का ऐलान। यहां कौम में मस्जिद पर लाल झंडा फहराने के साथ लाउडस्पीकर पर दुआ मांगते सुना गया, या अल्लाह, अपने रखवाले को फिर से दुनिया पर भेजो। इसे पैगंबर मेहदी के दोबारा प्रकट होने की दुआ के रूप से देखा जा रहा है, जिनके बारे में इस्लामी मान्यता है कि आखिरी समय में (कयामत से पहले) वह धरती से बुराई के अंत के लिए दोबारा प्रकट होंगे। स्थानीय लोगों के मुताबिक पवित्र शहर क़ौम के इतिहास में ये पहला मौका है जब मस्जिद के ऊपर लाल झंडे लगाया गया है। बता दें शनिवार को ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने सुलेमानी के परिवारवालों से मुलाकात की थी। इसी दौरान उन्होंने उनके परिवार को भरोसा दिलाया कि जल्द ही सुलेमानी की मौत का बदला लिया जाएगा।gns
मीडिया हाउस 5ता.वाशिंगटन-अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि ईरान अमेरिकी जवानों या सम्पत्ति पर हमला करता है तो अमेरिका 52 ईरानी स्थलों को निशाना बनाएगा और उन पर ”बहुत तेजी से और जोरदार हमला करेगा। ट्रंप ने इराक में एक शीर्ष ईरानी जनरल को निशाना बनाकर शुक्रवार को ड्रोन हमला किए जाने का बचाव करते हुए ट्वीट किया कि 52 अंक उन लोगों की संख्या को दर्शाता है, जिन्हें एक साल से अधिक समय तक तेहरान में अमेरिकी दूतावास में 1979 में बंधक बनाकर रखा गया था। ट्रम्प ने ट्वीट किया कि इनमें से कुछ स्थल बहुत उच्च स्तर के और ईरान एवं ईरानी संस्कृति के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन स्थलों और ईरान पर बहुत तेजी से एवं जोरदार तरीके से हमला किया जाएगा। अमेरिका को अब और खतरा नहीं चाहिए।
अमेरिका द्वारा शुक्रवार को इराक में किए गए ड्रोन हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि संभावित जवाबी कार्रवाई का पहला संकेत देते हुए बगदाद में अमेरिकी दूतावास के निकट के एक इलाके में मोर्टार के दो गोले दागे गए। उन्होंने बताया कि इसी दौरान अमेरिकी बलों की तैनाती वाले अल-बलाद वायुसेना अड्डे पर दो रॉकेट गिराए गए। इराकी सेना ने अल बलाद और बगदाद में मिसाइल हमलों की पुष्टि की है और कहा है कि इनमें कोई हताहत नहीं हुआ। अमेरिका ने भी कहा है कि गठबंधन का कोई जवान हताहत नहीं हुआ।gns