ऊर्जा मंत्री की पहल एवम् अपील-विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ ने तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार आंदोलन वापस लिया से आंदोलन वापस!
विद्युत परिवार से ए के शर्मा की पुनः अपील..राजनीति प्रेरित हड़ताल से अलग रहें।

मीडिया हाउस न्यूज एजेन्सी 13ता.लखनऊ-प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा की पहल एवम् अपील से विद्युत कर्मचारियों ने कार्य वहिष्कार आंदोलन वापस ले लिया है। विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ, उप्र के प्रतिनिधियों की आज शक्ति भवन मे पॉवर कार्पोरेशन के चेयरमैन एम0 देवराज के साथ हुई वार्ता के पश्चात महासंघ द्वारा आज से प्रारंभ किए गए तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार आंदोलन वापस ले लिया गया है ।
महासंघ के अध्यक्ष वरिष्ठ मजदूर नेता आर0एस0 राय ने बताया की प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल पंकज कुमार से 10 मार्च 2023 को संविदा कर्मियों की 12 मांगों पर हुई वार्ता के क्रम में आज महासंघ के प्रतिनिधियों को चेयरमैन द्वारा आश्वासन दिया गया कि विद्युत दुर्घटना में मृतक संविदा कर्मचारी के आश्रित को दिया जा रहा मुआवजा 05 लाख से बढ़ाकर 10 लाख कर दिया जाएगा।साथ ही उन्होंने वेतन बढ़ाए जाने,संविदा कर्मियों की सेवा अवधि 60 साल किए जाने,ईएसआई की सुविधा हर ज़िले मे प्रदान किए जाने आदि सभी 12 मांगों पर सकारात्मक निर्णय शीघ्र ले लिया जाएगा।
चेयरमैन एम देवराज की अपील पर विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ द्वारा कार्य बहिष्कार आंदोलन तत्काल वापस ले लिया गया, जिसकी सूचना महासंघ द्वारा प्रबंधन को दे दी गई है। मीडिया प्रभारी पुनीत राय ने बताया कि प्रबंधन द्वारा महा संघ का आभार प्रकट करते हुए आंदोलन के नाते विद्युत संबिदा कर्मचारी महासंघ के घटक संगठनों के किसी भी संविदा कर्मचारी का आन्दोलन में भाग लिए जाने के कारण उत्पीड़न न किए जाने का लिखित आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमंडल में महासंघ के घटक संगठनों विद्युत संविदा कर्मचारी संघ उप्र के अध्यक्ष मोहम्मद काशिफ, विद्युत संविदा मजदूर संगठन उप्र के अध्यक्ष कमला तिवारी एवं निविदा संविदा कर्मचारी सेवा समिति के प्रांतीय अध्यक्ष विनोद कुमार तथा महासंघ के महामंत्री पंकज सिंह परमार और कपिल कुमार शर्मा एवं पिंटू कुमार उपस्थित थे।
विद्युत परिवार से ए के शर्मा की पुनः अपील..राजनीति प्रेरित हड़ताल से अलग रहें।
लखनऊ-नये-नये मुद्दे उठाकर कर्मियों को भ्रमित करके अपनी राजनैतिक रोटी सेंकने वालों से सावधान रहें। रचनात्मक वार्ता से भी भाग रहे हैं ये लोग। मार्च महीने में कार्य बाधित करना ठीक नहीं। राजस्व पर विपरीत असर पड़ेगा। बोनस सहित पिछली वार्ता के कई मुद्दे पूर्ण हुए। आगे भी विद्युत कर्मियों के हित में सब कुछ जो सम्भव होगा वो किया जाएगा। बातचीत का रास्ता खुला है। विद्युत मज़दूर पंचायत एवं विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ एवं अन्य संगठन जिन्होंने हड़ताल में शामिल होने से इंकार किया उनका आभार। सभी विद्युत कर्मियों एवं संगठनों से हड़ताल में शामिल न होकर अपना कार्य करते रहने की अपील करता हूँ।