कला और संस्कृति ही हमारी पहचान : शिक्षा मंत्री

मीडिया हाउस न्यूज एजेंन्सी 11ता॰बोकारो/बेरमो। नावाडीह प्रखंड की बिरनी पंचायत के मंझलीटांड़ गांव के स्कूल मैदान में आठवें झारखंड महोत्सव का आयोजन शुक्रवार को किया गया।कार्यक्रम का आनलाइन शुभारंभ प्रदेश के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने किया। महोत्सव में नटुआ, झूमर और छऊ टीमों के बीच प्रतियोगिता हुई। इसमें कुल दस टीमों ने हिस्सा लिया और अपनी कला-संस्कृति का प्रदर्शन किया। उद्घाटन के बाद शिक्षा मंत्री ने कहा कि अपनी कला और संस्कृति ही हमारी पहचान है। किसी भी राज्य की विशेषता वहां की कला, संस्कृति, भाषा और विरासत से ही है। मंत्री ने सम्बोधित करते हुवे कहा कि यह सराहनीय पहल है कि आज के युवा वर्ग अपनी कला संस्कृति को बचाने और बढ़ाने के लिए ऐसे आयोजन करा रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नावाडीह क्षेत्र को शिक्षा का हब बनाया जा रहा है। यहां कई नए शैक्षणिक संस्थान बनने की प्रक्रिया में है तो कई का हाल ही में शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थानीय कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार नीति बनाने वाली है जिसका लाभ ग्रामीण स्तर के ऐसे उभरते लोक कलाकारों को मिलेगा। पूर्व सांसद रविन्द्र कुमार पाण्डे ने अपने संबोधन मे कहा कि हर व्यक्ति को अपनी भाषा संस्कृति को संरक्षित करने और विकाश के लिए सतत प्रयास करते रहना चाहिए क्योंकि यही व्यक्ति की पहचान होती हैं। उन्होने आयोजको को उत्साह वर्धन किया। महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए झारखंड के साथ उड़ीसा और बंगाल के भी कलाकार पहुंचे।यहां बहुत से ख्याति प्राप्त लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों के बीच समा बांध दिया। उड़ीसा से आई उर्मिला महंता की झूमर टीम, पुरुलिया बंगाल से आई कार्तिक कर्मकार की छड टीम, निचितपुर की झुमर टीम, निचितपुर की ही नटुआ टीम, गोनियाटो की अन्ना हजारे झूमर टीम, ऊपरघाट की ईश्वर महतो झूमर टीम, मंझलीटांड़ की श्यामलाल महतो नटुआ टीम, असनाटांड़ की बिगन रजवार की झूमर टीम के साथ तलगड़िया की युवा नटुआ टीम, रांची टाटीसिल्वे से आए जलेश्वर महतो की बंदर नाच टीम ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन के आधार पर ज्यूरी टीम ने उड़ीसा की उर्मिला महंता की झूमर टीम को प्रथम, पुरुलिया से आई कार्तिक कर्मकार की छऊ टीम को द्वितीय और निचितपुर की नटुआ टीम को तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। महोत्सव में भारी संख्या में लोग मौजुद रहे। समिति के सचिव भोला महतो ने बताया कि महोत्सव की प्रसिद्धि अब पूरे जिले में पहुंच चुकी है। महोत्सव में बिरनी, भलमारा, चिरूडीह, गुंजरडीह, चपरी, खरपीटो, आहरडीह, पलामू, बरई, नारायणपुर, लहिया, तेलो, अलारगो, बंदियो सहित बीस से अधिक पंचायतों के लोग मौजूद रहे। महोत्सव में बच्चों के लिए मिकी माउस, झूला और कई तरह के स्टाल लगाए गए थे। मौके पर शिक्षा मंत्री के पुत्र अखिलेश उर्फ राजू महतो, शिक्षा मंत्री के निजी सचिव लोकेश्वर महतो, मंत्री प्रतिनिधि जयलाल महतो,जिला परिषद सदस्य महेन्द्र प्रसाद,इंटक की महिला कांग्रेस की अध्यक्ष निशा भगत, बोकारो जिला के मुखिया संघ के अध्यक्ष व गुंजरडीह के मुखिया जयलाल महतो , नावाडीह प्रखंड के मुखिया संघ के अध्यक्ष विश्वनाथ महतो ,बीस सूत्री उपाध्यक्ष गणेश महतो,मुखिया देवेंद्र महतो,नन्दलाल नायक,उमेश कु महतो,पंसस पति महतो,मुखिया प्रतिनिधि भेखलाल महतो, हरेंद्र महतो, पूर्व मुखिया रणविजय सिंह,जेएमएम प्रखंड अध्यक्ष गणेश महतो,सचिव सोनाराम हेमरम ,शिरोमणि महतो, सहदेव महतो, मुकेश महतो, राकेश महतो, श्यामलाल महतो आदि उपस्थित थे।