डाला बिल्ली क्रशर ऑनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सदस्यों में आपसी मतभेद आई सामने.?

Media House ओबरा/सोनभद्र-डाला बिल्ली क्रशर फील्ड को सुचारू रूप से चलाने और क्रशर व्यवसाय में आने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर डाला बिल्ली क्रशर ऑनर्स एसोसिएशन की स्थापना की गई थी। जिसमे सदस्य लोग मिलकर एक दूसरे के सामने या क्रशर फील्ड में आने वाली तमाम समस्याओं को मिलजुलकर डट कर सामना कर सके। लेकिन एसोसिएशन के पद पर कार्यरत पदाधिकारी ही अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन न करे तो बाकी सदस्यों के बीच मनमुटाव तो होना निश्चित ही है.? एसोसिएशन के सदस्यों के कई बार आग्रह करने के बावजूद डाला बिल्ली क्रशर ऑनर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों द्वारा लेखा-जोखा की दस्तावेज सार्वजनिक नहीं की गई। जो विधि सम्मत एवं न्याय संगत नहीं है.?

लेखा-जोखा सार्वजनिक न होने से डाला बिल्ली क्रशर ऑनर्स एसोसिएशन के कई सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की है। एसोसिएशन के सदस्यों में से एक संतोष सिंह ने बाकायदा प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कोषाध्यक्ष एवं सभी पदाधिकारियों से आग्रह किया है कि, वित्तीय वर्ष 2010- 2011* से लेकर वित्तीय वर्ष 2022-2023 के आय-व्यय का ऑडिटर के द्वारा ऑडिट किया हुआ लेखा-जोखा सम्मानित व्यवसायियों के सामने सार्वजनिक किया जाये, जिससे कि वित्तीय लेनदेन की पारदर्शिता एसोसिएशन के हित में बरकरार रहे। संतोष सिंह ने दो टूक कहा कि, आज तक कोषाध्यक्ष और पदाधिकारियों द्वारा सदस्यों के सामने वित्तीय वर्षो का लेखा-जोखा को सार्वजनिक न करना पारदर्शिता को प्रभावित करने के साथ ही वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में भी आता है। एसोसिएशन में आगे किसी भी प्रकार से मतभेद उतपन्न न हो इसके लिए एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष व पदाधिकारियों को अविलम्ब सम्मानित व्यवसायियों के सामने लेखा-जोखा सार्वजनिक कर देना चाहिए।

जिला खनिज फाउंडेशन के तहत उपलब्ध और खर्च की गई निधियों का विवरण

प्रेस विज्ञप्ति में इस बात का भी जिक्र है कि, 03-10-2023 को सोशल मीडिया के माध्यम से पूर्व में भी लेखा-जोखा को सार्वजनिक करने का निवेदन किया जा चुका है। साथ ही बैंक द्वारा जारी प्रत्येक वित्तीय वर्ष का सम्पूर्ण लेन-देन का विवरण भी सम्मानित व्यवसायियों के बीच सार्वजनिक करने की बात कही गई थी।.? हालांकि की उस समय भी एसोसिएशन के पदाधिकारियों की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला था। इस बार भी लेखा-जोखा मिल जाये इसकी कोई गारण्टी नहीं। कुल मिलाकर देखा जाये तो एसोसिएशन के पास या तो लेखा-जोखा के पारदर्शिता का कोई पैमाना नहीं होगा। जिससे लेखा-जोखा सार्वजनिक करने से बचा जा रहा या फिर डाला बिल्ली क्रशर ऑनर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष व पदाधिकारियों को बाकी सदस्यों से कोई सरोकार नहीं। अब देखने वाली बात होगी डाला बिल्ली क्रशर ऑनर्स एसोसिएशन के बाकी सदस्यों का अगला कदम एसोसिएशन के हित में क्या होगा, ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा.?

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