पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति झारखंड-जिला खूंटी की बैठक संपन्न

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 9ता.खूंटी- खूंटी क्लब में पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति झारखंड – जिला खूंटी के तत्वाधान में एक विशेष बैठक आहूत किया गया जिस का संचालन जितेंद्र कश्यप ने किया । बैठक में पिछड़ा वर्ग ओ बी सी के अंतर्गत आने वालीजातियां तेली ,सद लोहार , जायसवाल ,कलवार, कुम्हार ,बनिया मुस्लिम अंसारी तथा हलवाई आदि समुदाय लोग उपस्थित हुए । सभी जाति के पदाधिकारियों ने सुझाव में अपना – अपना पक्ष रखा ।कुम्हार प्रजापति के तरफ से मंच में उपस्थित होकर राजेंद्र प्रजापति ने कहा कि सच में ही सरकार ने हमारी पिछड़ी जाति (ओबीसी) से छल किया है । खूंटी सहित झारखंड के पांच जिला क्षेत्र में ओबीसी को नगण्य अर्थात 00% कथित सर्वे में दिखाया गया है । यह अति निंदनीय विषय है ।हमारे इन पांचों जिला में ओबीसी की संख्या जनगणना करने पर बहुसंख्यक के रूप में आ सकती है ,किंतु हमें 00%जो किया गया है , उसकी जितनी भी निंदा करें कम होगा । इसके लिए हमें एकजुट होकर सरकार तक हमारी आवाज को पहुंचाना होगा । इसके लिए हमारा कुम्हार संगठन पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति के साथ है । मुस्लिम पक्ष से मो.स्यूम अंसारी ने कहा कि इसके लिए पुरजोरआंदोलन करने की आवश्यकता है ,ताकि हमारा भविष्य सुरक्षित हो और हमारे बच्चों को आरक्षण प्राप्त हो सके । इसके लिए हम सभी पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति के साथ हैं । सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार भी बैठक में उपस्थित हुए ।उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम अपना जाति है । सरकार के द्वारा जो बतलाया गया है की आरक्षण हमें 27% है, वह हमें मिलनी ही चाहिए । उन्होंने बताया की विषय में उन्हें जानकारी मिली थी , तदुपरांत केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा से बात किया था । तब उन्होंने केंद्र के मंत्री जे .पी . नड्डा से बात किए । साथ ही यह मामला झारखंड विधानसभा में भी उठाया गया ,इसके बावजूद भी अगर ओबीसी को जो अधिकार है वह आरक्षण नहीं मिलने पर मैं पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति झारखंड जिला खूंटी के साथ हूं । हलवाई समाज से राजेंद्र प्रसाद तथा अनूप साहू भी उपस्थित हुए । उन्होंने कहा कि ओबीसी की संख्या को कथित आरक्षण में 5 जिलों में नगण्य कर दिया गया है । निश्चित तौर पर यह सोची-समझी साजिश के तहत ही किया गया है ,जो अति निंदनीय है । पिछड़ा वर्ग को आरक्षण प्राप्त नहीं होने के कारण शिक्षा तथा सरकारी नौकरी में भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा । सरकार तक आवाज पहुंचाने की आवश्यकता है । उक्त बैठक में शिक्षक पंचू महतो ,अनिल गौंझू, मन्मथ राम , ब्रजकिशोर साहू, नरेंद्र साहू , चंदर राम तथा महादेव साहू ने भी अपना पक्ष रखा एवं सुझाव दिए ।जितेंद्र कश्यप ने कहा कि इन पांचों जिला में ओबीसी की सरव्या को 0% कर देना अति दुखदाई है । इसके विरुद्ध हमें सरकार तक आवाज पहुंचाने हेतु आवश्यकता पड़ने पर सरकार का घेराव सहित सम्बंधित पांचों जिला क्षेत्र में बंदी भी किया जा सकता है । सरकार तक यह बात पहुंचने के उपरांत भी अगर सरकार इस अन्याय में सुधार के प्रति कुछ नहीं करती है तो पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति के बैनर तले सक्षम कोर्ट में मुकदमा भी दायर किया जा सकता है । सरकार इसके लिए चुनाव के पूर्व ही सर्वे करा के इन पांचों जिला क्षेत्र में पिछडा वर्ग के लिए आरक्षण की समुचित व्यवस्था शीघ्र करे । इसके साथ ही बैठक में यह भी कहा गया कि बिहार के साथ जब झारखंड संयुक्त था उस समय ओबीसी के सदस्य मुखिया एवं प्रमुख सहित जिला परिषद के अध्यक्ष भी बनते थे , किंतु झारखंड बनने के बाद यह सुविधा छीन लिया गया । जबकि झारखंड बनने से यहां के निवासियों को और भी अधिक लाभ मिलना चाहिए था | इसके विपरीत पिछडा वर्ग को प्रत्येक लाभ से वंचित क्यों कर दिया गया है ? बैठक में लचरागढ ( सिमडेगा ) के विष्णु साहू भी उपस्थित हुए तथा उन्होंने पुरजोर ढंग से संगठित होकर पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन करने की अपील की साथ ही सरकार द्वारा किए जा रहे सौतेलापन व्यवहार की घोर निंदा की । अंत में तेली उत्थान समाज के जिला अध्यक्ष शिव नारायण गौंझू ने कहा कि सरकार हमारी बात को अभिलंब मान लें नहीं तो अगला चुनाव में चुनौती देते हैं कि ओबीसी इसका नतीजा दिखा सकता है । बताया गया की आगामी बैठक 16 अप्रैल दिन रविवार को खूंटी क्लब परिसर में ही पुनः बृहद रूप से किया जाएगा । इसके साथ ही धन्यवाद ज्ञापन शिव नारायण गौंझू ने किया ।