भारत का संविधान सभी देशों के संविधान और सभी ग्रंथो में से सबसे सर्वश्रेष्ठ है-प्रोफ़ेसर एस के भटनागर

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी लखनऊ-केन्द्रीय संचार ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, लखनऊ द्वारा 75वें संविधान दिवस के अवसर पर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के विधि अध्ययन पीठ में दो दिवसीय संगोष्ठी व चित्र प्रदर्शनी का आज समापन किया गया। आज के समापन समारोह कार्यक्रम में संविधान की महत्ता, इसके निर्माण की यात्रा और इसके प्रभाव और परिस्थितियों पर चर्चा की गई।

मुख्य अतिथि के रूप में राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यायल के पूर्व कुलपति प्रोफेसर एस के भटनागर ने अपने संबोधन में कहा कि भारत का संविधान सभी देशों के संविधान से बेहतर है और देश के सभी ग्रंथों से सर्वश्रेष्ठ ग्रन्थ है। उन्होंने कहा कि संविधान को बनाने में बहुत सारी कठिनाइयों और संघर्षों के बाद संविधान को बनाया गया। संविधान की प्रस्तावना में पूरा संविधान का सार निहित है।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बीबीएयू के डॉ एम पी सिंह, प्रोफ़ेसर एवं डीन, पुस्तकालय विज्ञान विभाग ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान को सभी को पढ़ने और सभी को आत्मसात करने से ही इस कार्यक्रम की सार्थकता होगी। भारत के संविधान को सुरक्षित करने से ही देश की एकता और अखंडता संप्रभुता बनी रहेगी।

विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ गोविंद जी पांडेय, प्रोफ़ेसर एवं विभागाध्यक्ष, पत्रकारिता एवं जर्नलिज्म विभाग ने अपने संबोधन में कहा कि देश का हित भारत के संविधान में ही निहित है, भारत के संविधान का आदर हर एक व्यक्ति को करना चाहिए तथा संविधान के अनुरूप आचरण कर के देश को और भी मजबूत बनाने में अपना योगदन देना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के कार्यां की समीक्षा की

बीबीएयू की प्रोफेसर (डॉ.) सुदर्शन वर्मा ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह कार्यक्रम केंद्रीय संचार ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार की सहयोग से एक पर्व के रूप में मनाया गया जो विश्वविद्यायल के लिए गर्व कि बात रही। उन्होंने आगे बताया कि संविधान दिवस के इस पर्व में बहुत सारे आयोजन वर्ष भर किए जायेंगे।

आज समापन समारोह के अवसर केंद्रीय संचार ब्यूरो के श्री जय सिंह, क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, एल्युकेशन प्रतियोगिता आयोजित किया गया, जिसमें विजयी प्रतिभागियों को विभाग की तरफ से आकर्षक पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर प्रकाशन विभाग, स्वास्थ विभाग, समाज कल्याण विभाग का स्टाल लगाया गया था जिसपर आमजन ने बहुत सारी जानकारी प्राप्त कर लाभ प्राप्त किए। विभाग के पंजिकृत दलो द्वारा जादू और कठपुतली का कार्यक्रम प्रस्तुत कर मनोरंजन किया।

संगोष्ठी में विधि अध्ययन पीठ के विद्वानों, प्राध्यापकों और छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और संविधान की भावना को आत्मसात करने का संकल्प लिया।

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