रांची में बढ़ती नशाखोरी से चिंतित सांसद संजय सेठ ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र, नशाखोरी के चंगुल में आ चुके हैं 8वीं से 12वीं के बच्चे,

मीडिया हाउस न्यूज एजेन्सी 15ता.रांची-सांसद संजय सेठ ने रांची में नशाखोरी की बढ़ती समस्या और इसकी चपेट में आते विद्यार्थियों युवाओं के भविष्य को लेकर झारखंड सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। इस पत्र में सांसद ने टीम बनाकर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने, परिवारों के साथ मिलकर नशाखोरी की चपेट में बच्चों की काउंसलिंग करने की भी बात मुख्य सचिव को कही है।
पत्र में सांसद ने कहा है कि रांची में नशाखोरी की समस्या गंभीर हो चुकी है। रांची के विद्यार्थी और युवा इसकी चपेट में हैं। नशाखोरी के चपेट में आती झारखंड की राजधानी रांची के युवाओं का भविष्य दांव पर लगा है। बड़ी संख्या में युवा ड्रग्स, अफीम जैसे मादक द्रव्यों का सेवन कर रहे हैं। नशाखोरी से जुड़े इन सामानों का व्यवसाय करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। ऐसी सामग्री का व्यवसाय कर एक तरफ लोग अवैध कमाई कर रहे हैं तो दूसरी तरफ हमारे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। अपराध भी बढ़ रहा है।
सांसद ने कहा है कि सबसे चिंताजनक बात यह है कि 8वीं से 12वीं में पढ़ने वाले विद्यार्थी भी बुरी तरह से इसकी चपेट में आ रहे हैं। कई शैक्षणिक संस्थानों के आसपास नशे से जुड़े सामानों की बिक्री हो रही है। विद्यार्थी इसका सेवन कर रहे हैं और ऐसे लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। यह समस्या रांची में विकराल रूप धारण कर चुकी है। स्थिति बहुत चिंताजनक हो चुकी है। दु:खद बात यह है कि रांची में बड़ी संख्या में झारखंड सहित आसपास के राज्यों के युवा भी पढ़ाई लिखाई करने और अपना भविष्य संवारने आते हैं परंतु वह नशाखोरी के गिरफ्त में आ जाते हैं। फिर उनका भविष्य पूरी तरह असुरक्षित हो जाता है। श्री सेठ ने कहा कि खुलेआम ड्रग्स व अन्य नशाखोरी से जुड़े सामानों की बिक्री के कारण, यह अब एक बड़ी सामाजिक समस्या भी बनती जा रही है। परिवार – समाज के लोग परेशान हैं। नशाखोरी के गंभीर और विकराल होती समस्या के कारण हमेशा अनहोनी की भी आशंका बनी होती है। सांसद ने यह सुझाव दिया है कि अविलंब इस अवैध व्यापार पर रोक लगाया जाए। ऐसे कारोबारियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो। सामाजिक पहल के साथ-साथ सरकारी स्तर पर पहल हो। प्रशासनिक स्तर पर टीम बनाकर, कड़ी कार्रवाई की जाए। विद्यालय प्रबंधन से भी संपर्क किया जाए। सभी विद्यालयों व संस्थानों के आसपास की दुकानों, जो नशे से जुड़े सामान बेचते हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई का प्रावधान किया जाए। सांसद ने यह भी कहा है कि नशाखोरी करने वाले युवाओं, बच्चों के परिवारों से संपर्क कर उनकी काउंसिलिंग की व्यवस्था की जाए ताकि हमारी पीढ़ी सुरक्षित हो सके, रांची सुरक्षित हो सके। उनका परिवार सुरक्षित रखें।

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