पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक : अनिल सरीन

चंडीगढ़, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। पंजाब में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल सरीन ने गुरुवार को भगवंत मान की सरकार पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है।

अनिल सरीन ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोई भी कहीं भी हमला कर रहा है, चाहे ग्रेनेड से हो या फिर गोलीबारी, उसे पकड़ने वाला कोई नहीं है। यह बेहद चिंताजनक है।

उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोरंजन कालिया के घर पर हमला हुआ। पंजाब में स्थिति इतनी खराब हो गई है कि पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं। एक घटना में पुलिस के एसआई को गोली मार दी जाती है। अपराधियों में पुलिस का डर खत्म हो गया है। हमारी पंजाब पुलिस तो ऐसी नहीं थी। हमारी पुलिस बहादुरी के लिए जानी जाती थी। लेकिन, आज पंजाब के हालात ऐसे हैं कि अगर किसी मामले में भी पुलिसकर्मी जाते हैं तो उन पर हमला कर दिया जाता है। मैं भगवंत मान की सरकार से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने पंजाब पुलिस की क्या स्थिति कर दी है। यह कभी देश की सबसे अच्छी पुलिस फोर्स में गिनी जाती थी। लेकिन, आज पुलिसकर्मियों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हम लोगों ने 1980 के दशक को भी देखा, जब पुलिस थानों और कर्मियों पर हमला होता था। तब आतंकवाद का बोलबाला था। दुख की बात यह है कि आज फिर से भगवंत मान की सरकार में 1980 का दौर देखने को मिल रहा है। यह चिंताजनक है। भाजपा मांग करती है कि अगर आम आदमी पार्टी की सरकार से पंजाब नहीं चल रहा है तो मुख्यमंत्री भगवंत मान को इस्तीफा दे देना चाहिए। पंजाब के लोग नहीं चाहते हैं कि पंजाब में दोबारा वह दौर वापस आए।

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पंजाब सरकार की शिक्षा क्रांति पर उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब में शिक्षा क्रांति के नाम पर उद्घाटनों की झड़ी लगी हुई है। मैं कहूंगा कि यह शिक्षा क्रांति नहीं, बल्कि उद्घाटन क्रांति है। स्कूल के टॉयलेट के रिनोवेशन कार्य का मंत्री और विधायक उद्घाटन कर रहे हैं। यह सरकार किस शिक्षा क्रांति की बात कर रही है। बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, इसे शिक्षा क्रांति कहते हैं। आज पंजाब में 40 प्रतिशत प्रिंसिपल के पद खाली हैं। शिक्षा के क्षेत्र में कई और पद खाली पड़े हैं।

–आईएएनएस

डीकेएम/एकेजे

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