प्रोफेसर समीर कुमार ने आत्महत्या नहीं की, हत्या की गयी है, परिजन पहुंचे राजभवन, सीबीआई जांच की मांग,

मीडिया हाउस न्यूज एजेन्सी 7ता.रांची/बोकारो-झारखंड रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी रांची में क्रिमिनोलॉजी की पढ़ाई करने वाला छात्र समीर कुमार निवासी-बोकारो की पढ़ाई के उपरांत ही उक्त झारखंड रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी में ही असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति हो गई थी। कुछ दिनों पूर्व तमिलनाडु कोयम्बतूर में प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति हुई जॉइनिंग के बाद ही अचानक उसकी रहस्य में परिस्थितियों में मौत होना एक बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है कि समीर कुमार की मौत अचानक आखिर कैसे हुई.!
बोकारो स्थित पेटरवार के रहनेवाले असिस्टेंट प्रोफेसर समीर कुमार की पांच सितंबर को तमिलनाडु के कोयंबटूर में संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. उनका शव गुरुवार को रांची लाया गया. समीर के परिजनों को अंदेशा है कि समीर की हत्या की गयी है. इसलिए परिजन न्याय की गुहार लगाने समीर के शव के साथ राजभवन के सामने पहुंचे. वहां विरोध प्रदर्शन किया. पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की. परिजनों ने कहा कि समीर की मौत नहीं बल्कि उसकी हत्या कर शव को लटका दिया गया. इसलिए मामले की उच्चस्तरीय जांच करायी जाये. दोषियों को फांसी की सजा मिले. परिजनों ने तमिलनाडु सरकार से भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है. समीर तमिलनाडु में कोयंबटूर के करूण्या इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंसेस में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत थे. शिक्षक दिवस पर 5 सितंबर की सुबह उनका शव इंस्टीट्यूट के हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटका मिला।
समीर के परिजनों ने बताया कि समीर हर मंगलवार को व्रत करता था. माथे पर टीका लगाता था. कॉलेज की तरफ से उसे इसके लिए मना किया गया था. वहीं समीर को हॉस्टल के वार्डेन की ड्यूटी भी मिली हुई थी, परिजनों के अनुसार, हॉस्टल के छात्र ड्रग्स और नशे का सेवन किया करते थे, इसलिए शक है कि समीर की इन सब कारणों से हत्या कर इसे आत्महत्या बताने की कोशिश की जा रही है, वहीं समीर की बहन आकांक्षा ने बताया कि समीर ने आत्महत्या नहीं की है, उसकी हत्या कर उसके शव को लटका दिया गया, उन्होंने समीर के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की साथ बिसरा टेस्ट कराने की राज्यपाल और राज्य सरकार से मांग की है।