तरह- तरह के हथकंडे से विस्थापित डरने वाले नही है अपने हक अधिकार के लिए लड़ाई लडते रहेगे : अरूप चटर्जी 

मीडिया हाउस न्यूज एजेंन्सी 28ता०बोकारो। 13 सूत्री मांगों को लेकर यह आंदोलन चल रही है और जो विस्थापितों की जो जमीन गई है उसको लेकर 2013 में भी हमने लड़ाई लड़ी है कहां गया था कि जिसकी जमीन गई है उसे नौकरी मिलेगी लेकिन इलेक्ट्रो स्टील जाने के बाद वेदांता ने उन लोगो को नौकरी नहीं दी और जिन्हे नौकरी दी उन्हें निम्न स्तर की सैलरी दे रहे हैं कोई प्रमोशन स्कीम नहीं है सैलरी बढ़ाने की कोई बात नहीं है और छटनी अपने मन से कर रहे हैं इन तमाम चीजों को लेकर यहां आंदोलन कर रहे थे लेकिन कल की जो घटना है वह निंदनीय है निहत्थे विस्थापितों के उपर इस तरह पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करना बेरहमी से मारना ,केस करना इस तरह के तमाम मामले हथकंडे पुलिस प्रशासन के द्वारा पहले भी की गई है इस तरह का हथकंडे से यहां के रैयत नहीं डरेगी और अपने हक के लिए लड़ाई लड़ेगी। यह बातें निरसा के पूर्व विधायक सह मासस नेता अरूप चटर्जी ने कहा। उन्होंने कहा की उनकी हर लड़ाई में हम उनके साथ है। 6 सौ से ऊपर लोग हैं जिनकी जमीन गई है लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली है जमीन के पेपर से खाता नंबर प्लॉट नंबर से मिलान कर ले अगर उनकी जमीन गई है तो उन्हे नौकरी देनी होगी यह जो सड़क भी गई है उनकी जमीन पर जबरन सड़क बनी है और जो मुआवजा मिली थी वह सरकारी दर से भी कम मिली थी इस तरह की तमाम चीजे है जो आज भी उसी तरह की खड़ी है इसके लिए उन्हें हक अधिकार देना होगा। बता दें की चंदनकियारी  स्थित ई एस एल स्टील लिमिटेड के फाटक पर विस्थापितों द्वारा 13 सुत्री मांग को लेकर विस्थापित आंदोलनरत थे। मुआवजा और नौकरी को लेकर एक तरफ विस्थापित गेट जाम आंदोलन कर रहे थे वहीं वेदांता के सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई जिसके बाद लाठी डंडे और जमकर पत्थर बाजी चली इस पत्थर बाजी और चली लाठी डंटे में दर्जनों लोग घायल हो गए है। बता दे की सोमवार को समस्या उत्पन्न होने की संभावना के मद्देनजर विधि व्यवस्था के दृष्टिकोण से उक्त कार्यकम आयोजन की चास एसडीओ ने अनुमति नही दी थी तथा ऐहतियात के तौर पर विधि व्यवस्था संधारण सम्भावनाओं को ध्यान में रखते हुए दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, भा०प्र० से०, अनुमण्डल दण्डाधिकारी, चास ने सियालजोरी क्षेत्र के इलेक्ट्रोस्टील वेदान्ता कम्पनी के 47 खाता रोड तथा RMHS गेट रोड से 05 पाँच कि०मी० दायरे में धारा 144 लागू करते हुए धरना प्रदर्शन इत्यादि करने पर रोक लगाई थी। आंदोलन को साझा करते हुए वेदांता ग्रुप की कंपनी, ई एस एल स्टील लिमिटेड के वक्तव्य ने कहा है की  ई एस एल स्टील लिमिटेड, जो वेदांता ग्रुप की कंपनी है , क़ानून का पालन करने वाली और नैतिक रूप से अनुपालक संगठन है। ई एस एल स्टील हमेशा से अपनी उपस्थिति वाले क्षेत्रों में समाज और समुदाय के लाभ और कल्याण के लिए निरंतर काम करती रही है और करती रहेगी। 13 जून, 2023 को ईएसएल, जे बी के एस एस और थाना प्रभारी, सियालजोरी/ बंगदिया के बीच त्रिपक्षीय चर्चा के सभी 13 बिन्दुओं में से 90% का सौहार्दपूर्ण समाधान हो गया है। इस्पात कारखाने के निर्माण के लिए जिन लोगों ने अपनी-अपनी जमीन दी थी, उनमें से हर एक को पर्याप्त और न्यायोचित रूप से क्षतिपूर्ति कर दी गई है। कंपनी ने यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त समय लगाया कि कारखाने की स्थापना के लिए अपनी जमीन दान करने वाला एक अकेला व्यक्ति भी छूट नहीं जाए। यदि कोई मामला बचा रह गया होगा, तो समझौते के अनुसार उसका निपटारा कर दिया जाएगा।

जरूरतमंदों को भोजन कराकर संस्था के सदस्य ने मनाएं रथ यात्रा महापर्व-केयर एंड सर्व साउंडेशन।

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