जीवन में मानवीय मूल्यो, अहिंसा और नैतिक सिद्धांतों को अपनाने की है जरूरत : डॉ. हंसा संचेती

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी बोकारो : डॉ. एस. राधाकृष्णन कॉलेज ऑफ एजुकेशन, चिकसिया, चास, बोकारो महाविद्यालय के प्रांगण में अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्वाधान में जीवन विज्ञान विभाग द्वारा “जीवन विज्ञान शिक्षक प्रशिक्षण दो दिवसीय कार्यशाला के द्वितीय दिवस के कार्यक्रम को उत्साह पूर्वक प्रारम्भ करते हुए कार्यशाला का समापन किया गया। कार्यशाला के द्वितीय दिन की शुरुवात करते हुए मुख्य प्रशिक्षिका डॉ. हंसा संचेती तथा सहायक प्रशिक्षिका पूजा दुगड़ ने सभी प्रतिभागियों को स्वयं से सारी क्रियाकलाप को दोहराने का अवसर एक-एक करके दिया साथ ही सारे योग, प्राणायाम और यौगिक क्रियाकलापों को जीवन विज्ञान से जोड़ते हुए उसके लाभ भी छात्रों को स्पष्ट रूप से बताया। उन्होंने मानसिक क्रियाकलापों का अभ्यास करवाया जिससे एकाग्रता और स्मृति शक्ति बढ़ती है साथ ही मन शांत हो जाता है, इन सभी के माध्यम से छात्रों को जीवन में मानवीय मूल्यो, अहिंसा और नैतिक सिद्धांतों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला में अन्य विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रतिभागियों को जीवन विज्ञान और नैतिक आचरण जैसे विषय पर विचार विमर्श करने का अवसर मिला। कार्यशाला के समापन के क्षणों में जीवन विज्ञान विभाग के विभिन्न कार्यकर्ता कार्यक्रम में जुड़े, जिनमें जीवन विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय संयोजक रमेश पटवारी तथा सह-संयोजक कमल बैंगानी, अनुव्रत विश्व भारती सोसाइटी के झारखंड राज्य सह-संयोजक एवं महाविद्यालय प्रबंधन के सभी सदस्य, शिक्षकगण, सभी छात्र एवं अन्य सभी सदस्यों ने ऑनलाइन (जूम) के माध्यम से अपने-अपने अनुभवों का आदान-प्रदान किया । इसी के साथ महाविद्यालय प्रबंधक के सभी सदस्यों एवम प्राचार्य के द्वारा जीवन विज्ञान के तहत यौगिक क्रियाकलापों को आज से महाविद्यालय में नियमित करने का निर्णय लिया गया।महाविद्यालय प्रबंधन एवं दो दिवसीय कार्यशाला के आयोजक सदस्य प्रकाश कोठारी द्वारा सभी प्रतिभागियों को जीवन विज्ञानं विभाग से जुड़ने एवं इसके क्रियाओं से अपना सर्वांगीण विकास करने के लिए प्रेरित किया गया।आगे महाविद्यालय के प्राचार्य ने अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कार्य समाज के उत्थान के लिए अति आवश्यक है और ऐसा कार्य करने के लिए संस्था की सराहना करते हुए कहा कि युवा छात्रों को विशेष रूप से इस तरह की ज्ञानवर्धक कार्यशाला से जुड़ना चाहिए जिससे जीवन को नई दिशा प्रदान की जा सके। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. कुमारी चायना दे द्वारा मुख्य प्रशिक्षिका डॉ. हंसा संचेती को तथा सह संयोजिका कुमारी भारती द्वारा सहायक प्रशिक्षिका पूजा दुगड़ सप्रेम शाल देकर सम्मानित किया गया। अंत में रीमा रानी सिंह द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यशाला का समापन उत्साह के साथ किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सचिव राजकुमार, महाविद्यालय प्रबंधन के सदस्य विनय कुमार सिंह, संजय बैद, प्रकाश कोठारी सभी शिक्षकगण शिक्षककेतरगण भी. एड. सत्र, 23-25, 24-26, डी.एल.एड. सत्र, 24-26, 25-27 के छात्र उपस्थित थे।

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