स्वस्थ भारत के लिए स्वच्छता को जनांदोलन बनाना आवश्यक : प्राचार्य डॉ. गंगवार

मीडिया हाउस न्यूज एजेंन्सी बोकारो : स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगांठ एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में मंगलवार को डीपीएस बोकारो में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। स्वच्छ और हरित भारत को बढ़ावा देने के प्रयासों की कड़ी में विद्यार्थियों ने न सिर्फ झाड़ू थाम अपने क्लासरूम के भीतर, विद्यालय परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सघन साफ-सफाई की, बल्कि जागरुकतापरक अन्य कई गतिविधियों में भी हिस्सा लिया। विद्यालय की प्राइमरी एवं सीनियर, दोनों ही इकाइयों में छात्र-छात्राएं पूरे उत्साह के साथ इस मुहिम में शामिल हुए। खास तौर से छोटे-छोटे बच्चों का हाथों में दस्ताने, चेहरे पर मास्क और बदन पर एप्रोन पहनकर झाड़ू थाम अपने विद्यालय के कोने-कोने की साफ-सफाई का नजारा आकर्षक बना रहा। बच्चों ने विद्यालय को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया तथा स्वच्छता अभियान की दिशा में उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। विद्यार्थियों ने अपने हाथों में सुंदर पेंटिंग एवं नारा-लिखित तख्तियां लेकर मानव-शृंखला बनाई तथा स्वच्छता के प्रति जागरुकता का संदेश दिया।
विद्यालय में आयोजित एक विशेष प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता के प्रति संकल्पित होने का संदेश दिया। इसके बाद एक पेड़ मां के नाम के तहत बच्चों ने पौधे लगाए तथा उनकी देखभाल करने की भी शपथ ली। उन्हें स्वच्छता शपथ भी दिलाई गई। इसके पूर्व, स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता के नारे के साथ उक्त अभियान के तहत प्रभातफेरी, लघु नाटिका, नारा-लेखन, वाद-विवाद, पेंटिंग, कक्षा एवं विद्यालय मैदान की साफ-सफाई, डिस्प्ले बोर्ड डेकोरेशन, प्लेकार्ड-निर्माण सहित अन्य गतिविधियों का भी आयोजन किया गया। विद्यालय में पूरे अभियान का मार्गदर्शन कर रहे प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार ने कहा कि स्वच्छ शरीर में ही स्वच्छ एवं स्वस्थ मन का वास संभव है। हमें स्वच्छता को अपनी जीवनशैली बनानी होगी। स्वच्छता को अपनाकर ही हम स्वस्थ और सशक्त समाज, राज्य व राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। स्वस्थ राष्ट्र-निर्माण के लिए स्वच्छता को सबसे बड़ा जनांदोलन बनाना आवश्यक है। उन्होंने इस दिशा में बच्चों की भूमिका को अहम बताते हुए इसके लिए छात्र-जीवन से ही उन्हें संवेदनशील रहने का संदेश दिया।