महुआटांड़ को प्रखंड बनाने के लिए मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने सीएम हेमंत सोरेन को सौंपा आग्रह पत्र

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी गोमिया : सूबे के पेयजल एवं स्वच्छता तथा उत्पाद एवं मद्द निषेध विभाग मंत्री योगेंद्र प्रसाद गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की। उन्होंने गोमिया प्रखंड अन्तर्गत 11 पंचायतों को मिलाकर अलग महुआटांड़ प्रखंड के गठन पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री को एक आग्रह पत्र सौंपा। सौंपे गए पत्र में मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा है कि राज्य गठन के 24 वर्ष पश्चात् बोकारो जिला में समय के साथ जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। साथ ही जिले के सभी प्रखण्डों में सरकारी कार्यों के क्रियान्वयन में कार्यरत मानव बल पर दबाव भी तेजी से बढ़ा है। बोकारो जिला के गोमिया प्रखण्ड के धवैया, पचमो, कण्डेर एवं बड़कीपुन्नू पंचायतों का प्रखण्ड मुख्यालय से दूरी लगभग 60 से 65 किलोमीटर है, जिससे उक्त क्षेत्र के ग्रामीणों को सरकार के जनकल्याणकारी कार्यों का लाभ लेने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। गोमिया प्रखण्ड के 11 पंचायत पचमो, तिलैया, कोदवाटांड, ललपनिया, टिकाहारा, कुन्दा, बारीडारी, कण्डेर, महुआटांड, बड़कीपुन्नू एवं धवैया को संलग्न कर महुआटांड़ प्रखण्ड सृजित करने की नितांत आवश्यकता है। पत्र में कहा है कि उल्लेखित सभी पंचायत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग क्षेत्र है। साथ ही ये सभी पंचायतें सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र में आते है एवं अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र हैं। कहा कि महुआटांड़ प्रखण्ड सृजन के क्रम में दिनांक-10.01.2017 को अनुमण्डल पदाधिकारी, बेरमो की अध्यक्षता में आहुत बैठक जिसमें सासंद, विधायक एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में सर्वसम्मति से महुआटांड प्रखण्ड सृजन का निर्णय लिया गया था। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, गोमिया का पत्रांक-251, दिनांक-09.03.2017 द्रष्टव्य)। किन्तु ग्रामीण विकास विभाग, झारखण्ड सरकार का संकल्प-5495. दिनांक-16.10.15 में निहित मापदण्ड (i) प्रखण्ड सृजन हेतु आबादी कम-से-कम 1.25 लाख हो एवं (ii) पुर्नगठित प्रखण्डों में पंचायतों की संख्या कम-से-कम 18 हो, के कारण महुआटांड प्रखण्ड सृजन में बाधा उत्पन्न हो रही है। उक्त के संदर्भ में आपको अवगत कराना चाहूँगा कि भौगोलिक विषमता एवं उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र होने के दृष्टिकोण से निर्गत संकल्प में निहित मापदण्डों में आंशिक संशोधन अपेक्षित है। अतः ग्रामीण विकास विभाग, झारखण्ड सरकार का संकल्प-5495, दिनांक-16.10.15 में निहित मापदण्ड क्रमांक-XII के आलोक में अत्यन्त विशिष्ट एवं आपवादिक स्थिति में महुआटांड को प्रखण्ड के रूप में सृजित करना जनहित में श्रेष्यकर होगा। जनभावना के अनुरूप महुआटांड़ को प्रखंड बनाने के लिए मंत्री योगेंद्र प्रसाद के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने उन्हें उचित कार्रवाही का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जनभावनाओं का मैंने हमेशा आदर किया है, इस विषय पर भी सरकार गंभीर है।