मुख्यमंत्री का एक्शन.! भ्रष्टाचार में लिप्त खनन विभाग के 5 अधिकारी/कर्मचारी निलंबित, 3 मुख्यालय से संबद्ध.!

सोनभद्र-अवैध ओवरलोड, बिना एमएम 11 परमिट, बिना नंबर प्लेट वाहनों पर भी शक्त एक्शन लेना चाहिए.!

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 18ता.लखनऊ-उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भ्रष्टाचार में लिप्त खनन विभाग के पांच अधिकारियों/कर्मचारियों को निलंबित एवं तीन को मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। खनन निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के कुछ मुख्य जनपदों में अवैध खनन के परिवहन की शिकायत मिली थी। निदेशालय ने टीम गठित कर 8-9 फरवरी की रात में वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, मीरजापुर और झांसी में छापेमारी की। इस दौरान 29 वाहन खनिजों का अवैध परिवहन करते हुए पकड़े गए।

छापे के दौरान खनिजों का परिवहन करने वाले 21 वाहन बिना अभिवहन प्रपत्र के तथा 08 वाहन अभिवहन प्रपत्र में अंकित मात्रा से अधिक मात्रा में खनिजों का परिवहन करते हुए पाये गये, जिनका ऑनलाइन चालान किया गया। वाहन चालकों और ट्रांसपोर्टरों से पूछ-ताछ करने पर पता चला कि खान अधिकारी और कर्मचारी अवैध परिवहनकताअरं से एंट्री फीस के रूप में अवैध धन की वसूली का कार्य किया जाता है। इसके सबूत भी टीम को मिले। खनिजों के अवैध परिवहन में जिन पर कार्रवाई हुई है उनमें पारिजात त्रिपाठी, खान अधिकारी वाराणसी, विनीत सिंह, खान अधिकारी जौनपुर, सुनील कुमार मौर्य, खान निरीक्षक आजमगढ़/मऊ व सुमित श्रीवास्तव, खनिज लिपिक शामिल हैं। इन्हें अवैध धन उगाही में शामिल पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
साथ ही राजाराम चौहान, खनिज मोहर्रिर को मुख्यालय सम्बद्ध किया गया है। जनपद मीरजापुर से वाहनों पर अवैध उपखनिज लोड होने के द्दष्टिगत आशीष चौधरी, खान अधिकारी मीरजापुर और झांसी के सर्वेक्षक के सम्बन्ध में शिकायतें मिलने पर अशोक कुमार मौर्य को तत्काल प्रभाव से मुख्यालय सम्बद्ध किया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश भूविज्ञान एवं खनन विभाग की सचिव/निदेशक रोशन जैकब ने कहा कि खनन विभाग अवैध खनन, खनिजों के अवैध परिवहन और खनिजों के परिवहन करने वाले ट्रकों की ओवरलोडिंग की जांच के लिए राज्यव्यापी अभियान चला रही है। जो भी कर्मचारी/अधिकारी इन कृत्यों में संलिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी।

अवैध ओवरलोड पर मुख्यमंत्री को सोनभद्र पर भी ध्यान देना चाहिए.!

सोनभद्र- सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री को जनपद के सोनभद्र पर भी ध्यान देना चाहिए.! जनपद सोनभद्र में भी अवैध ओवरलोड, बिना परमिट, बिना नंबर प्लेट की गाड़ियां तथाकथित प्लांट मालिकों व पासरों के साठगांठ से गाड़ियां खुलेआम संचालित हो रही है.! घटना दुर्घटना घटने पर किसी भी वाहन का नंबर पता नहीं चलता है जिससे अवैध ओवरलोड का धंधा फल-फूल रहा है.? चर्चा है कि जनपद में ओवरलोड को लेकर चोर सिपाही का खेल रुकने वाला नहीं है.?अधिकारी डाल डाल तो तथाकथित प्लांट संचालक व लोकेशन  करता पात पात का खेल जारी है.?

फाइल फोटो

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबन्धन समिति राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई संपन्न

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