मुख्यमंत्री का एक्शन.! भ्रष्टाचार में लिप्त खनन विभाग के 5 अधिकारी/कर्मचारी निलंबित, 3 मुख्यालय से संबद्ध.!
सोनभद्र-अवैध ओवरलोड, बिना एमएम 11 परमिट, बिना नंबर प्लेट वाहनों पर भी शक्त एक्शन लेना चाहिए.!

छापे के दौरान खनिजों का परिवहन करने वाले 21 वाहन बिना अभिवहन प्रपत्र के तथा 08 वाहन अभिवहन प्रपत्र में अंकित मात्रा से अधिक मात्रा में खनिजों का परिवहन करते हुए पाये गये, जिनका ऑनलाइन चालान किया गया। वाहन चालकों और ट्रांसपोर्टरों से पूछ-ताछ करने पर पता चला कि खान अधिकारी और कर्मचारी अवैध परिवहनकताअरं से एंट्री फीस के रूप में अवैध धन की वसूली का कार्य किया जाता है। इसके सबूत भी टीम को मिले। खनिजों के अवैध परिवहन में जिन पर कार्रवाई हुई है उनमें पारिजात त्रिपाठी, खान अधिकारी वाराणसी, विनीत सिंह, खान अधिकारी जौनपुर, सुनील कुमार मौर्य, खान निरीक्षक आजमगढ़/मऊ व सुमित श्रीवास्तव, खनिज लिपिक शामिल हैं। इन्हें अवैध धन उगाही में शामिल पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
साथ ही राजाराम चौहान, खनिज मोहर्रिर को मुख्यालय सम्बद्ध किया गया है। जनपद मीरजापुर से वाहनों पर अवैध उपखनिज लोड होने के द्दष्टिगत आशीष चौधरी, खान अधिकारी मीरजापुर और झांसी के सर्वेक्षक के सम्बन्ध में शिकायतें मिलने पर अशोक कुमार मौर्य को तत्काल प्रभाव से मुख्यालय सम्बद्ध किया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश भूविज्ञान एवं खनन विभाग की सचिव/निदेशक रोशन जैकब ने कहा कि खनन विभाग अवैध खनन, खनिजों के अवैध परिवहन और खनिजों के परिवहन करने वाले ट्रकों की ओवरलोडिंग की जांच के लिए राज्यव्यापी अभियान चला रही है। जो भी कर्मचारी/अधिकारी इन कृत्यों में संलिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी।











