पीएमकेएसवाई मद से धन आंवटन केंद्र व राज्य सरकार की प्राथमिकता में नहीं,

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 26ता.दुद्धी-सोनभद्र-प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) से धन आवंटन की प्रक्रिया के अधर में होने पर आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने चिंता जताते हुए कहा है कि महत्वकांक्षी कनहर सिंचाई परियोजना को 2019 में पूरा करने का लक्ष्य था। लेकिन केंद्र व राज्य सरकार के लचर रवैये से इसमें अनावश्यक देरी हो रही है। जिससे न सिर्फ किसान इसके लाभ से वंचित हो रहे हैं बल्कि परियोजना की लागत भी बढ़ती जा रही है। विस्थापितों के मुआवजा न मिल पाने की भी बड़ी वजह धनाभाव है। ऐसे में संगठन की ओर मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में अपील की गई है कि वह खुद इसे शीर्ष प्राथमिकता में लेकर केंद्र सरकार से वार्ता करें और पीएमकेएसवाई मद से राज्य सरकार द्वारा धन आवंटन के लिए भेजे गए प्रस्ताव के तहत तत्काल धन मुहैया कराया जाए जिससे परियोजना निर्माण में अनावश्यक रूप से हो रही देरी से बचा जा सके।
प्रेस को जारी संयुक्त बयान में आइपीएफ के जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका व दुद्धी संयोजक शिव प्रसाद गोंड ने कहा कि 2239 करोड़ की स्वीकृत परियोजना की लागत राज्य सरकार द्वारा धन आवंटन के लिए प्रस्ताव भेजे जाने तक 3252 करोड़ रूपये हो चुकी है। इस परियोजना को नाबार्ड द्वारा 1758 करोड़ की धन राशि स्वीकृत किया गया था जिसका शत प्रतिशत उपयोग किया जा चुका है और विलम्ब होने से परियोजना की लागत बढती जा रही है। कहा कि किसानों व आदिवासियों के लिए बातें तो बड़ी बड़ी की जाती हैं लेकिन वास्तव में उनके हित में काम नहीं होता। इस प्राकृतिक संसाधनों के भरपूर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के पिछड़ेपन की प्रमुख वजह ही सरकारी उपेक्षा और प्राकृतिक संसाधनों व विकास मदों की लूट है। कहा कि यह समझ से परे है कि आखिर केंद्र में भी भाजपा की सरकार होने के बावजूद कनहर प्रोजेक्ट के लिए प्रस्तावित बजट मुहैया क्यों नहीं हो पा रहा है।