आदिवासियों एवं पीडीए के लाखों लोगों का उमड़ा जन सैलाब-श्यामलाल पाल

Media House सोनभद्र- विधानसभा राबर्ट्सगंज के ब्लॉक नगवां के आदिवासी बहुल क्षेत्र में आदिवासी भव्य मेला का आयोजन किया गया। जिसके आयोजक समाजवादी पार्टी के सांसद छोटेलाल सिंह खरवार ने किया । आदिवासी भव्य मेला के मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने उद्घाटन किया ।
आदिवासी भव्य मेला को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने कहा कि जब से केंद्र एवं प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से आदिवासियों को छलने का काम किया जा रहा है । आदिवासी समाज जैसे पहले था आज भी उसी तरह से अपना जीवन यापन कर रहे हैं । उनके रहन-सहन में कोई अंतर नहीं है ।
श्यामलाल पाल ने कहा जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय नेताजी एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ने आदिवासी समाज को आरक्षण लागू करा कर ग्राम पंचायत की सदन से लेकर उच्च सदन तक चुनाव लड़ने का अधिकार दिलाने का काम किया लेकिन फिर जब से भाजपा सरकार बनी है तब से आदिवासियों एवं पीडीए समाज का शोषण चरम सीमा पर है । जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो जनपद सोनभद्र में बिरसा मुंडा आदिवासी विश्वविद्यालय बनाया जाएगा जिससे आदिवासी एवं पीडीए समाज की शिक्षा में बढ़ोतरी हो सके ।
श्यामलाल पाल ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में इंडिया महागठबंधन की सरकार पूर्ण बहुमत से बनेगी इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में 300 से अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाएगी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी । आदिवासी भव्य मेला में उपस्थित लाखों आदिवासियों एवं पीडीए समाज ने इस अभिवादन को हाथ उठाकर स्वीकार किया।आदिवासी भव्य मेला में मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी जिला अध्यक्ष राम निहोर यादव पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा रमेश चंद्र दुबे सुनील सिंह यादव मन्नू पांडे जिला महासचिव मोहम्मद सईद कुरैशी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल कुमार यादव पूर्व जिला अध्यक्ष संजय यादव पूर्व जिला पंचायत प्रत्याशी जयप्रकाश उर्फ चेखूर पांडे महेंद्र पाल ओबारा पूर्व प्रत्याशी सुनील गौड़ लाल बहादुर पाल डॉक्टर लोकपति सिंह पटेल त्रिपुरारी गौड़ अनिल प्रधान के साथ सैकड़ो पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।










