ओएनजीसी एससी/एसटी कर्मचारी कल्याण संगठन की केंद्रीय कार्यकारिणी परिषद में बोकारो शाखा का महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व

मीडिया हाउस न्यूज एजेंन्सी गोमिया : ओएनजीसी भारत सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण कंपनी है। जिसका मुख्य कार्य पेट्रोलियम पदार्थों का अन्वेषण एवं उत्पादन है। ओएनजीसी में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के कर्मचारी काफी संख्या में कार्यरत हैं, उनकी कल्याण एवं हितों की रक्षा के लिए अखिल भारतीय अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कर्मचारी कल्याण संघ की स्थापना वर्ष 1967 में किया गया था। तब से यह संस्था अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के कर्मचारियों के कल्याण के साथ-साथ सामाजिक कार्यों को भी सुचारू रूप से कर रहा है। वर्तमान में ओएनजीसी के 21 कार्य स्थलों पर संस्था की शाखाएं कार्य कर रही है। सभी शाखाओं के कार्यकारिणी का सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न होने के बाद 6 फरवरी 2025 को ओएनजीसी के देहरादून स्थित कार्यालय में केंद्रीय कार्यकारिणी परिषद का गठन किया गया। जिसमें सभी 21 शाखाओं के पदाधिकारी चुनाव प्रक्रिया में शामिल हुए। इस चुनाव में विपिन कुमार भारतीय जो ओएनजीसी के मेहसाणा गुजरात स्थित कार्यालय में कार्यरत हैं, प्रजातांत्रिक पद्धति से हुए चुनाव में केंद्रीय कार्यकारिणी परिषद के अध्यक्ष चुने गए। साथ ही नाजीरा असम के डेम्बि राम पार्गिग कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए। कराईकाल पांडिचेरी के एस0 गंगाधरण महासचिव, अंकलेश्वर गुजरात के दिनेश भाई बसवा को अतिरिक्त महासचिव, मुंबई महाराष्ट्र के पराग एस रामटेके को संयुक्त सचिव, उत्तराखंड देहरादून के जमशेद को संगठन सचिव और राजस्थान जोधपुर के भीखाराम मेघवाल लेखा परीक्षक चुने गये। इस चुनाव में पहली बार महिला नेतृत्व को स्थान दिया गया और उत्तराखंड देहरादून के मोनिका को संयुक्त सचिव के पद से नवाजा गया। इस चुनाव में झारखंड के बोकारो स्थित कार्यालय को भी पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया गया और रामबहाल सिंह जो महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं और बोकारो शाखा के चैयरमैन हैं, उन्हें कोषाध्यक्ष के पद पर चयन किया गया। साथ ही बोकारो के ही अवि गॉडलिंग दीपक राव को सेंट्रल रीजन का क्षेत्रीय संयुक्त सचिव चुना गया। बोकारो शाखा का यह महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व ओएनजीसी बोकारो में कार्यरत अनुसूचित जाति एवं जनजाति कर्मचारियों की हितों की रक्षा के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगा। साथ ही एससी/ एसटी कंपोनेंट प्लान के तहत एससी/ एसटी बहुल क्षेत्रों में कल्याण के पहल को भी नया आयाम मिलेगा। सभी नवनिर्वाचित केंद्रीय कार्यकारिणी परिषद के सदस्यों ने बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेदकर के पदचिन्हों पर चलकर संस्था के लक्ष्य और उद्देश्यों को पूरा करने का संकल्प लिया।