खनन न्यूज-लोडर मशीन की चपेट में आने व गंभीर चोट लगने से ऑपरेटर की मौत.!

ऑपरेटर मृतक के तीन बच्चे, मुआवजे की मांग.!
मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी ओबरा/सोनभद्र- बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में एक बार फिर से हादसे ने खनन क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। गिट्टी लोडर मशीन की चपेट में आने से आपरेटर चालक की गम्भीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद पूरे खनन क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आनन फानन में संबंधित प्लांट कर्मचारियों ने गम्भीर रूप से घायल ऑपरेटर को ओबरा स्थित परियोजना अस्पताल लाया। जहां इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर रवि आनंद ने 31 वर्षीय रामवृक्ष पुत्र गुपुत यादव निवासी सलाई बनवा को मृत घोषित कर दिया। मृतक की मौत की सूचना पर परिजन परियोजना अस्पताल पहुंच कर विलाप करने लगे और प्लांट संचालन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मुआवजा की मांग की। परिजनों का कहना कि जब तक प्रशासन द्वारा सख्त आश्वासन नहीं मिलता तब तक शव को नहीं हटाएंगे।
डॉ रवि ने बताया कि परियोजना अस्पताल में मृत व्यवस्था में एक युवक आया था। जांच करने पर पता चला कि पेशेंट ब्रेड डेट था। उसके सर और पेट में चोट लगी थी। उसके साथ में गाड़ी के दो ड्राइवर आए थे और उन्होंने बताया था कि एक एक्सीडेंट में चोट लगी है।  जानकारी लेने पर पता चला कि वह ऑपरेटर है जेएस माइनिंग पर काम करता है। मृतक की पेट में बाएं तरफ चोट लगी है, ब्लड भी आया हुआ था, शरीर से मांस भी निकला था, सर में चोट के निशान भी था। शरीर के दाई तरफ के हिस्से का बोन फ्रैक्चर की आशंका है। डॉक्टर ने बताया डेड बॉडी आने के बाद पुलिस-प्रशासन को सूचना दी गई थी। प्रशासन आने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई में जुट गई।
अस्पताल पहुंची क्षेत्राधिकारी ओबरा चारु द्विवेदी ने कहा कि लोडर लेकर डग से मजदूर बाहर आ रहा था। हादसे में उसकी मृत्यु हो गई है। परियोजना अस्पताल में उसको लाया गया। लेकिन दुर्भाग्य से उसकी पहुंचाने से पहले ही मौत हो गई। परिजनों से तहरीर  पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। डेड बॉडी को छोड़कर जाने के मामले का पता लगाया जा रहा है अभी उसकी जानकारी नहीं हुई है।
घटना की बाबत परिजनों ने बताया कि जब घटनास्थल पर गए तो पता चला लोडर का ब्रेक फेल हो गया था। लोडर क्रशर प्लांट के डग पर था पहले मृतक रामवृक्ष को टक्कर मारा फिर लोडर ने टिप्पर को धक्का मारा। मृतक खनन क्षेत्र में 14-15 साल से काम कर रहा था। संबंधित खनन व्यवसायी आये ज़रूर थे लेकिन बिना बताये चले गए। प्रशासन से हमारी मांग है कि मृतक को न्याय मिले क्योंकि मृतक के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। उनका पालन पोषण कैसे होगा ये चिंता का विषय है।
खनन क्षेत्र में अप्रशिक्षित व अनियंत्रित चल रहे टीपर चालकों पर भी हो सख्त कार्यवाही.!
ओबरा/डाला-सूत्रों की माने तो खदानों व खनन क्षेत्र के अधिकतर मार्ग डेंजर जोन स्थिति में तबदिल है कोई बोलने व रोकने वाला नहीं है.! खनन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अप्रशिक्षित टीपर चालकों द्वारा खदानों से अधिक से अधिक चक्कर लगाने के चक्कर में अनियंत्रित रुप से खुलेआम चलते है, सड़कों पर खुलेआम बोल्डर गिरते हुए चलते हैं, आए दिन घटना दुर्घटना घटते रहता है बावजूद उसके टीपर चालकों पर नियंत्रण न होना कभी भयंकर हादसा हो सकता है। लोगों ने जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, आरटीओ व स्थानीय पुलिस प्रशासन से मांग किया कि अनियंत्रित व बिना टीपर का डाला लाक किए, सड़कों पर बोल्डर गिरते हुए चलते टीपर चालकों पर सख्त कार्रवाई की जाये ताकि घटना दुर्घटना पर नियंत्रण लग सके।

सोनभद्र-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में खनन में पोकलेन मशीन पर रोक, मजदूरों को रोजगार की मांग उठी। आर के शर्मा

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