प्रधानमंत्री मोदी ने पापुआ न्यू गिनी की अपनी यात्रा के दौरान प्राचीन तमिल पाठ तिरुक्कुरल पर अनुवादित पुस्तक का विमोचन किया

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 22ता.लखनऊ-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIC) के तीसरे शिखर सम्मेलन के लिए सोमवार को पापुआ न्यू गिनी का दौरा किया। पीएम मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे के साथ ‘थिरुक्कुरल इन टोक पिसिन’ पुस्तक लॉन्च की।

इस प्राचीन तमिल पाठ का अनुवाद प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के विशेष अनुरोध पर पापुआ न्यू गिनी की स्थानीय भाषा टोक पिसिन में शशिंद्रन मुथुवेल और सुभा अबरना द्वारा किया गया है। मूल रूप से तमिलनाडु का यह जोड़ा पापुआ न्यू गिनी में रहता है और इस पुस्तक को लिखने की उनकी प्रेरणा दुनिया में समृद्ध सांस्कृतिक विविधता की सराहना करना और पापुआ न्यू गिनी और भारत के लोगों के बीच एक बड़ा सांस्कृतिक जुड़ाव भी बनाना था। इस जोड़े ने पापुआ न्यू गिनी में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने वाले संगठन पीएनजी तमिल वलार्की संगम की भी स्थापना की।

भारतीय मूल के लेखकों से परे इस पुस्तक का निर्माण टोक पिसिन भाषा के स्थानीय विशेषज्ञों, विशेष रूप से एक वरिष्ठ शिक्षा सलाहकार मार्टिन बाई के योगदान के माध्यम से भी संभव हुआ है, जो एक सुलभ और पठनीय बनाए रखते हुए मूल पाठ के सार को कैप्चर करते हैं। इस प्रकार यह पुस्तक पापुआ न्यू गिनी के लोगों के बीच तमिल संस्कृति और परंपराओं के प्रति बहुभाषी पहुंच सुनिश्चित करती है। पीएम मोदी ने अपने भाषणों में कई बार प्राचीन पाठ के बारे में बताया है। दुनिया भर में तिरुक्कुरल की मौजूदा व्यापकता को देखते हुए, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह पापुआ न्यू गिनी के लोगों को कैसे प्रभावित करता है।(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)

राजौरी शहर से डन्नीदार कप्पा खा गांव पहुंचने पर भाजपा प्रत्याक्षी विबोध गुप्ता का जोरदार स्वागत

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *