शिकायतों के निस्तारण में डिफाल्टर पाये जाने पर सम्बंधित अधिकारी के विरूद्ध होगी कड़ी कार्रवाई-मण्डलायुक्त

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 20ता.प्रयागराज –मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में गुरूवार को आईजीआरएस, विकास प्राथमिकता कार्यों की मण्डलीय समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त ने आईजीआरएस पोर्टल की शिकायतों के निस्तारण एवं उसकी गुणवत्ता की समीक्षा करते हुए सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्धारित समयसीमा में अनिवार्य रूप से किया जाये। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में शिकायतों का निस्तारण निर्धारित समयसीमा के बाद नहीं होना चाहिए।
मण्डलायुक्त ने कहा कि आईजीआरएस के लिए विभागों के बनाये गये सभी नोडल अधिकारी पोर्टल पर हर दिन नजर रखे। उन्होंने जनपद प्रयागराज में प्रयागराज विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम से सम्बंधित आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण में असंतोष जनक फीडबैक ज्यादा आने पर नाराजगी जताते हुए सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराये जाने के निर्देश दिए। जनपद प्रतापगढ़ की समीक्षा में डिफाल्टरों की संख्या अधिक होने पर नाराजगी जतायी तथा शिकायतों का निस्तारण प्रत्येक दशा में निर्धारित समयसीमा में निस्तारित किए जाने की हिदायत दी। मण्डलायुक्त ने कहा कि यदि कोई शिकायत किसी अधिकारी से सम्बंधित नहीं है, तो उस शिकायत को तत्काल सम्बंधित अधिकारी के पास प्रेषित कर दिया जाये, जिससे कि शिकायतों का निस्तारण समय सीमा में हो सके। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता के द्वारा यदि किसी अधिकारी के विरूद्ध शिकायत की गयी है, तो उससे ऊपर वाले अधिकारी ही विषय की जांच करें। कहा कि शिकायतकर्ता को सुनवाई का अवसर अवश्य दिया जाये।
मण्डलायुक्त ने भूमाफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही की समीक्षा करते हुए लम्बित मामलों में आरोपपत्र दाखिल करने की कार्यवाही समय से सुनिश्चित किए जाने के साथ-साथ माफियाओं के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। उन्होंने रियल टाइम खतौनी एवं घरौंदी वितरण के कार्यों में तेजी लाये जाने के निर्देश दिए है। मण्डलायुक्त ने पांच साल से अधिक पुराने लम्बित वादों को शीर्ष प्राथमिकता पर निस्तारित किए जाने तथा निर्विवाद वरासत से सम्बंधित मामलों को समय से निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए है। मण्डलायुक्त ने सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को उद्यमियों के अनापत्ति प्रमाणपत्र को समय से निस्तारित किए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को उद्यमियों के साथ बातचीत करते रहने व उनकी समस्याओं का शीर्ष प्राथमिकता पर समाधान सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा है।
मण्डलायुक्त ने राष्ट्रीय तथा राज्य मार्ग हेतु भूमि अधिग्रहण सहित अन्य कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी लेते हुए अधिकारियों से बैनामा, भूस्वामियों के भुगतान आदि के लम्बित प्रकरणों को प्राथमिकता पर लेते हुए उनका निराकरण शीघ्रता से सुनिश्चित किया जाये, जिससे कि राष्ट्रीय तथा राज्य मार्ग के निर्माण कार्यों को निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत पूरा कराया जा सके। मण्डलायुक्त ने डीजल एवं पेट्रोल पम्पों की स्थापना सम्बंधी अनापत्ति प्रमाण के निर्गत किए जाने के लम्बित प्रकरणों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सभी जनपदों में लम्बित प्रकरणों पर नियमानुसार तत्वरित कार्यवाही करते हुए अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करें। मण्डलायुक्त ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी जनपदों को निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए है, जिससे ज्यादा से ज्यादा पात्र लोग योजना से लाभान्वित होकर योजना का लाभ उठा सके।
मण्डलायुक्त ने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने हर घर जल योजना के अन्तर्गत पाईप लाइन बिछाने व कनेक्शन दिए जाने के कार्यों में तेजी लाये जाने का निर्देश कार्यदायी संस्था को दिया है। उन्होंने ट्यूबबेल की स्थापना के साथ ही पानी की टंकियों के निर्माण कार्यों में और तेजी लाये जाने के निर्देश दिए है। मण्डलायुक्त ने कार्यदायी संस्थाओं को कर्मिंयों की संख्या बढ़ाकर कार्य को तेजी के साथ पूरा कराये जाने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी की प्रगति की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने आवास योजना के लिए किए गए आवेदन पत्रों की पात्रता की जांच की प्रगति धीमी पाये जाने पर नाराजगी जताते हुए जांच प्रक्रिया में तेजी लाये जाने के निर्देश दिए है। कौशल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा में उन्होंने वास्तवित लक्ष्य के सापेक्ष प्रशिक्षण हेतु पंजीकृत प्रशिक्षार्थिंयों की संख्या कम पाये जाने पर प्रशिक्षार्थिंयों की संख्या को बढ़ाये जाने के लिए कहा है।
विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने मण्डल के सभी जनपदों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि निर्धारित रोस्टर के अनुसार बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करें, नहीं तो जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को खराब ट्रांसफार्मरों को निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत बदले जाने के निर्देश दिए है। लोकल फाल्ट व ट्रिपिंग की स्थिति पर त्वरित कार्रवाई करते हुए बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा है। पशुपालन विभाग की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने गो आश्रय स्थलों में हरे चारे की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए जनपद प्रयागराज में हरे चारे और अधिक लगाये जाने के लिए कहा है। उन्होंने कौशाम्बी, प्रतापगढ़ को हरे चारे हेतु चिन्हित भूमि ज्यादा और हरे चारे की बोआई कम होने पर इसे बढ़ाये जाने के लिए कहा है साथ ही गोआश्रय स्थलों में पर्याप्त मात्रा में भूसा के सुरक्षित भण्डारण की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि गो-आश्रय स्थलों के पांच किलो मीटर की परिधि में ग्राम समाज की भूमि की स्थिति से अवगत कराये जाने के लिए कहा है।
मण्डलायुक्त ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की संतृप्तीकरण की प्रगति की समीक्षा करते हुए लम्बित केवाईसी, भूलेख मैपिंग एवं आधार सीडिंग के कार्य को तेजी के साथ पूरा करें, जिससे कि कोई भी पात्र किसान इस योजना के लाभ से वंचित न रह जाये। कौशाम्बी, फतेहपुर को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 के अन्तर्गत शौचालय निर्माण की प्रगति में तेजी लाये जाने के लिए कहा है। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान से सम्बंधित विभागों को तन्मयता के साथ अभियान को सफल बनाने के लिए कहा है।
मण्डलायुक्त ने कर-करेत्तर की समीक्षा में विभागवार राजस्व वसूली की प्रगति समीक्षा करते हुए सभी विभागों को राजस्व वसूली बढ़ाये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने परिवहन विभाग की राजस्व वसूली की समीक्षा करते हुए ओवरलोडिंग वाहनों के विरुद्ध कड़ी प्रवर्तन की कार्यवाही करने को कहा है। चैराहों एवं हाईवे पर लगे कैमरा क्रियाशील स्थिति में हो तथा जहां पर कैमरे न लगे हो, वहां पर कैमरो को लगाकर प्रवर्तन की कार्यवाही में तेजी लाये जाने का निर्देश दिया है। इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रयागराज संजय कुमार खत्री, जिलाधिकारी प्रतापगढ़ प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव, जिलाधिकारी कौशाम्बी सुजीत कुमार, जिलाधिकारी फतेहपुर श्रुति सहित सभी जनपदों के मुख्य विकास अधिकारीगणों के साथ ही अन्य विभागों के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित रहे।