सिटी सेंटर का बचत उद्यान पार्क बना मूत्रालय और शराबियों का अड्डा

मीडिया हाउस न्यूज एजेंन्सी 26ता०बोकारो। बोकारो के सेक्टर 4 स्थित बचत उद्यान पार्क नशेड़ी व मूत्रालय पार्क में तब्दील हुआ। बोकारो जिला का हृदय स्थल माना जाने वाला और शहर का नाक कहा जाने वाला सिटी सेन्टर का बचत उद्यान पार्क उदासीनता का दंश झेल रहा है जिसके कारण ब्यवसायी सहित सेटी सेन्टर में आने वाले पुरूष, महिला ,बच्चें भी परेशान है। परेशानी का आलम है की गंदगी के कारण आस पास के दुकानदार बेहद परेशान है। गंदगी के कारण लोगो को बिमारी होने का आशंका बना रहता है। वही महिलाओं के लिए भी शौचालय की ब्यवस्था ना होने के कारण मार्केट करने आए या घुमने आए महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पडता है। बता दें की बचत उद्यान पार्क का निर्माण इस लिए किया गया था की जब लोग इस मार्केट में मार्केटिंग के लिए आए तो थोड़ा पार्क का आनंद उठा सके लेकिन यही पार्क लोगो को परेशानी का आलम होगा लोगो ने कतई सोचा नही था कुछ साल पहले इसके सौंदर्यीकरण के लिए बोकारो बीएसएल ने टेंडर कर इसे बखूबी खूबसूरत भी बनाया था जिसमे एक शौचालय भी बनवाया पर यह शौचालय में हर समय ताला बंद रहता है जिसके कारण लोगो ने अंदर बाहर दोनो तरफ शौचालय बना दिया साथ ही बचा खुचा जो रह गया उसे नशेड़ियों ने अपने नशे करने का अड्डा बना लिया। पार्क के आस पास से आप जब कभी भी आप गजरेगे तो ऐसा आलम आपको भी बखूबी देखने को मिल जाएगा की बीएसएल द्वारा बनाया गया पार्क की खुबसुरती क्या है। कोई पार्क मे खुले मे शौच कर रहा होता है तो कोई नशेड़ी नशा करने या जुआरी ताश पिटने मे लगे होते है। जिस कारण दिन पर दिन इस पार्क की स्थिति बिगड़ती ही जा रही है और इसके साथ साथ सिटी सेन्टर मार्केट का महौल भी खराब और गंदगी का अंबार लगता जा रहा है। वही सिटी सेन्टर में एक स्ट्रीट लाइट है और बाकी जगह अंधेरा बना रहता है जिसके कारण चोरी की घटना भी लगातार बढती जा रही है। बीएसएल प्रबंधन को जल्द ही शहर की नाक माना जाने वाला सिटी सेंटर के पार्क को सौंदर्यीकरण, साफ सफाई ,स्ट्रीट लाइट , महिला शौचालय की ब्यवस्था कर जन हित और समाजहित में अपनी भुमिका निभाने की आवश्यकता है जिससे सिटी सेंटर खुबसुरत और साफ दिख सके जिससे बच्चें सहित बडे बुजुर्ग भी पार्क का आनंद उठा सके।
• क्या कहते है ब्यवसायी : दुकानदार विपुल मेहता ने कहा की बीएसएनएल द्वारा जो बी ब्लॉक में प्लेस सिमरन बना हुआ है उसमें अवैध कब्जा कर जनरेटर रखा हुआ है पीछे में इतनी गंदगी लगी हुई है। आम पब्लिक के लिए शौचालय की व्यवस्था ही नहीं है और पार्क में जो शराबियों और जुआरियों का अड्डा बना हुआ है और आसपास अवैध कब्जा कर लोग सामान भी रख दिए है लोग परिवार लेकर वहाॅ जाने में भी असुविधा महसुस करते है।
• दुकानदार : मुकुल कुमार ने कहा की उद्यान का सौंदर्य करण ओएनजीसी द्वारा कराया गया था शौचालय भी बनवाया गया था लेकिन बराबर वह शौचालय बंद रहता है आज के समय में सब सुंदरीकरण खत्म हो गया है और गुलगुलिया समाज ने अवैध कब्जा कर रखा है सामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है जिसके कारण आसपास के बच्चे भी वहां खेलने के लिए नही जा पाते है। बी ब्लॉक में नाली बनना था सड़क बनना था लेकिन कुछ भी अभी तक नहीं बना और गंदगी का अंबार बना हुआ है जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
• ब्यवसायी सुरेश कुमार : सिटी सेंटर यह शहर का नाक है और यह बंद कर दिया गया है यहां इतनी गंदगी फैली हुई है और यहां दारु पीने का अड्डा बना हुआ है और जो गैरेज है वह फैलता जा रहा है सारे जगह का कचरा लाकर लोग इस पार्क में डम्प भी कर रहे हैं। स्ट्रीट लाइट का भी वही हाल है जिसके कारण आए दिन चोरी का घटना बढ़ती जा रही है शहर के सिटी सेंटर का हाल इतना बदतर हो गया है की लाइन भी घंटा 2 घंटा तक कटी रहती है जाड़े के दिन में यह आलम है तो गर्मी के दिन में क्या होगा। पुलिस क्लब के पास हाई मास्क लाइट की जरूरत है जिसके कारण वहां अंधेरा रहता है जिसके कारण आए दिन घटना बढ रही है। हाई मास्क लाइट की ब्यवस्था बहुत जरूरी है जिससे असमाजिक तत्वों का मनोबल खत्म होगा।
ब्यवसायी रंजन कुमार गुप्ता : सिटी सेंटर बोकारो का हृदय स्थल है बोकारो का शान बोला जाता है यह पार्क इतना गंदा हो चुका है कि लोग यहां शौचालय के लिए इस्तेमाल करते हैं रात के समय लोग पीने का इस्तेमाल करते हैं गलत गतिविधियां होती है कोई देखने वाला नहीं है ना लाइट की व्यवस्था है इतना बढ़िया मार्केट में ओएनजीसी ने बढ़िया पहल किया था पर पता नहीं क्यों लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी जैसा था वैसा ही हो गया।