मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के अन्तर्गत पात्र लाभार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर ऋण सुविधा करायी जाये उपलब्ध-जिलाधिकारी

Media House सोनभद्र-जिलाधिकारी बी एन सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में उद्योग बन्धु एवं एमओयू मानिटरिंग कमेटी (इन्वेस्टर समिट) की बैठक की गयी, बैठक में सम्बन्धित अधिकारीगण, एमओयू धारक, व्यापारी संगठन, उपायुक्त उद्योग एवं उद्यमी मित्र व अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहंे। बैठक में सर्वप्रथम इन्वेस्टरों द्वारा भूमि उपलब्धता के सम्बन्ध में चर्चा की गयी, जिलाधिकारी द्वारा उद्यमी मित्र को निर्देशित किया गया कि लैण्ड बैंक से सम्बन्धित समस्त प्रकरणों का निस्तारण नियमानुसार किया जाये, विभाग की योजनाओं को प्रचार-प्रसार किया जाये तथा व्यापारियों को इन योजनाओं में लाभ दिलाया जाये।
जिलाधिकारी द्वारा जिले में औद्योगिक आस्थान बनाने के लिए पत्राचार एवं जमीन चिन्हाकन करने हेतु उद्यमी मित्र को निर्देशित किया गया, उपायुक्त उद्योग द्वारा निवेश मित्र पर चर्चा के उपरान्त अवगत कराया गया कि निवेश मित्र पोर्टल पर कोई भी प्रकरण लम्बित नहीं है। जिस पर उद्यमी मित्र द्वारा अवगत कराया कि निवेश मित्र पोर्टल पर जनपद को प्रदेश में 10वी रैंक प्राप्त हुयी है, इस दौरान जिलाधिकारी ने व्यापारी बन्धुओं के साथ चर्चा के जिले में औद्योगिक आस्थान बनाने का प्रस्ताव व्यापारियों द्वारा प्राप्त हुआ एवं बिजली की समस्या हेतु अधिशासी अभियन्ता विद्युत को जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि व्यापारी बन्धुओं से सम्बन्धित जो भी समस्या है, उसका निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाये, जिससे उन्हें उद्योग के संचालन में किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़ें। उन्होंने कहा कि जिले में असुरक्षित ट्रांसफामरों को घेरा बनाकर व्यवस्थित करा लिया जाये।
मण्डी सचिव को निर्देशित किया कि जनपद में किस-किस दिन कार्यालय में उपस्थित रहेगें उसकी सूची कार्यालय कक्ष पर चस्पा की जाये तथा अनन्या फुड की लम्बित पत्रावली पर आज सायं तक रिपोर्ट दें, टोल प्लाजा पर चर्चा के उपरान्त उपसा द्वारा नामित अधिकारी को सड़क सुरक्षा बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिये। ओ०डी०ओ०पी० प्रोडक्ट के रूप औषधि पौध एवं वन औषधि को शामिल कराने के लिए विचार किया जायेें, परिवहन विभाग को निर्देशित किया गया कि प्राईवेट बस पर अंकुश लगाया जाये। मुख्यमत्री युवा उद्यमी विकास अभियान पर चर्चा के दौरान जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, पात्र व्यक्तियों को बैंकर्स ,द्वारा ऋण की सुविधा प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित की जाये, जिन बैंकर्स द्वारा पात्र व्यक्तियों को बैंक से ऋण की सुविधा नहीं प्राप्त हो रही है और उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है, ऐसे बैंकर्स के विरूद्ध उच्च स्तर पर एल0डी0एम0 पत्राचार कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि उद्यमियों/व्यापारियों/इन्वेस्टरों द्वारा अपनी समस्या लिखित रूप से उपायुक्त उद्योग कार्यालय/उद्यमी मित्र को प्रत्यावेदन किया जाये जिससे समस्या का निस्तारण कराया जा सके। इस मौके पर उपायुक्त उद्योग एवं प्रोत्साहन केन्द्र विनोद चैधरी, ए0आई0जी0 स्टाम्प अरविन्द श्रीवास्तव, व्यापारी बन्धु, उद्यमीगण व व्यापारी संगठनों के पदाधिकारीगण उपस्थित रहें।