बकाया भुगतान को लेकर श्रमिकों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन 

अनिकेत श्रीवास्तव,मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 17ता.सोनभद्र- ओबरा सी परियोजना के उप संविदाकार में 250 श्रमिकों के बकाया लाखों रुपये का भुगतान डूबता दिख रहा है,12/05/2023 को परियोजना प्रबंधक अपर श्रमायुक्त एवं श्रमिक प्रतिनिधि के मध्य हुए समझौते का उल्लंघन करते हुए ट्राईगार्ड कम्पनी एवं दुसान कम्पनी द्वारा अभी तक श्रमिकों के मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया। श्रमिकों ने अपने लेबर यूनियन-भारतीय संविदा श्रमिक संगठन के महामंत्री नागेन्द्र प्रताप चौहान को शिकायत पत्र देकर बकाया भुगतान कराने कि मांग की। संगठन के महामंत्री नागेन्द्र प्रताप चौहान ने कहा कि श्रमिको के बकाया भुगतान कराने हेतु संगठन एवं श्रमिक जिलाधिकारी से मिलकर भुगतान की मांग करेंगे और आगे कहा कि दुसान कम्पनी द्वारा बनायीं गयी। शोषणकारी नीति के कारण ही ओबरा सी परियोजना में कार्यरत कम्पनियाँ श्रमिकों का आर्थिक एवं मानसिक शोषण कर रही है। और कहा कि में०/- ट्राईगार्ड के 250 श्रमिक दुसान कम्पनी के इसी शोषणकारी एवं बन्धुआ मजदूरी निति के कारण आज दो माह से अपने बकाया वेतन की मांग को लेकर दर-दर भटक रहे है। जो कम्पनी अपने लिखित समझौते का उल्लंघन कर सकती है उसके लिए श्रम कानूनों को ताक पे रख के मजदूरों का शोषण करने से कोई गुरेज नहीं, दुसान कम्पनी द्वारा ओबरा सी परियोजना में नियोजन हेतु प्रवासी श्रमिकों को प्राथमिकता देते हुए उन्हें काम पर रखा जाता है। तीन माह कार्य करने के पश्चात् एक माह का वेतन दिया जाता है। ऐसे में कुछ कम्पनियाँ ऐसी भी है जो सैकड़ों प्रवासी श्रमिकों के बकाया वेतन का भुगतान ना कर स्वंय हड़प कर गई। जिसका उदहारण ट्राईगार्ड कम्पनी है, कम्पनी अपने यहाँ कार्यरत श्रमिकों के बकाया वेतन को हडपने का मन बना चुकी है, अपर श्रामयुक्त के आदेश के बाद भी ट्राईगार्ड कम्पनी ने अभी तक दुसान कम्पनी को सभी श्रमिकों के बकाया भुगतान कि पेय शीट नहीं भेजी। ट्राईगार्ड और दुसान कम्पनी के आपसी आर्थिक विवाद ने पुरे ओबरा सी परियोजना में कार्यरत श्रमिकों के बीच औद्योगिक विवाद एवं अशांति का की स्थिति पैदा कर दी है। दुसान कम्पनी द्वारा श्रमिकों के वेतन भुगतान की कोई जिम्मेदारी नहीं ली जाती, यदि कम्पनी काम छोड़ कर भाग जाती है तो श्रमिक दर-बदर भटकते हुए अपनी मेहनत मजदूरी का पैसा छोड़ कर अपने घर चले जाते है। भुगतान कि मांग को लेकर श्रमिक 17/04/2023 से हड़ताल पर है, दिनांक- 12/05/2023 को दुसान कम्पनी के ऑफिस पर श्रमिक धरने पर बैठ गए। अपर श्रमायुक्त पिपरी पंकज सिंह राणा के द्वारा मध्यस्थता कर वार्ता के आश्वासन पर श्रमिकों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया, मुख्य महाप्रबन्धक, ओबरा सी तापीय परियोजना, में०-/ दुसान कम्पनी, में०/- ट्राईगार्ड कम्पनी एवं श्रमिक प्रतिनिधि के मध्य वार्ता कर निम्नलिखित सहमतियों को स्वीकार कर हस्ताक्षर किये गए जो निम्नलिखित है- में०/- ट्राईगार्ड कम्पनी द्वारा उपलब्ध करायी गयी वेतन भुगतान सूचि श्रमिक प्रतिनिधि को दिखाया गया जिससे वह पूर्ण सहमत है, भुगतान सूचि के अनुसार मुख्य महाप्रबन्धक, ओबरा सी तापीय परियोजना, तीन कार्य दिवस के भीतर श्रमिकों के बैंक खातें में अंतरित करेंगे, तथा यह धनराशी दुसान कम्पनी के देयकों में समयोजित करेंगे। और बताया कि श्रमिकों को देय फुल फाइनल कि सूचि 03 कार्य दिवस में तैयार करके में०/- ट्राईगार्ड कम्पनी अपने नोटिस बोर्ड पर चस्पा करेंगे, तथा अगले दो दिनों में त्रुटी/आपत्तियों का निराकरण कर उसे दुसान कम्पनी के माध्यम से मुख्य महाप्रबन्धक, ओबरा सी तापीय परियोजना उपलब्ध करायेंगे, मुख्य महाप्रबन्धक, ओबरा सी तापीय परियोजना इस धनराशी का भुगतान श्रमिकों को कर के उसका समायोजन दुसान कम्पनी के देयकों से करेंगे। में०/- दुसान कम्पनी इस बात का पूर्ण प्रयास करेगी कि, में०/- ट्राईगार्ड के अधिक से अधिक श्रमिकों को सीधे अपने नियोजन में या अन्य संविदाकारों के माध्यम से कार्य उपलब्ध कराया जाये। तब तक श्रमिक पक्ष पूर्ण रूप से शांति व्यवस्था बनाये रखेंगे, वार्ता कि अगली तिथि 19/05/2023 को श्रमायुक्त कार्यालय पिपरी में नियत कि जाती है। उपरोक्त लिखित समझौते का सीधा उल्लंघन करते हुए मुख्य महाप्रबन्धक ओबरा सी तापीय परियोजना, में०-/ दुसान कम्पनी, में०/- ट्राईगार्ड कम्पनी द्वारा तीन दिन बीत जाने के पश्चात् भी अभी तक श्रमिकों को भुगतान नहीं किया गया, में०/- ट्राईगार्ड कम्पनी में कार्यरत 250 अपने दो माह के बकाया मजदूरी भुगतान एवं अन्य अदेय पावनों के भुगतान के लिए दर-दर भटक रहे है, भुगतान ना मिलने कि दशा में श्रमिकों के परिवार के समक्ष भूखों मरने नौबत आ चुकी है, कम्पनी एवं परियोजना प्रशासन द्वारा किये गए वादा खिलाफी के कारण श्रमिकों के बीच ट्राईगार्ड एवं दुसान कम्पनी के विरुद्ध भारी आक्रोश एवं विरोध है। और कहा कि यदि श्रमिकों के समस्त अदेय पावनों का भुगतान तत्काल नहीं कराया गया तो, भारी औद्योगिक विवाद एवं अशांति उत्त्पन्न होने कि प्रबल सम्भावना है। संगठन परियोजना प्रशासन को चेताते हुए यह कहना चाहता है कि, तीन दिनों के भीतर 19/05/2023 तक दुसान कम्पनी श्रमिकों के समस्त अदेय पावनों का भुगतान कराया, अन्यथा कि स्थिति में संगठन के नेतृत्व में श्रमिक अपने बकाया भुगतान की मांग को लेकर ओबरा सी परियोजना के समक्ष शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन एवं आन्दोलन के लिए विवश होंगे। इससे उत्पन्न हर स्थिति एवं परिस्थिति की सम्पूर्ण जिम्मेदारी मुख्य महाप्रबन्धक ओबरा सी तापीय परियोजना, में०-/ दुसान कम्पनी, में०/- ट्राईगार्ड कम्पनी की होगी। जिलाधिकारी को ज्ञापन देते समय मजदूर नेता नवाज खाँ, श्रमिक राजू, इन्दू, किसन, लाल बहादुर एवं अन्य श्रमिकगण उपस्थित रहे।

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