पोकलैंड व नाव से मशीन लगाकर नदी की धारा को मोड कर किया जा रहा है अवैध खनन.!

मीडिया हाउस न्यूज एजेन्सी 20ता.सोनभद्र-जिलाधिकारी सोनभद्र से मोरंग खनन पट्टा लेकर अवैध पोकलैंड व नाव से मशीन लगाकर नदी की धारा को मोड कर अवैध खनन किया जा रहा है कि शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर जन सुनवाई शिकायत के माघ्यम से किया।
गौरतलब है कि प्रार्थी सुभाष चन्द्र उपाध्याय पुत्र स्व० गायत्री प्रसाद उपाध्याय निवासी ग्राम कोटा पोस्ट-कोटा थाना- चोपन जनपद सोनभद्र का निवासी ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है कि मोरंग / बालू खनन पटटे को लेकर सोन नदी कि धारा को बान्ध कर मोड़ दिया गया है और सोन नदी के जीव जन्तु जैसे मगरमच्छ, खेखड़ा, मच्छली व जल जन्तु को नाव के मशीन लगाकर नदी के धारा से बालू निकाल कर पोकलैंड मशीन द्वारा ट्रक पर लोड किया जा रहा है। जब नदी में बाढ़ आ जाती है तो बालू लोड किया जाता है। एन०जी०टी० कोर्ट का आदेश हैं कि नदी के जल धारा को बान्ध कर मोडा नहीं जा सकता। जल जन्तुओं को नुकशान नहीं पहुंचा जा सकता। लेकिन ठीकेदार सुन्दर लाल गुप्ता व अन्य द्वारा सभी नियमों की अनदेखी कर अवैध खनन नदी सोन में किया जा रहा है। किसी भी नदी में ढेड मीटर के नीचे मोरंग / बालू खनन परिवहन नहीं कर सकते यहा सीधे नाव में मशीन लगाकर नदी के अन्दर से निकाला जा रहा है। जिसमें काले हीरन, बीता, तेन्दुआ आदी जानवर रहते हैं। ट्रक के हारन व आवाज से जंगल से पलायन कर रहे है। जिसके कारण आये दिन तेन्दुआ, जीता, हिरन का शव जनपद में कई जगह मिल चुके। जुगैल क्षेत्र में एक तेन्दुआ, वाराणसी- शक्तिनगर मार्ग के मारकुण्डी रोड पर तेन्दुआ का शव बरामद हुआ था।
श्री उपाध्याय ने प्रार्थना पत्र पर जांच कराते हुए अवैध मोरंग/बालू खनन को रोकते हुए प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करें। शिकायत कर्ता ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, प्रमुख सचिव वन्य उत्तर प्रदेश लखनऊ, मण्डला आयुक्त मीर्जापुर मण्डल, सचिव खनिज कर्म उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ, एन०जी०टी० नई दिल्ली को रजिस्ट्री डाक के माध्यम एंव मुख्यमंत्री पोर्टल पर जन सुनवाई संदर्भ संख्या 400200023005859 पर भी शिकायत दर्ज कराया है।