मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने उपराजधानी दुमका में शान से झंडा फहराया।

मारूफ़ हसन, मीडिया हाउस दुमका-उपराजधानी दुमका में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने शान से दुमका के पुलिस लाइन मैदान में झंडा फहराया। और परेड की सलामी लिये। एवं झाँकी भी निकाली गई। मुख्यमंत्री गणतंत्र दिवस 2024 के अवसर पर जनता से कहा की प्रकृति की गोद में बसे संथाल परगना की सांस्कृृतिक,आध्यात्मिक एवं वीर सपूतों की बलिदानी भूमि से मैं, समस्त झारखण्ड वासियों को 75वें गणंतत्र दिवस की शुभकामनाएँ देता हूँ और आप सब का हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ। भारत के लिए गणतंत्र दिवस केवल एक पर्व नहीं बल्कि गौरव और सम्मान है। आज का यह दिन हमारे सम्प्रभुता एवं जनतंत्र के प्रति एक गहरी आस्था का राष्ट्रीय पर्व है।
मैं नमन करता हूँ राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को,पण्डितजवाहरलाल नेहरू,डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद,नेताजी सुभाष चन्द्र बोस,मौलाना अबुल कलाम आजाद,सरदार बल्लभ भाई पटेल,शहीदे आजम भगत सिंह और बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अम्बेदकर सहित उन महान विभूतियों को, जिनके नेतृत्व में हमारे देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की और एक सशक्त लोक तांत्रिक राष्ट्र के रूप में विश्व के मानचित्र पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुए। आज इस ऐतिहासिक दिन में मैं, झारखण्ड के सभी महान विभूतियों भगवान बिरसा मुण्डा,तिलका मांझी, वीर शहीद सिद्धो-कान्हू, चाँद-भैरव, बहन फूलो-झानो, बीर बुधु भगत, जतरा टाना भगत, नीलाम्बर -पीताम्बर, शेख भिखारी,पाण्डेय गणपत राय,शहीद विश्वनाथ शाहदेव को भी नमन करता हूँ। छब्बीस जनवरी उनीस सौ पचास को हमने अपने संविधान को पूर्णतः लागू किया था। दासता के दुःख भरे इतिहास को भुलाकर एक स्वर्णिम भविष्य की आकांक्षाओं के साथ हमने अपने संविधान को अपनाया और एक ऐसे राष्ट्र के निर्माण का संकल्प लिया जहाँ न तो आर्थिक विषमता हो और न समाजिक भेद-भाव। स्वतंत्रता,समानता और बंधुत्व हमारे संविधान की मूल भावना है और इन्हीं आदर्शों से उस ठोस आधारशिला का निर्माण हुआ है, जिन पर हमारा गणतंत्र मजबूती से खड़ा है।
इन्ही मूल्यों में हमारी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत भी प्रतिबिंबित होती है। हमारा संविधान देश के अलग-अलग हिस्सों में बोली जाने वाली भाषा, संस्कृति,जीवन शैली और अलग-अलग धर्मों को एक सूत्र में पिरोकर “अनेकता में एकता” की पहचान को स्थापित किया। राज्य के लोगों से किये अपने वादे को पूरा करते हुए हमने अबुआ आवास योजना की शुरूआत की है। इस योजना के तहत् वर्ष 2027 तक राज्य सरकार अपनी निधि से आवासहीन एवं कच्चा घर में रहने वाले करीब 20 लाख परिवारों को 03 कमरों का पक्का मकान उपलब्ध करायेगी।
‘‘सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना’’ ‘‘फुलो-झानो आशीर्वाद योजना’’ के तहत् हड़िया-दारू निर्माण एवं बिक्री से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं को सम्मानजनक रोजगार का विकल्प उपलब्ध कराया जा रहा है। सर्वजन पेंशन योजना ‘‘मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना’’ के माध्यम से स्वरोजगार को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्य और समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाएं और सेवाएं सफलतापूर्वक पहुंची है। इस वर्ष ’आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत् मैं, स्वयं सभी जिला मुख्यालयों में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले गरीबों की समस्याओं, उनकी तकलीफों से रुबरु होने का मुझे अवसर प्राप्त हुआ।
जल,जंगल और जमीन से जुड़ी हमारी समृद्ध परम्परा और प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर जीने की हमारी जीवन शैली सम्पूर्ण मानव जाति को जीने की सच्ची राह दिखाता है। संवैधानिक आदर्शों एवं मूल्यों के अनुरूप हमें अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखते हुए प्रगतिशील सोच के साथ विकास के राह पर आगे बढ़ना होगा। मैं राज्य के युवाओं को विशेष रूप से कहना चाहता हूँ कि युवा शक्ति अपनी रचनात्मक और सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग झारखण्ड के नव निर्माण के लिए करें। मुझे पूरा भरोसा है कि हम सब मिलकर झारखण्ड को एक समृद्ध, खुशहाल एवं विकसित राज्य बनाने में जरूर सफल होंगे।
दुमका- उपराजधानी दुमका में छब्बीस जनवरी दो हजार चौबीस को 75 वाँ गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर झारखंड अधिविध परिषद के प्रभारी विशेष कार्य पदाधिकारी डॉक्टर अश्वनी कुमार यादव ने जैक परिसर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराया और तिरंगे को सलामी दी। इस मौके पर झारखंड अधिविध परिषद दुमका के प्रभारी विशेष कार्य पदाधिकारी अश्वनी कुमार यादव ने बताया कि छब्बीस जनवरी उनीस सौ पचास को संविधान लागू हुआ था डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने संविधान भारत एक गणराज अवस्था और स्थापना दिए तब पूरे भारत में आज एक उत्सव के रूप में मानते हैं। इस मौके पर कार्यालय के कर्मचारीगण मौजूद रहें।