खदान में अनियंत्रित ब्लास्टिंग.!  मना करने पर पट्टाधारक लेखपाल की मिलीभगत से बस्ती खाली कराए जाने की साजिश से ग्रामीणों में आक्रोश, राज्य मंत्री को सौंपा ज्ञापन.!

ब्लास्टिंग पर नियंत्रण हो व फर्जी हस्ताक्षर कराने वाले लेखपाल, पट्टा धारक व अन्य लोगों पर हो सख्त कार्यवाही हो.!

DGMS की कार्यशैली संदिग्ध, आदेश निर्देश, निरिक्षण के बाद भी अनियंत्रित विस्फोट जारी.!
– अनियंत्रित विस्फोट से घर मकान दहलने, क्षतिग्रस्त, पत्थर गिरने से होने हो सकता है बड़ा हादसा व मौत.!

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 14ता.लखनऊ/सोनभद्र-जनपद सोनभद्र के बारी डाला लंगड़ा मोड़ स्थित संचालित पत्थर खदान में प्रतिदिन अनियंत्रित विस्फोट से आसपास का इलाका दहलने, कंपन होने, घरों मकान में दरार पड़ने, क्षतिग्रस्त होने.! आसपास के बस्तियों में बार बार पत्थर गिरने.!  ग्रामीणों के घायल होने व परिवार बच्चों की जान व सुरक्षा को लेकर परिजनों में भय व्याप्त होने.! डीजीएमएस द्वारा खदान व बस्ती का निरीक्षण करने व बस्ती मे पत्थर आने को लेकर ग्रामीणों द्वारा के मना करने पर पट्टा धारक द्वारा साजिश रचने, पट्टा धारक लेखपाल अन्य सहयोगी लोगों की मिलीभगत से ग्रामीणों को गुमराह कर फर्जी हस्ताक्षर कराए जाने को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा.? आक्रोशित ग्रामीणों ने संजीव कुमार गौड़ (राज्य मंत्री) के आवास पर पहुंचकर जिलाधिकारी के नाम राज्यमंत्री को ज्ञापन देते हुए बस्ती की समस्याओं से अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग की.! राज्यमंत्री ने जिलाधिकारी को फोन कर मामले की जांच कराए जाने की बात कही। मंत्री के आश्वासन पर ग्रामीणों जब घर वापस लौटे, घर के बाहर बैठे थे तभी पुनः खदान में अनियंत्रित विस्फोट होने से बस्ती में कई जगह पर पत्थर गिरने से बाल बाल ग्रामीणों की जान जाने से बची.? आक्रोशित ग्रामीणों ने बस्ती की सड़क जाम कर पट्टा धारक पर सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे मामला तूल पकड़ता देख मौके पर पहुंचे चोपन थाना अध्यक्ष लक्ष्मण पर्वत, डाला पुलिस चौकी इंचार्ज राजेश प्रताप सिंह ने लोगों को बताया की यह मामला विभाग का है उच्च अधिकारियों से वार्ता किये जाने का आश्वासन देकर ग्रामीणों का गुस्सा शांत कराया।

ग्रामीणों की माने तो विगत लगभग 50 सालों से बड़े पैमाने पर ग्रामीण निवास करते चले आ रहे हैं किंतु वर्तमान पट्टा धारक द्वारा बस्ती व मुख्य मार्ग (स्टेट हाईवे) से सटे खदान में अनियंत्रित विस्फोट करने, घर मकान दहलने, बार-बार खदान का पत्थर बस्ती में आने को लेकर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बार-बार पट्टा धारक, मुंशी, मैनेजर, ब्लास्टर को अवगत कराया गया था कि खदान में नियंत्रित ब्लास्टिंग करें जिससे किसी को परेशानी ना हो कि बात को लेकर मना किया गया था। जिसको लेकर पट्टा धारक श्री राम इंटर प्राइजेज बारी डाला के प्रो.अजय कुमार सिंह, बिल्ली मारकुंडी के लेखपाल ओम प्रकाश सिंह, पट्टा धारक के कर्मचारी संतोष शर्मा व अन्य लोगों द्वारा साजिश रचते हुए ग्रामीणों को गुमराह कर फर्जी रूप से कागज पर हस्ताक्षर करवाया जा रहा था.? कागज भी नहीं दिखाया जा रहा था, जब किसी प्रकार से कागज लोगों के सामने आया तो ग्रामीणों का होश उड़ गया.? जिस पर पट्टा धारक द्वारा दर्जनों ग्रामीणों पर फर्जी तौर पर विवाद करने, अवैध कब्जा करने, आसपास का जमीन खाली कराए जाने आदि आरोप व बातें लिखी थी, ग्रामीण मामले को देखकर आक्रोशित हो उठे, समस्त ग्रामीण संजीव कुमार गोड़ (राज्यमंत्री) के आवास पर पहुंचकर आक्रोश व्यक्त करते हुए ज्ञापन सौंपा।  राज्यमंत्री, जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक से मांग किया कि ग्रामीणों के साथ न्याय किया जाए, फर्जी हस्ताक्षर करने वालों सभी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए, बस्ती पर गिरा रहे खदान का पत्थर व अनियंत्रित ब्लास्टिंग पर तत्काल रोक लगाया जाये ताकि ग्रामीण अपने घरों में परिवार बच्चों के साथ निवास कर सकें। उक्त अवसर पर ग्रामीण बबलू कुमार, चांदनी, प्रेमा देवी, सकीना, अख्तर अली, सुनीता, रामकली, मंजू देवी, विमला देवी, सरमीना देवी, संजीत रावत, आरती विश्वकर्मा, शुक्रिया, लखपतिया, कलावती, सीमा देवी, मंजू, ओमप्रकाश, श्रीप्रकाश, ओम प्रकाश चौरसिया, रेशमा, मीना, सुशीला देवी, उर्मिला, जमालुद्दीन, मो. जमीला उद्दीन आदि ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रही।

CM ने डॉ. बीएस कुशवाहा आयुर्विज्ञान संस्थान का भी किया शुभारंभ

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *