भारत के संसद भवन सभागार में अपनी गायिकी का परचम लहरा चंपारण की बेटी डाॅ.नूतन ने कीर्तिमान स्थापित किया

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 7ता.अवनीश श्रीवास्तव मोतिहारी l अपनी अद्भुत कला – प्रतिभा से भारत की समृद्ध कला विरासत को दुनिया के देशों में नयी पहचान दिला रहीं अंतरराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध गायिका, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड, भारत सरकार की सदस्य व चंपारण की बेटी डाॅ. नीतू कुमारी नूतन ने भारत के संसद भवन स्थित सभागार में आयोजित भव्य सांस्कृतिक समारोह में अपनी गायिकी से सुरों की रसवर्षा कर नये कीर्तिमान गढ़ डाले। डाॅ.नूतन बिहार की पहली कला शख्सियत हैं , जिन्हें भारतीय संसद भवन के प्रतिष्ठित डाॅ. जी. एम. सी. बालयोगी ऑडिटोरियम में आयोजित इस गरिमामई सांस्कृतिक समारोह में शिरकत करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। आर. एस. एस. ई. आर. सी. के तत्त्वावधान में सोमवार को नई दिल्ली स्थित संसद भवन के उक्त ऑडिटोरियम में आयोजित भव्य सांस्कृतिक समारोह में डाॅ.नूतन ने अपनी सधी व सुमधुर गायिकी से भारत की लोक कला, पारंपरिक लोक शैलियों सहित संगीत के विविध स्वरुपों का साक्षात दर्शन करा दर्शक – श्रोताओं को आह्लादित कर दिया। समारोह में अपनी गायिकी का आगाज डाॅ.नूतन ने गणपति- लक्ष्मी आराधना से की। फिर, पारंपरिक छठ- गीत, गजल, ठुमरी, दादरा व दिपावली गीत को अपने स्वर लहरियों से सजा उन्होंने अपनी अद्भुत कला- साधना का परिचय दे उपस्थित दर्शक – श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया । समारोह में बतौर अतिथि मौजूद राज्यसभा महासचिव पी.सी. मोदी, अपर सचिव डाॅ. वंदना कुमार, संयुक्त सचिव गरिमा जैन, संयुक्त निदेशक सत्येंद्र मट्टू, प्रख्यात युवा कवि रामायण धर द्विवेदी तथा राज्यसभा के वरिष्ठ अधिकारी – कर्मीगण व दर्शक – श्रोता डाॅ.नूतन द्वारा प्रस्तुत एक से बढ़कर एक गीतों को सुन संगीत के महासागर में डूबते – इतराते रहे।भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा सूचीबद्ध कलाकार डाॅ. नूतन ने दुनिया के कई देशों में भारतीय कला- संस्कृति को नयी पहचान व प्रतिष्ठा दिलाई है। भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की ब्रांड एम्बेसेडर डाॅ. नूतन को मारीशस के राष्ट्रपति ने ‘मॉरीशस कला सम्मान’ से नवाजा है। बिहार की पहली कला शख्सियत डाॅ.नूतन को किसी विदेशी मुल्क के राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने का गौरव प्राप्त है । भारतीय संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली की दो बार सदस्य रह चुकी डाॅ. नूतन बिहार की इकलौती कला विभूति हैं, जिन्हें भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय अंतर्गत सी.सी.आर.टी. द्वारा वरिष्ठ अनुसंधान फेलोशिप पुरस्कार प्रदान किया गया है। एक बेहतरीन गायिका, लेखिका, गीतकार, संगीतकार, पार्श्व गायिका डाॅ.नूतन भारत की लब्ध- प्रतिष्ठ कला धरोहर के रुप में विश्वविख्यात हैं।