ओबरा-कार्य के भुगतान मांगने पर कांट्रेक्टर पर एफआईआर का आरोप, साइड पर सुबह शाम आते थे ईओ.?

कृपा शंकर पांडेय, मीडिया हाउस ओबरा सोनभद्र-नगर पंचायत ओबरा के अंतर्गत कराए गए कार्य का भुगतान मांगना ठेकेदार को भारी पड़ गया, अधिशासी अधिकारी ने भुगतान नहीं किया बल्कि कांट्रेक्टर पिता पुत्र पर एफआईआर दर्ज करा दिया.? उधर ठेकेदार का कहना है कि अधिकारी कार्य के भुगतान में हिला हवाला कर रहे थे, जबकि साइड पर ईओ सुबह शाम आ कर देखते थे। अधिकारी ने पिता और पुत्र पर एफआईआर कराया है जबकि ठेकेदार का कहना है कि कार्यालय में उनका पुत्र आया ही नहीं, पिता उच्च अधिकारियों से जांच की मांग कर रहे हैं.?
उधर अधिशासी अधिकारी का कहना है कि ठेकेदार एमबी से ज्यादा भुगतान का दबाव बना रहा था, वाद विवाद के बीच मुकदमा नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला ओबरा नगर पंचायत का है जहां कांट्रेक्टर को टेंडर के जरिए सुंदरीकरण का काम मिला था, काम लगभग पूरा भी हो चुका है इसी बीच भुगतान को लेकर कांट्रेक्टर ने जब अधिकारियों से बात की तो अधिकारी हीला हवाली कर रहे थे, बार-बार भुगतान कहने की बात उनको अच्छा नहीं लगा और इसीलिए नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ने पिता पुत्र पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कर दिया।
जबकि ठेकेदार का कहना है कि उसने पूरा काम अधिकारी के आदेश पर पूर्ण कराया है उसे पैसे की जरूरत है और उसके पास भुगतान की बात कहने के लिए ही गया था लेकिन अधिकारी ने हीन भावना से एफआईआर करा दिया, कांट्रेक्टर ने उच्च अधिकारियों से मामले की जांच की मांग की है।
मामले के संबंध में नगर पंचायत ओबरा के अधिशासी अधिकारी का कहना है कि उनके जेई कार्य का एमबी करने जा रहे थे कि कार्य स्थल पर इसी बीच ठेकेदार हाइपर हो गए जो मर्यादा के अनुकूल नहीं था, एक ठेकेदार को शांत भावना से रहना चाहिए अगर उन्हें कोई दिक्कत है तो उन्हें ऑफिस आकर अपना एप्लीकेशन देना चाहिए, कार्यस्थल पर थोड़ी कहांसुनी हुई उसके बाद ऑफिस आने के बाद जेई से बदतमीजी की गई, कार्य योजना पर कहा कि डिवाइडर का कार्य था जो करीब 7 लाख के आसपास का बताया जा रहा है, अभी तक कार्य भी पूर्ण नहीं हुआ है.!
एस्टीमेट ज्यादा या कम के सवाल पर ईओ ने कहा कि अगर उन्हें कोई दिक्कत थी तो वह एमबी होने देते और अपना एप्लीकेशन दे देते, एमबी में दिक्कत थी तो मैं दूसरे जेई से एमबी करा लेता, प्रक्रिया भी पूरी नहीं होने दिया गया।
वाद विवाद के बीच ठेकेदार पिता पुत्र पर मुकदमा नगर में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है कि जिस तरह से नगर पंचायत कार्यालय में हंगामा हुआ उसके बाद यह चर्चा है कि कार्य की लागत ज्यादा आने पर ठेकेदार ने पहले एमबी की बात कही थी लेकिन विभाग द्वारा टेंडर एस्टीमेट पर भुगतान की बात पर ठेकेदार और ईओ के बीच कहासुनी शुरू हुई थी, टेंडर से ज्यादा विभाग ने कार्य कर लिया लेकिन भुगतान का समय हुआ तो विभाग पीछे हट रहा है, इसको लेकर ठेकेदार भी सहमे हुए हैं दबी जुबान उनका कहना है की मौखिक रूप से अध्यक्ष ईओ के कहने पर वह अब कोई काम वह नहीं करेंगे.?