फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम-जिले के लैब टेक्नीशियन का हुआ प्रशिक्षण,नाइट ब्लड सर्वें में रात 8:30 से 12 बजे के बीच होगी रक्त की जाँच

मीडिया हाउस 16ता.अवनीश श्रीवास्तव मोतिहारी l सदर अस्पताल परिसर स्थित जी एन एम पारा मेडिकल छात्रावास में 3 साइट के 15 लैब तकनीशियनों, जीएनएम, बीसीएम, बीएचएम, भीबीडीएस को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ शरत चंद्र शर्मा ने कहा कि फाइलेरिया रोग के संभावित मरीजों की पहचान के लिए पाँच प्रखंडों के चिह्नित साइटों पर स्वास्थ्य कर्मियों की टीम  द्वारा नाइट ब्लड सर्वे अभियान संचालित किया जाएगा।उन्होंने बताया कि मोतिहारी शहरी क्षेत्र, घोड़ासहन, रक्सौल, बंजरिया,तुरकौलिया में 3 नये साइट यथा दो स्थाई एवं एक अस्थाई साइट का चयन करते हुये प्रत्येक साइट से 300 – 300 कुल 900 स्लाइड का संग्रहण करना है। नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम के सफल संचालन एवं क्रियान्वयन हेतु प्रत्येक साइट पर अलग अलग तीन दलों का का गठन किया जाना है। राज्य के निर्देशानुसार प्रत्येक दल में चार स्वास्थ्यकर्मी होना आवश्यक है ।  सभी दलों में एक-एक एलटी होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि जाँच स्थल पर बीसीएम, बीएचएम ,सी एचओ, जीएनएम , भीबीडीएस कैंप इंचार्ज एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी रहेंगें। साथ ही संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता, ऑगनबाड़ी, सेविका, जीविका एवं जनप्रतिनिधि भी मोबिलाइजर के रूप में कार्य करेंगे।

– रात के 8:30 से 12 बजे तक लिए जाते हैं रक्त के नमूने:

वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरतचंद्र शर्मा ने बताया कि इस अभियान में रक्त के नमूने रात के 8:30 से लेकर 12 बजे तक लिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि रात में  सैंपल लेने का मुख्य कारण है कि इस समय  फाइलेरिया के परजीवी ज्यादा एक्टिव होते हैं। ब्लड सैंपल कलेक्शन के बाद 24 घंटे के अन्दर स्टैनिंग की प्रक्रिया को करा लिया जाएगा।

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– माइक्रो फाइलेरिया दर 1प्रतिशत या अधिक होने पर चलेगा सर्वजन दवा सेवन अभियान-

सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि जाँच के दौरान माइक्रो फाइलेरिया दर 1 प्रतिशत या अधिक होने पर 10 फ़रवरी से सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत की जाएगी। जिसमें 2 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को अल्बेंडाजोल एवं डीईसी की गोली आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व स्वास्थ्यकर्मियों की देखरेख में खिलाई जाएगी। मौके पर सहायक डीभीडीसीओ डॉ आलोक कुमार,डब्ल्यूएचओ की रीजनल कोऑर्डिनेटर माधुरी देवराज, यूनिसेफ़ के धर्मेंद्र कुमार, पिरामल फाउंडेशन जिला प्रतिनिधि मुकेश कुमार, भीडीसीओ सत्यनारायण उराँव, रविंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, चंद्रभानु सिँह, दिनेश कुमार व अन्य लोग उपस्थित थे।

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