खनन न्यूज-भूजल दोहन को रोकने, क्षेत्र को हरा भरा बनाने के लिए बड़ी पहल है। अपर मुख्य सचिव

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ए के गुप्ता, मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी डाला सोनभद्र– खनन क्षेत्र में गहरी हो चुकी खदानें व जल संकट को लेकर सरकार की यह बड़ी योजना है अगर यह योजना सफल रहा तो स्थानीय लोगों को इसका बड़ा लाभ मिलेगा, वन क्षेत्र में खनन करना प्रतिबंधित है अगर कोई करता है तो उसे पर सख्त कार्रवाई होगी। उक्त बातें मनोज सिंह अपर मुख्य सचिव ने कही।
सोनभद्र के दौरे पर पहुंचे मनोज सिंह (अपर मुख्य सचिव) पर्यावरण वन, जलवायु परिवर्तन विभाग व विभागीय अधिकारियों की टीम बारी डाला लंगड़ा मोड़ स्थित खदान पर पहुंच कर खदान का निरीक्षण कर समस्याओं से संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद एनटीपीसी सिंगरौली ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यशाला में फ्लाई ऐश राखड के उपयोग क्षमता में वृद्धि करने संबंधित आयोजित बैठक में भाग लिया।
निरीक्षण के दौरान मीडिया हाउस से वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव ने कहा कि खदानें काफी गहरी हो चुकी है। भू-जल दोहन व गहरी हो चुकी खदानों को रोकने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार की बड़ी पहल है, जिसमें औद्योगिक घराने भी साथ दे रहे हैं। अगर यह प्रयोग सफल रहा तो आने वाले समय में इस क्षेत्र के लोगों को पेयजल का बड़ा लाभ मिलेगा, इस कार्य में जो भी समस्या आ रही है उसके निदान के लिए पहल जारी है ताकि जल्द ही कार्य शुरू होगा। वृक्षारोपण होने से क्षेत्र हरा-भरा होगा, वन क्षेत्र से सटे अवैध खनन को लेकर कहा कि वन क्षेत्र में खनन करना प्रतिबंध है अगर कोई पट्टा धारक खनन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नित्यानंद राय (प्रेसिडेंट) एलोमिना प्लांट हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड रेणुकूट ने कहा कि गहरी हो चुकी खदानों से सबसे पहले खदान में जमा पानी को निकाला जाएगा, भूजल स्तर के पानी को पूरी तरह से रोकने के लिए सीमेंट से ग्राउटिंग की जाएगी, मोटे प्लास्टिक तिरपाल की परत लगाई जाएगी ताकि भू जल स्तर का पानी ऊपर न आए, उसके बाद मिट्टी फ्लाई ऐश रेडमंड की परत क्रमशः लगाते हुए पूरे गड्ढे को समतल किया जाएगा उसके उपर पर वृक्षारोपण किया जाएगा।
मुकेश मित्तल (डीजीएम) एनवायरमेंट डिपार्मेंट हिंडालको इंडस्ट्रीज लिमिटेड रेणुकूट ने कहा कि वन विभाग उत्तर प्रदेश सरकार, आई.आई. एफ.एम, एलमुनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में यह पहला प्रयोग किया जा रहा है अगर यह प्रयोग सफल रहा तो बड़े पैमाने पर खनन क्षेत्र में हुए बड़े-बड़े गड्ढों को पाट कर व समतलीकरण कर वृक्षारोपण कर पुनः क्षेत्र को हरा भरा किया जाएगा। ताकि प्रदूषण से लोगों को मुक्ति मिलेगी, भूजल दोहन भी रुकेगा, पेयजल को लेकर जो संकट उत्पन्न हो रहा है वह संकट उत्पन्न नहीं होगा लोगों को शुद्ध पेयजल प्राप्त होगा।

उक्त अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा, एडिशनल मुख्य वन सरंक्षक अनुपम गुप्ता, प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार श्रीवास्तव, चीफ मिर्जापुर (सीसीएफ) मनीष मित्तल, डीएफओ ओबरा अनुराग प्रियदर्शी, इलाहाबाद व मिर्जापुर जोन के डीएफओ और हिन्डालको इंडस्ट्रीज लिमिटेड एवं एल्यूमीनियम एसोसिएशन अधिकारी कर्मचारी गण मौजूद रहे।

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