जनपदवासियों को कोई भी समस्या किसी भी स्तर से नही होनी चाहिए- ए.के शर्मा
मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी लखनऊ/सिद्धार्थनगर-प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री तथा जिला के प्रभारी मंत्री ए.के.शर्मा आज एक दिवसीय दौरे पर सिद्धार्थनगर पहुंचे। जहां उनकी अध्यक्षता में तथा विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही, जिलाध्यक्ष भाजपा कन्हैया पासवान, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद, सिद्धार्थनगर गोविन्द माधव, जिलाधिकारी डा. राजागणपति आर0, पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह, मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में नगर विकास मंत्री ए.के.शर्मा को जिलाधिकारी डा. राजागणपति आर. द्वारा पीपीटी के माध्यम से बाढ़ के संबध में जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि जनपद की सभी 05 तहसीले बाढ़ से प्रभावित थी। सभी तहसीलो में जनप्रतिनिधियों के मार्गदर्शन में राशन सामग्री का वितरण किया गया है। बाढ़ के दौरान 95822 लंच पैकेट का वितरण कराया गया है। बाढ़ से हुई जनहानि संबंधी राहत धनराशि पीड़ित परिवारो को दे दी गयी है। बाढ़ से क्षतिग्रस्त फसलो के नुकसान का कृषि विभाग द्वारा सर्वे का कार्य चल रहा है।
किसानो को फसल बीमा योजना के अन्तर्गत मुआवजा कि धनराशि दी जायेगी। सभी तहसीलो में स्वास्थ्य टीम, बाढ़ कन्ट्रोल रूम सभी तहसीलो एवं जनपद स्तर पर भी क्रियाशील है। मेडिकल टीमो द्वारा गांवो में गर्भवती महिलाओ का चिन्हांकन किया गया है। उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नही करना पड़ा। इस वर्ष जनपद में राप्ती एवं बूढ़ी राप्ती से बाढ़ आई है। नदियों के जल स्तर की रिपेार्ट प्रतिदिन सुबह एवं सायं में प्राप्त होती है। जूम मीटिंग के माध्यम से समस्त उपजिलाधिकारी एवं बाढ़ से संबधित अधिकारियो को निर्देश दिये जाते है। विद्युत विभाग की 15 दिन में समीक्षा की जा रही है। नगरीय निकाय के अन्तर्गत मलिन बस्तियों का मेरे द्वारा निरीक्षण किया गया है। नगरो की साफ-सफाई हेतु सुबह 05 बजे से कूड़ा उठाने का निर्देश दिया गया है।
नगर विकास एवं जनपद के प्रभारी मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने जनपद में जो गांव बाढ़ से प्रभावित थे वर्तमान में बाढ़ का पानी कम हो गया है उन ग्रामो में बीमारियेां के प्रकोप से बचने के लिए स्थानीय स्तर के नगर पंचायत के माध्यम से व अन्य संसाधनो से ब्लीचिंग पाउडर, दवाओ का छिड़काव कराये जाने का निर्देश दिया जिससे गांवों में डायरियां व अन्य रोग न फैले। मंत्री जी ने बैठक में बिजली विभाग के अधिकारियो से वार्ता की। मंत्री जी ने बताया कि यह जनपद आकांक्षी जनपद है और मेरा प्रभार भी इस जनपद का है, 2 वर्षो से मै लगातार बैठको में प्रत्येक बिन्दुओं पर निर्देश देता हूॅ कि जनपद में कोई भी समस्या किसी स्तर से नही होनी चाहिए। किन्तु बिजली की समस्या की शिकायत जनपद मुख्यालय की व ग्रामीण क्षेत्रों की आज अधिक मिली है।
बिजली विभाग के अधिकारीगण पूरी ईमानदारी के साथ बिजली की समस्या का निस्तारण कराये। ट्रान्सफार्मरो को बदलने में देरी न हो। पशुपालन विभाग पशुओ की देखरेख करे, जिससे कोई समस्या न हो। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बरसात से जो सड़के क्षतिग्रस्त हो गयी, है उन्हे ठीक करा दिया जाये। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत गांव में जो गड्ढे हुए है उसे ठीक कराया जाए। मंत्री जी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि वर्षो से अनुपस्थित जिन 11 डॉक्टरो द्वारा जनपद में अपना योगदान नही दिया जा रहा है उन डाक्टरो को जनपद से कार्यमुक्त कर शासन को भेज दिया जाये तथा नये डॉक्टरो की तैनाती के लिए मांग पत्र शासन को प्रेषित करने का निर्देश दिया।
पुलिस अधीक्षक सुश्री प्राची सिंह ने जनपद की कानून व्यवस्था के संबध में मंत्री जी को जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में कुल 05 सर्किल एवं 21 थाने है। क्रिमिनल व्यक्तियों व अपराधियों पर प्रभावी कार्यवाही की गयी है। जनपद में अपराधो की संख्या घटी है। जनपद में 138 लोगो पर गुण्डा एक्ट की कार्यवाही की गयी है। एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट, आबकारी, अवैध असलहा फैक्ट्री पर कड़ी कार्यवाही की गयी है। जनपद में आपरेशन कवच, आपरेशन त्रिनेत्र के अन्तर्गत 15966 कैमरे लगाये गये है। इन कैमरो के सहयोग से चोरी का पर्दाफाश हुआ है जिससे चोरो को पकड़कर जेल भेजा गया है तथा सामानो की बरागमदी भी हुई है। आपरेशन चिराग के अन्तर्गत थानो में लावारिस वाहनो की नीलामी करा दी गयी है।
इस अवसर पर उपरोक्त के अतिरिक्त अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) उमाशंकर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला पंचायत राज अधिकारी पवन कुमार, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी बी.एस. यादव, पीओ डूडा सुनीता सिंह, अधिशासी अभियन्ता लो.नि.वि. (प्रा.ख.), इटवा, बांसी, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई निर्माण खण्ड, ड्रेनेज खण्ड, अन्य जिलास्तरीय अधिकारीगण, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत उपस्थित थे।