एन.सी.सी. “एक भारत:श्रेष्ठ भारत”कैंप का तीसरा दिन परिभ्रमण कार्यक्रमों का रहा जिसमें उड़ीसा से आए कैडेटों को जिले के प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप केसरिया का भ्रमण कराया गया

अवनीश श्रीवास्तव
मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 29ता.मोतिहारी l पीपरा कोठी के जवाहर नवोदय विद्यालय में चल रहे राष्ट्रीय स्तर के एन.सी.सी. “एक भारत:श्रेष्ठ भारत”कैंप का तीसरा दिन परिभ्रमण कार्यक्रमों का रहा जिसमें उड़ीसा से आए कैडेटों को जिले के प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप केसरिया का भ्रमण कराया गया। विश्व के सबसे बड़े बौद्ध स्तूप केसरिया की संरचना देख कर कैडेट्स भाव विभोर हो गए। उन्होंने वहां सेल्फी ली, फोटो खिंचवाए और स्मृतियों को कैमरे में सुरक्षित कर लिया। बिहार के सांस्कृतिक वैभव को देख कैडेट्स भावुक हो गए। वहीं दूसरी ओर बिहार और झारखंड के कैडेटों को बापूधाम चंद्रहिया गांधी स्मारक और चरखा पार्क का परिभ्रमण कराया गया जिन्हें देखकर कैडेट्स उस नील आंदोलन के ज़माने को याद करने लगे जब किसानों की दुर्दशा की जानकारी होने पर गांधीजी को चंपारण आना पड़ा था l और उन्होंने सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा जैसे आयुधों के द्वारा लड़ाई लड़कर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर विवश कर दिया था l विदित हो कि कैडेटों को और भी दर्शनीय स्थलों का परिभ्रमण करवाने की योजना है। वहीं कैंप को सुचारू रूप में संचालित करने में कैंप कमांडेंट ब्रिगेडियर नीलकमल (सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल) और डिप्टी कैंप कमांडेंट कर्नल प्रदीप कुमार सिंह (सेना मेडल) की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस परिभ्रमण यात्रा को सफलता प्रदान करने में सूबेदार सुनील कुमार,हवलदार माणिक थापा,हवलदार रेशम राणा तथा सिविल स्टाफ राजेश्वर प्रसाद, आशुतोष, अवधेश और वेद प्रकाश की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।यह जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कैप्टन (डॉ.) अरुण कुमार ने दी है।