क्रशर मालिक पर प्रताड़ित करने का आरोप

कृपा शंकर पांडेय, मीडिया हाउस ओबरा- शारदा मंदिर के पीछे 50-60 वर्षों से निवास कर रहे मजदूर के झोपड़ी पर क्रशर मलिक द्वारा लगातार किए जा रहे कब्जा एवं उनके मकान पर भस्सी और गिट्टी फेक कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। बरसात को ध्यान रखते हुए मजदूरों द्वारा अपने घर को छाने का कार्य किया जा रहा था लेकिन क्रशर मालिक के पत्नी द्वारा रोके जाने एवं उनको पैसे के जोर पर उखाड़ फेंकने की धमकी भी दी जा रही है।
सैकड़ों की आबादी वाले मजदूरों को ना पानी की कोई व्यवस्था और ना ही प्रदुषण से बचने का कोई कारगर उपाय है। मंगलवार को उप जिलाधिकारी ओबरा कार्यालय पर राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक सोनभद्र के जिला अध्यक्ष हरदेवनारायण तिवारी , इंटक के उपाध्यक्ष एवम जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बृजेश तिवारी , राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के महासचिव , शमीम अख्तर खान , कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयशंकर भारद्वाज के नेतृत्व में प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि प्रशासन इन मजदूरों के साथ अरुण कुमार क्रशर मालिक द्वारा किए जा रहे प्रताड़ना पर प्रभावी कार्रवाई करें। जिससे यह मजदूर सुकून के साथ अपना जीवन यापन कर सके। ज्ञात हो की इन मजदूरों की समस्याओं के समाधान हेतु दिनांक 10 जून 2024 को जिलाधिकारी सोनभद्र कार्यालय पर पत्र देकर अनुरोध किया गया था कि क्रेशर मालिक द्वारा परेशान किया जा रहा है। उसपर यथाशीघ्र कार्रवाई की जाए तथा इन्हें पानी पीने हेतु व्यवस्था कराई जाए। जिलाधिकारी कार्यालय से उप जिलाधिकारी ओबरा को जनसुनवाई पोर्टल पर भेजा गया है।
बृजेश तिवारी ने कहा कि यदि इन गरीब मजदूरों को न्याय नहीं मिला तो ये मजदूर सड़क पर उतरकर बड़े आंदोलन करने के लिए बच्चे व परिवार सहित बाध्य होंगे। आए दिन मजदूरों के साथ अन्याय हो रहा है, इनके हक की लडाई अब हम लड़ेंगे तथा मंगलवार को ही इन समस्याओं के समाधान के लिए ओबरा थाने पर एक पत्र देकर अनुरोध किया गया है कि इन मजदूरों को न्याय दिलाया जाये।
उप जिलाधिकारी कार्यालय पर मौजूद नायब तहसीलदार द्वारा ज्ञापन लिया गया नायब तहसीलदार ने आश्वासन दिया की एक जांच टीम भेज कर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ ओबरा थाना द्वारा भी यह कहा गया कि शीघ्र पुलिस जाकर इन मजदूरों को न्याय दिलाने में सहयोग प्रदान करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से सविता देवी, भागमनी देवी, कितनी देवी, कैली देवी, वितनी देवी, धूरा, जीतू, फूलदेवी, संगीता, पूनम, इंद्रावती देवी सहित काफी संख्या में मजदूर उपस्थित रहे।