रेलवे फाटक घण्टों बंद होने और रुट डायवर्जन की वजह से भीषण जाम

मीडिया हाउस न्यूज एजेन्सी सोनभद्र-वाराणसी-शक्तिनगर स्टेट हाइवे मार्ग पर लगभग 15 किलोमीटर जाम लगने से यात्री और वाहन चालक परेशान दिखे। जाम की जनझट ने सबको झकझोर रख दिया। मिली जानकारी के अनुसार बिल्ली इलाके में स्थित रेलवे फाटक घण्टों बंद होने और रुट डायवर्जन की वजह से बुधवार रात्रि से ही भीषण जाम लगा हुआ था, हालांकि प्रशासन के हरकत में आने से जाम की नाजुक स्थिति से कुछ राहत ज़रूर मिला लेकिन वाहन घण्टों जाम में फस कर ही अपने गंतव्य तक जा रही है। लगी जाम की वजह से ट्रक के अलावा कई सवारी वाहन व छोटे निजी वाहन भी फसे रहे। कई घण्टे जाम से फंसे होने से यात्री व वाहन चालक बिल्बिलाये से गये। खाने से लेकर पीने की पानी की समस्या से दो चार होना पड़ा। हमेशा लगने वाली जाम की वजह स्थानीय लोग जिला प्रशासन की लापरवाही को बता रहे है। तेज़ फर्राटा भरने वाले वाहन जाम की वजह से चींटी की चाल की तरह रेंगने को मजबूर है।

बताते चले कि डाला से होकर डायवर्जन के रास्ते शाम 8 बजे से गाड़ियों के खराब व जिले के आलाधिकारियों की लापरवाही से यात्री और अन्य गाड़ी वाले पूरी रात परेशान दिखे। यात्री घण्टों इस उम्मीद से जागते रहे कि अब जाम खुल जायेगा। कोई पानी के लिए परेशान दिखा तो कोई भूख से परेशान। ऐसे में हर व्यक्ति अपनी परेशानी को लेकर घूमता नजर आया। रात के समय सभी दुकाने बंद होने से राहगीरों को कोई सुविधा भी उपलब्ध नहीं हो सकी। जो वाहन चालक चोपन से डाला के रास्ते गांव की रोड देखे है वो समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड़ के आवास से होते हुए सोन नदी किनारे से चोपन व डाला के लिए निकल लेते हैं। लेकिन जिन्हें स्टेट हाइवे का रास्ता ही पता है वो फंस जाते है।

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गौरतलब हो कि चोपन थाना क्षेत्र के बग्घानाला स्थित निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रीज़ के कारण रूट को कई महीनों से बड़े वाहनों के लिए डायवर्जन किया गया है। लंबी कतार से बचने के चक्कर में वाहन चालक बेढंगे ढंग से जाते है। जिस वजह से बड़े वाहनों के बीच में आ जाने से और पीछे से वाहन की लाइन लग जाने की वजह से भीषण जाम लग जाता है। डायवर्जन मार्ग सकरा होने के कारण डबल गाड़ियों के आवागमन से जो समस्या आम लोगों को 8 महीने से झेलनी पड़ रही है। उससे उत्तर प्रदेश स्टेट हाइवे और ब्रिज बनाने वाले जिम्मेदार रेलवे को कोई फर्क नहीं पड़ता। मार्च का महीना चरम पर है और पड़ने वाली गर्मी में अगर ऐसी ही स्थिति रही तो यात्रियों को बहुत बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

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