पत्रकार उत्पीड़न-फर्जी एफआईआर कराने पर डीएम एसपी से मिले पत्रकार

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी उरई (जालौन)-कालपी तहसील क्षेत्र के पत्रकार अनिल वाजपेयी पर दर्ज कराये गये फर्जी मुकदमे से नाराज जिले के पत्रकारों ने डीएम एसपी से मिलकर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुये मामला खत्म न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान डिस्ट्रिक्ट प्रेस क्लब, उपजा एवं सभी पत्रकार संगठनों ने पूरी सहभागिता दिखाते हुये पत्रकारों के मामले में हम साथ साथ हैं का नारा बुलंद किया।
गौरतलब रहे कि कालपी तहसील क्षेत्र के ग्राम मंगरौल निवासी पत्रकार अनिल’ वाजपेयी के विरूद्ध पुलिस ने फर्जी रिपोर्ट दर्ज कर ली है। उक्त मामले की खास बात यह रही कि बीते गुरूवार को जिले के वरिष्ठ पत्रकारों के साथ कालपी के पत्रकार साथी जब एसपी से मिले थे तो एसपी ने यह स्वीकार किया था कि पत्रकार की सीडीआर निकाली गयी है और घटना के समय पत्रकार अनिल वाजपेयी की लोकेशन औरैया थी। इस लिये वह पहले मुकदमा दर्ज करायेगें और बाद में उसको खत्म करा देगें। एसपी के उक्त कथन के बाद एफआईआर भी दर्ज हो गयी। जिससे जिले भर के पत्रकार साथियों में शुक्रवार को उबाल देखा गया। डिस्ट्रिक्ट प्रेस क्लब के जिलाध्यक्ष मनोज राजा के आवाहन पर जिले के पत्रकार साथी जहां कलेक्ट्रेट में उपस्थित हुये। तो वहीं अरविन्द द्विवेदी, अचल शर्मा सहित सभी पत्रकार संगठनों के पदाधिकारियों ने भी पत्रकारों के हितों में हम एक हैं का नारा बुलंद किया।
इस मौके पर एकत्रित हुये पत्रकारों ने सबसे पहले जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय से पत्रकार उत्पीड़न पर नाराजगी व्यक्त की। और बताया कि शासन सरकार का भी यह निर्देश है कि पत्रकारों के विरूद्ध कोई भी शिकायत की पहले जांच होगी इसके बाद अगर अपराध की पुष्टि होती है तो कार्यवाही की जायेगी लेकिन इसके बावजूद पत्रकारों के विरूद्ध बिना जांच के मामले दर्ज हो रहे हैं। तो वहीं अनिल वाजपेयी वाले प्रकरण में तो जांच में भी पहले से पुष्टि थी कि पत्रकार घटना के समय गैर जनपद था इसके बावजूद उसके विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी गयी। जिसको पत्रकार कभी बर्दास्त नहीं करेगें। पत्रकारों की मांग पर डीएम ने कप्तान से बात करके आवश्यक कार्यवाही का भरोसा दिया। इसके बाद सभी पत्रकार पैदल नारेबाजी करते हुये एसपी आफिस पहुंचे। और अपनी बात रखी। इस दौरान पत्रकारों जिसमें डिस्ट्रिक्ट प्रेस क्लब जिलाध्यक्ष मनोज राजा, वरिष्ठ पत्रकारगणों जिनमें अनिल शर्मा, अरविन्द्र द्विवेदी, प्रसून शुक्ला, संजय गुप्ता, अलीम सिद्धीकी, अजय श्रीवास्तव, आविद नकवी, अचल शर्मा, अनुज कौशिक, विनय गुप्ता, दीपक अग्निहोत्री आदि ने एसपी से अपनी नाराजगी जतायी कि अगर पत्रकारों के विरूद्ध शिकायतें बिना जांच के एफआईआर दर्ज करायी जायेगी तो पत्रकार आंदोल करने को मजबूर होंगे।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने पत्रकारों के उत्पीड़न की श्रेणी में अनिल वाजपेयी प्रकरण पर एक सप्ताह में कार्यवाही का भरोसा दिया। तो वहीं आगामी प्रकरणों में जांच के बाद ही कार्यवाही की बात कही। इस मौके पर विनोद विक्रम सिंह, दीपू द्विवेदी, देवेन्द्र कुशवाहा, सिद्धार्थ त्रिपाठी, विकास गुप्ता, अफसर खान, वसीम खान, विशाल वर्मा, महेश प्रजापति, श्यामबिहारी शिवहरे, महावीर याज्ञिक, डी.डी. पांचाल, पंकज पाण्डेय, नीरज प्रजापति, राकेश सिंह, वरूण पांचाल, राज गुप्ता, विशाल वर्मा, महेश प्रजापति, श्यामबिहारी शिवहरे, महावीर याज्ञिक, पंकज पाण्डेय, नीरज प्रजापति, राकेश सिंह, वरूण द्विवेदी, दीपू द्विवेदी, अफसर खान, वसीम खान, ओमप्रकाश राठौर, रविन्द्र पुल्ली, विक्की प्रजापति, विक्की परिहार, प्रदीप महतवानी, राहुल अलाईपुरा, रविन्द्र गौतम, शैलेन्द्र प्रताप याज्ञिक, शत्रुघ्न सिंह यादव, इरफान बाबा, कुलदीप मिश्रा, वीरेन्द्र चौहान, अजय सोनी, मयंक राजपूत, चांद खान, धर्मेन्द्र चौहान, राजेन्द्र बाथम, अनिल गुप्ता, रामकेश साहू, जितेन्द्र सेंगर बबलू, जावेद अख्तर, प्रदीप गुप्ता, लोकेन्द्र भदवा, महेश चौधरी, रोहित दीक्षित, इरफान पठान, विष्णु अग्रवाल, राजेन्द्र यादव कोंच, अशफाक खान बल्लू, निकेत सक्सेना, राजकुमार दोहरे, ब्रजेन्द्र सिंह चौहान, अमित कुमार यादव, ज्ञानेन्द्र मिश्रा, आर.एन.शुक्ला, हरिश्चन्द्र तिवारी, अंकित गुप्ता, शिवांग शुक्ला, पवनदीप निषाद, अनिल वाजपेयी, अवधेश वाजपेयी, दीपू चौहान, कमलकान्त द्विवेदी, सिद्धार्थ त्रिपाठी, अखिलेश सविता, राहुल द्विवेदी, मनोज शिवहरे आदि पत्रकारगण मौजूद रहे।