अब निगम को भ्रष्टाचारमुक्त बनाने को लेकर सीधे जनता के बीच पहुंच कर शुरू करूंगी पोल खोल अभियान
मीडिया हाउस 19ता.बेतिया। महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि नगर निगम में करोड़ों का आवंटन उपलब्ध रहते नगर के विकास में भ्रष्टाचार नासूर बन गया है। विकास में भागीदारी के लिए चुने गए लोगों की नियत भी उगाही और कमाई वाली लगने लगी है। नगर निगम बोर्ड के बाद विभाग में गुहार लगाने के बाद भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष को ज्यादा लोगों का संबल मुझे नहीं मिल पा रहा है। नगर निगम क्षेत्र के दर्जनभर छठ घाटों के निरीक्षण करने के बाद महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा भावुक होते हुए कहा कि जिला के मानिंद जनप्रतिनिधिगण से भी सहयोग मांगने की सार्वजनिक अपील का असर नहीं होता दिख रहा है। आज सब ओर से थक हार कर भ्रष्टाचार विरोधी अपनी मुहिम में मैंने छठी मईया का संबल मांगा है। श्रीमती सिकारिया ने कहा कि बीते दो दिन में नगर निगम क्षेत्र के कुल करीब दर्जनभर घाटों पर जाकर मैंने छठी मईया से अपने नगर निगम को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की प्रार्थना की है। छठी मईया से मैंने प्रार्थना की है कि माता सबको अपनी अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाने की सद्बुद्धि प्रदान करें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि संपूर्ण नगर निगम के विकास में धन की नहीं बल्कि ईमानदार मन की कमी है। महापौर ने घोषणा करते हुए कहा कि हमारे अनेक पार्षद भाई बहन को यह नहीं लगता कि उनकी वार्ड की जनता जनार्दन ने केवल उनको ही नहीं मुझको भी उसी वोट से बल्कि उनसे ज्यादा प्रतिशत वोट देकर चुना है। अब मेरी अगली कार्रवाई सीधे जनता से जुड़ने और जनता का दरबार लगा कर भ्रष्टाचार का पोल खोलने की है। एजेंसी के भुगतान के लिए हाय तौबा मचाने वाले एक एक की जनता के बीच नियम के अनुकूल जांच होगी।